कारोबार / सेंसेक्स पहुंचा 3 साल के निचले स्तर पर, रुपया भी डॉलर के मुकाबले 75 के नीचे आया

Dainik Bhaskar : Mar 19, 2020, 05:46 PM
मुंबई. शेयर बाजार में गुरुवार को तेज रिकवरी देखी गई। सेंसेक्स में 2155 अंक की गिरावट के बाद 501 अंक की बढ़त दर्ज की गई। इसी तरह निफ्टी 636 पॉइंट गिरने के बाद करीब 107 अंक ऊपर आ गया। हालांकि, बाजार बढ़त के साथ बंद नहीं हो सका। सेंसेक्स ने 581.28 अंक नीचे 28,288.23 पर और निफ्टी ने 205.35 पॉइंट नीचे 8,263.45 पर कारोबार खत्म किया। कारोबार की शुरुआत में बाजार में तेज गिरावट देखी गई थी। सेंसेक्स 1809 अंक नीचे खुला था। उधर, रुपया भी डॉलर के मुकाबले 75 के नीचे फिसल गया।

बाजार में गिरावट का लगातार चौथा दिन  

बाजार में इस हफ्ते गिरावट का लगातार चौथा दिन रहा। बुधवार को भी सेंसेक्स 1709 अंक गिरकर 28,869 पर और निफ्टी 425.55 पॉइंट नीचे 8,541.50 पर बंद हुआ था। 

बाजार में गिरावट की 3 वजह  

1. कोरोनावायरस का असर : कोरोनावायरस के मामले बढ़ने की वजह से दुनियाभर में आर्थिक गतिविधियों में कमी आई है। इससे मंदी गहराने की आशंका बढ़ रही है। ऐसे में विश्लेषक ग्लोबल जीडीपी ग्रोथ में 1% गिरावट का आकलन कर रहे हैं।

2. दुनियाभर के बाजारों में गिरावट : अमेरिकी शेयर बाजार डाउ जोंस बुधवार को 6.3% गिरावट के साथ बंद हुआ। एशियाई बाजारों में भी 6% तक नुकसान देखा जा रहा है। कोरोनावायरस के बढ़ते असर को देखते हुए यूरोपियन सेंट्रल ने 820 अरब डॉलर का राहत पैकेज घोषित किया। इससे बावजूद बाजारों में गिरावट नहीं थमी।

3. विदेशी निवेशक पैसा निकाल रहे : विदेशी संस्थागत निवेशक (एफआईआई) भारतीय बाजार में लगातार शेयर बेच रहे हैं। बुधवार को उन्होंने 5,085.35 करोड़ रुपए के शेयर बेचे। मार्च में महीने में अब तक 43,000 करोड़ के शेयर बेच चुके हैं।

बीएसई पर 71% कंपनियों के शेयर गिरे  

> बीएसई का मार्केट कैप 109 लाख करोड़ रुपए रहा

> 2,561 कंपनियों पर ट्रेड हुआ। जिसमें 572 कंपनियों के शेयर बढ़त में और 1,829 कंपनियों के शेयर में गिरावट रही

> 14 कंपनियों के शेयर 1 साल के उच्च स्तर और 1,206 कंपनियों के शेयर एक साल के निम्न स्तर पर रहे

> 77 कंपनियों के शेयर में अपर सर्किट और 463 कंपनियों के शेयर में लोअर सर्किट लगा

सेबी ने लिस्टेड कंपनियों के लिए तिमाही नतीजे घोषित करने की समयसीमा बढ़ाई  

सेबी ने शेयर बाजार में लिस्टेड कंपनियों को मार्च तिमाही के नतीजे घोषित करने के लिए एक महीने की छूट दे दी है। कंपनियां अब 30 जून तक तिमाही नतीजे घोषित कर सकेंगी। पहले इसकी डेडलाइन 31 मई थी। कोरोनावायरस के असर की वजह से सेबी ने समय बढ़ाया है। शेयर ट्रांसफर के छमाही कंप्लायंस सर्टिफिकेट का समय भी एक महीने बढ़ाया गया है। निवेशकों की शिकायतों का तिमाही स्टेटमेंट जारी करने के लिए तीन हफ्ते और सालाना कप्लायंस रिपोर्ट के लिए एक महीने का अतिरिक्त समय दिया गया है।

बीएसई सेंसेक्स 30  

आईटीसी, भारती एयरटेल, कोटक बैंक, इंफोसिस, हीरोमोटर्स, पावरग्रिड, एचडीएफसी बैंक और बजाजऑटो को छोड़कर अन्य सभी बीएसई सेंसेक्स में गिरावट देखने को मिली।


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