News18 : Sep 13, 2020, 03:45 PM
नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (Narendra Modi) ने रविवार को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बिहार (Bihar) में एलपीजी पाइपलाइन परियोजना के एक ब्लॉक और दो बॉटलिंग संयंत्रों का उद्घाटन किया। इसके साथ ही पीएम मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार (Nitish Kumar) का आगामी बिहार विधानसभा चुनाव (Bihar election 2020) के लिए एनडीए के चेहरे के रूप में समर्थन किया। उन्होंने इस दौरान कहा कि सीएम नीतीश कुमार ने न्यू इंडिया और न्यू बिहार के लक्ष्य पूरे करने में अहम भूमिका निभाई है।
पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि पिछले कई साल से बिहार विकास के मामले में पीछे था। इसका कारण राजनीति समेत कुछ अन्य कारण थे। उन्होंने कहा कि एक ऐसा भी समय था जब बिहार में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी और इंटरनेट कनेक्टिविटी पर चर्चा नहीं होती थी। बिहार ने कई समस्याएं झेली हैं। लेकिन नीतीश कुमार ने न्यू इंडिया और न्यू बिहार की लक्ष्य प्राप्ति के लिए अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी कहा, 'बिहार को प्रगति के रास्ते पर आगे ले जाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अहम जिम्मेदारी निभानी है। हमें बिहार में सुशासन सुनिश्चित करना चाहिए। पिछले 15 वर्ष में किए गए अच्छे काम जारी रहने चाहिए।'पीएम मोदी ने कहा, 'कार्यक्रम की शुरुआत में मुझे एक दुखद खबर आपके साथ साझा करनी है। बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह हमारे बीच नहीं रहे हैं। मैं उनको नमन करता हूं। रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ है। मैं नीतीश जी से आग्रह करूंगा कि रघुवंश प्रसाद जी ने अपनी आखिरी चिट्ठी में जो भावना प्रकट की है उसको परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करें।'पीएम मोदी ने कहा, 'अब देश और बिहार उस दौर से बाहर निकल रहा है, जिसमें एक पीढ़ी काम शुरू होते देखती थी और दूसरी पीढ़ी उसे पूरा होते हुए। नए भारत, नए बिहार की इसी पहचान, इसी कार्यसंस्कृति को हमें और मजबूत करना है।' पीएम मोदी की ओर से जिन परियोजनओं का उद्घाटन किया गया है उनमें पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन परियोजना का दुर्गापुर-बांका खंड और बांका और चंपारण जिले में दो एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र शामिल हैं।प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि गैस पाइपलाइन परियोजना से बिहार में उर्वरक , बिजली और इस्पात क्षेत्र के उद्योगों को बढावा मिलेगा और सीएनजी आधारित स्वच्छ यातायात प्रणाली का भी लाभ होगा तथा रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) द्वारा निर्मित 193 किलोमीटर की दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने 17 फरवरी, 2019 को इसका शिलान्यास किया था।
पीएम मोदी ने इस दौरान यह भी कहा कि पिछले कई साल से बिहार विकास के मामले में पीछे था। इसका कारण राजनीति समेत कुछ अन्य कारण थे। उन्होंने कहा कि एक ऐसा भी समय था जब बिहार में बेहतर सड़क कनेक्टिविटी और इंटरनेट कनेक्टिविटी पर चर्चा नहीं होती थी। बिहार ने कई समस्याएं झेली हैं। लेकिन नीतीश कुमार ने न्यू इंडिया और न्यू बिहार की लक्ष्य प्राप्ति के लिए अहम भूमिका निभाई है। उन्होंने यह भी कहा, 'बिहार को प्रगति के रास्ते पर आगे ले जाने में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को अहम जिम्मेदारी निभानी है। हमें बिहार में सुशासन सुनिश्चित करना चाहिए। पिछले 15 वर्ष में किए गए अच्छे काम जारी रहने चाहिए।'पीएम मोदी ने कहा, 'कार्यक्रम की शुरुआत में मुझे एक दुखद खबर आपके साथ साझा करनी है। बिहार के दिग्गज नेता रघुवंश प्रसाद सिंह हमारे बीच नहीं रहे हैं। मैं उनको नमन करता हूं। रघुवंश बाबू के जाने से बिहार और देश की राजनीति में शून्य पैदा हुआ है। मैं नीतीश जी से आग्रह करूंगा कि रघुवंश प्रसाद जी ने अपनी आखिरी चिट्ठी में जो भावना प्रकट की है उसको परिपूर्ण करने के लिए आप और हम मिलकर पूरा प्रयास करें।'पीएम मोदी ने कहा, 'अब देश और बिहार उस दौर से बाहर निकल रहा है, जिसमें एक पीढ़ी काम शुरू होते देखती थी और दूसरी पीढ़ी उसे पूरा होते हुए। नए भारत, नए बिहार की इसी पहचान, इसी कार्यसंस्कृति को हमें और मजबूत करना है।' पीएम मोदी की ओर से जिन परियोजनओं का उद्घाटन किया गया है उनमें पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन परियोजना का दुर्गापुर-बांका खंड और बांका और चंपारण जिले में दो एलपीजी बॉटलिंग संयंत्र शामिल हैं।प्रधानमंत्री ने इस मौके पर कहा कि गैस पाइपलाइन परियोजना से बिहार में उर्वरक , बिजली और इस्पात क्षेत्र के उद्योगों को बढावा मिलेगा और सीएनजी आधारित स्वच्छ यातायात प्रणाली का भी लाभ होगा तथा रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी इंडियन ऑयल कॉरपोरेशन (आईओसी) द्वारा निर्मित 193 किलोमीटर की दुर्गापुर-बांका पाइपलाइन खंड पारादीप-हल्दिया-दुर्गापुर पाइपलाइन विस्तार परियोजना का हिस्सा है। प्रधानमंत्री ने 17 फरवरी, 2019 को इसका शिलान्यास किया था।