News18 : Jul 06, 2020, 10:08 AM
कानपुर। गैंगस्टर विकास दुबे से एनकाउंटर में शहीद हुए यूपी पुलिस के डीएसपी देवेन्द्र मिश्रा (Devendra Mishra) की बेटी ने पुलिस फोर्स ज्वाइन करने की बात कही है। कानपुर के चौबेपुर थाना क्षेत्र में बीते 3 जुलाई को बिकरू गांव में गैंगस्टर विकास दुबे के साथ हुई मुठभेड़ में डीएसपी देवेन्द्र मिश्रा समेत 8 पुलिसवाले शहीद हो गए थे। पुलिस टीम का नेतृत्व देवेन्द्र मिश्रा ही कर रहे थे। बीते शनिवार को उनके पार्थिव शरीर को मुखाग्नि देने के बाद रविवार को बेटियों ने उनकी अस्थियों को गंगा में विसर्जित किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देवेन्द्र मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी ने पुलिस ज्वाइन करने की बात कही है। वैष्णवी ने कहा कि वह डॉक्टर बनने के अपने सपने को छोड़ देंगी और अपने पिता की तरह ही पुलिस फोर्स ज्वाइन करेंगी। वैष्णवी ने कहा, 'मैं विकास दुबे जैसे अपराधियों को वहीं भेजूंगी, जहां उनकी असली जगह है।' शहीद देवेन्द्र की छोटी बेटी वैशाली सिविल सेवा में जाना चाहती हैं। 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही वैशाली ने कहा कि वो सिविल सेवा की तैयारी कर रही हैं।सीबीआई जांच की मांगमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शहीद की बेटियों ने पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि छापेमारी से पहले गांव की बिजली क्यों काट दी गई? उनके पिता ने पहले ही एक अधीनस्थ अधिकारी पर अनुशासनहीनता और अनियमितता के आरोप लगाए थे, उसपर जांच क्यों नहीं की गई। शहीद की बेटियों ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। कानपुर के पूर्व एसएसपी व स्पेशल टास्क फोर्स के डीआईजी अनंत देव ने पुष्टि की कि मिश्रा ने एसओ के व्यवहार के बारे में शिकायत की थी। उन्होंने कहा, 'सीनियर्स और जूनियर्स के बीच इस तरह के मतभेद लगभग हर पेशे में आम है। मुझे नहीं लगता कि इस घटना से कोई सीधा संबंध था।'
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, देवेन्द्र मिश्रा की बड़ी बेटी वैष्णवी ने पुलिस ज्वाइन करने की बात कही है। वैष्णवी ने कहा कि वह डॉक्टर बनने के अपने सपने को छोड़ देंगी और अपने पिता की तरह ही पुलिस फोर्स ज्वाइन करेंगी। वैष्णवी ने कहा, 'मैं विकास दुबे जैसे अपराधियों को वहीं भेजूंगी, जहां उनकी असली जगह है।' शहीद देवेन्द्र की छोटी बेटी वैशाली सिविल सेवा में जाना चाहती हैं। 12वीं कक्षा की पढ़ाई कर रही वैशाली ने कहा कि वो सिविल सेवा की तैयारी कर रही हैं।सीबीआई जांच की मांगमीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, शहीद की बेटियों ने पुलिस और प्रशासन की भूमिका पर कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने कहा कि छापेमारी से पहले गांव की बिजली क्यों काट दी गई? उनके पिता ने पहले ही एक अधीनस्थ अधिकारी पर अनुशासनहीनता और अनियमितता के आरोप लगाए थे, उसपर जांच क्यों नहीं की गई। शहीद की बेटियों ने मामले में सीबीआई जांच की मांग की है। कानपुर के पूर्व एसएसपी व स्पेशल टास्क फोर्स के डीआईजी अनंत देव ने पुष्टि की कि मिश्रा ने एसओ के व्यवहार के बारे में शिकायत की थी। उन्होंने कहा, 'सीनियर्स और जूनियर्स के बीच इस तरह के मतभेद लगभग हर पेशे में आम है। मुझे नहीं लगता कि इस घटना से कोई सीधा संबंध था।'