Live Hindustan : Sep 26, 2019, 01:48 PM
जो वयस्क जीवन के चार साल भी आर्थिक तंगी में गुजारते हैं, उनके जल्दी बूढ़े होने की आशंका अन्य लोगों की तुलना में बढ़ जाती है। एक हालिया शोध में यह दावा किया गया है।इस शोध में आर्थिक तंगी का उम्र बढ़ने पर होने वाले प्रभाव का विश्लेषण किया गया है। यूरोपियन जर्नल ऑफ एजिंग में यह शोध प्रकाशित किया गया है। अध्ययन में आर्थिक तंगी के मानक के लिए उन लोगों को शामिल किया गया जो कम आय वर्ग के थे। शोधकर्ताओं ने अधेड़ उम्र के 5,575 वयस्कों पर अध्ययन किया। इनमें से 18 फीसदी प्रतिभागी ऐसे थे जिन्होंने 1987 से लेकर 2008 तक आर्थिक तंगी झेली।खराब प्रदर्शन किया-शोधकर्ताओं की टीम ने उम्र के तेजी से बढ़ने की प्रक्रिया को शारीरिक और ज्ञानात्मक गतिविधियों के अनुसार मापा। इन गतिविधियों में कुर्सी उठाना, पकड़ने की क्षमता, कूदना और संतुलन बनाना शामिल था। शोधकर्ताओं ने पाया कि जो लोग चार साल या उससे ज्यादा समय तक गरीबी में रहे थे उन्होंने आर्थिक तंगी से न जूझने वाले लोगों की तुलना में खराब प्रदर्शन किया।-आर्थिक तंगी से जूझने वाले लोगों की शारीरिक और बौद्धिक क्षमता कम हो जाती है।- कम उम्र में तंगी से उम्र के बढ़ने पर कोई प्रभाव नहीं पड़ता।कम उम्र में गरीबी झेलने से नहीं पड़ता फर्क-इस शोध में एक और तथ्य निकलकर सामने आया है कि कम उम्र में कुछ समय के लिए गरीबी झेलने से उम्र तेजी से नहीं बढ़ती। हालांकि, बाद की उम्र में नौकरी चले जाने या किसी अन्य वजह से आर्थिक तंगी झेलने वाले लोगों की उम्र तेजी से बढ़ने लगती है। इससे पता चलता है कि कम उम्र में उच्च शिक्षा या शॉर्ट टर्म नौकरी के कारण होने वाली आर्थिक तंगी बाद की उम्र में होने वाली परेशानियों से कम