राजस्थान पंचायत चुनाव 2020 / इस गांव में वोटिंग से पहले ही चुने लिए गए सरपंच-वार्डपंच

Zoom News : Jan 09, 2020, 01:29 PM
जयपुर: एक ओर जहां चुनाव जीतकर कुर्सी हासिल करने के लिए गला काट प्रतिस्पर्धाएं हो रही हैं, वहीं दूसरी ओर पंचायत चुनाव में ग्रामीणों ने एकजुटता का परिचय देते आमेर पंचायत समिति की चिताणुकला गांव में मिसाल पेश की है।  इस गांव के ग्रामीणों ने आपसी सहमति से सरपंच और पंच को निर्विरोध चुन लिया है। 

राजधानी जयपुर में आमेर पंचायत समिति की चिताणुकला पंचायत के ग्रामीणों ने चुनाव में मदभेद, फिजूलखर्ची और विकास में रुकावट को देखते हुए अपनी पंचायत सरकार को निर्विरोध चुना है।  उत्तर प्रदेश के DG गोपाल लाल मीना की पत्नी सोनिया मीना को सरपंच और 9 पंचों को चुनाव से पहले ही चुन लिया गया है।  सभी पदों के लिए एक-एक नाम तय कर नामांकन भरवाया गया।  

होती है पैसों की बर्बादी

ग्रामीणों का मानना है कि चुनाव से गांव का माहौल खराब होता है और पैसे की भी बरबादी होती है।  सभी निर्वाचित प्रतिनिधियों ने ग्रामीणों के साथ मिलकर गांव में विजय जुलुस भी निकाला है।  ग्राम पंचायत चिताणु कला में एक सप्ताह पहले पंचायतीराज चुनाव को लेकर सर्व समाज की बैठक गांव के चौपाल पर हुई।  इसमें सभी ने सर्वसम्मति से बैठक में निर्णय लेते हुए आगामी पंचायतीराज चुनाव में सरपंच पद पर सोनिया मीणा को निर्विरोध सरपंच चुनने का निर्णय किया।  चौपाल पर सर्व समाज की बैठक में सभी ने सहमति प्रकट करते हुए सोनिया मीणा का नाम प्रस्तावित किया।  सभी ने समर्थन करते हुए चिताणुकलां से सरपंच पद पर निर्विरोध निर्वाचित करने का निर्णय किया।  गौरतलब है कि सोनिया मीणा डीजी उत्तर प्रदेश गोपाललाल मीणा की पत्नी हैं। 

ग्राम पंचायत चिताणुकलां के ग्रामीणों ने पेश की मिशाल

आबादी के हिसाब एक बड़ा पंचायत होने के बाद भी गांव में सरपंच और वार्डपंचो को निर्विरोध चुना जाना गांव वालों की एकता को दर्शाता है।  निर्विरोध चुनाव के इस पूरी प्रकिया में शामिल रहे ग्रामीणों ने बताया कि पहली बार इस तरह सभी प्रतिनिधियों को निर्विरोध चुनाव हुआ है।  यह एक ऐतिहासिक घटना है।  चुनाव लड़ने वालों में आपसी सहमति बनाने की हमने लगातार कोशिश की और हम इसमें सफल रहे हैं।  निश्चित तौर पर चितानुकलांगांव वालों इस एकता, नेक पहल से अन्य गांव वालों की प्रेरणा मिलेगी।  गांव में पहली प्राथमिकता के साथ अच्छी शिक्षा, स्वास्थ्य, खेल और पेयजल के लिए काम करेंगे।  चूल्हा चाकी छोड़ घूंघट में राजनीति करेंगी महिलाएं 

चिताणुकलां की निर्विरोध चुनी गई सरपंच सोनिया मीणा और वार्ड पंच महिलाओं का कहना है कि घूंघट राजस्थान की परंपरा है और महिलाओं को घूंघट में रहना चाहिए हालांकि अब राजनीति में आ चुके हैं लेकिन घूंघट सरपंच की कुर्सी पर बैठने के बाद भी रहेगा।  गांव में चुनी गई वार्ड पंच महिलाओं का कहना है कि राजनीति में पहली बार कदम रख रहे हैं।  थोड़ी सी हिचकिचाहट है लेकिन वार्ड पंचाई तो हमारे पति ही करेंगे। 

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