लाइफस्टाइल / लॉकडाउन के हालात में कपल्स से ज्यादा खुश हैं सिंगल गर्ल्स & बॉयज, जानिए कैसे

NavBharat Times : Apr 03, 2020, 12:49 PM
लाइफस्टाइल डेस्क | लॉकडाउन और वर्क फ्रॉम होम की स्थिति में लोग खुद को एंटरटेन करने के नए-नए तरीके ढूंढने में कामयाब हो रहे हैं, खासतौर से वे लोग जो फैमिली के साथ रहते हैं। इस सिचुएशन से सबसे ज्यादा दिक्कत उन्हें हो रही है जो अकेले तो रहते ही हैं साथ ही में उनका स्टेटस भी सिंगल का है। ऐसे लोगों के पास न तो दिनभर चैट करने के लिए कोई स्पेशल वन होता है और न ही कोई परिवार का सदस्य जिसके साथ वह बातें या गेम्स खेल समय काट सकें। लेकिन डियर सिंगल्स आपको शायद इस बात का अहसास नहीं है कि आप उन लोगों से ज्यादा खुश हैं जो अपने पार्टनर या फैमिली के साथ रहते हैं। कैसे? चलिए जानते हैं।

सुबह लेट उठना

फैमिली के साथ रहने पर व्यक्ति कितना ही प्लान कर ले कि वह लेट तक सोएगा लेकिन ऐसा हो नहीं पाता। लेकिन सिंगल्स के साथ ऐसी कोई टेंशन नहीं है। वे तो जब तक मन चाहे तब तक जाग सकते हैं और मन मुताबिक सो सकते हैं। यह और ईजी तब बन जाता है जब स्टेटस सिंगल का हो। क्योंकि गुड नाइट, गुड मॉर्निंग बाबू-शोना बोलने या मेसेज भेजने का भी टेंशन नहीं है। हां, लेकिन अगर आपको वर्क फ्रॉम होम मिला है तो तब जरूर आपको टाइम से उठना पड़ेगा। मगर इस स्थिति में भी आप ज्यादा सो सकेंगे, क्योंकि ऑफिस जाने के लिए जो समय निकालना पड़ता था वह भी तो फिलहाल सिर्फ आपका ही है।

टोका-टाकी का नो टेंशन

अरे! कपड़े यहां क्यों रख दिए? काम शुरू करने से पहले ये ही कर देते, अरे! इसे ऐसे क्यों छोड़ दिया....आदि आदि। घर में किसी के साथ रहना वो भी लंबे समय तक यानी टोका-टाकी तो होनी ही है। पर सिंगल हैं तो इसके झंझट से आप आजाद हैं। कपड़े जब घड़ी करने हों तब करें, बर्तन धोने का जब मन हो तब धोएं, यहां तक कि जब नहाने का मन हो तब नहाएं... कोई आपको रोकने-टोकने वाला नहीं है।

जो खाना है खाओ

ब्रेकफस्ट बनाने का मन नहीं तो क्या टेंशन, रेडी टू मेड चीजें हैं। फ्रूट्स हैं। ओट्स हैं। न जाने कितने सारे ऑप्शन्स मौजूद हैं। कुछ खास खाने का मन है? नई रेसिपी ट्राई करें और जो मन में आए बनाएं, क्योंकि न तो आपको फैमिली के लिए खाना बनाने का टेंशन है और न ही इस बात का कि 'पता नहीं वो खाएगा या नहीं'। यहां बनाने वाले भी आप हैं और खाने वाले भी आप, इसलिए आपको जो पसंद हो वो बनेगा और डिश अच्छी बने तब उसके स्वाद का मजा लेने के साथ ही रेसिपी सोशल मीडिया पर भी पोस्ट कर दीजिए ताकि दूसरे भी इसे ट्राई कर सकें।

काम में हिस्सेदारी का नो टेंशन

अकेले रहते हुए सारे काम खुद ही करने पड़ते हैं, है ना? लेकिन इसमें दुखी होने वाली क्या बात है? जरा उनका सोचिए जिन्हें वर्क फ्रॉम होम के चक्कर में अपने साथ ही पूरे परिवार के लोगों के हिस्से का काम करना पड़ रहा है। मान लीजिए उनके बीच जिम्मेदारी बंट भी जाए तब भी तो एक से ज्यादा लोगों के लिए ही तो काम करना होगा। उदाहरण के लिए बर्तन धोने की ड्यूटी पति की है तो कपड़े तो आपको ही धोने होंगे ना, वो भी दोनों के या फिर परिवार के। अब बताइए, सिर्फ खुद के लिए काम करना अच्छा है या नहीं?

जब तक मन हो मूवी देखें, बात करें

ऑफिस का काम हो गया, घर का काम हो गया... अब खाली समय में क्यों न मूवी निपटा ली जाए... ये सोचते ही पता चला घर के किसी मेंबर ने आवाज लगा दी या फिर गर्लफ्रेंड का फोन आ गया... तब आपका मूवी देखने का प्लान हो गया चौपट। अगर अकेले हैं और सिंगल हैं तब आपको ये परेशानियां परेशान नहीं करने वालीं। और हां मूवी की जगह दूर रह रहे पैरंट्स, कजिन, दोस्त, जिससे भी देर तक बात करने का मन है तो वह भी बिना रुकावट के किया जा सकता है।

सिर्फ खुद की टेंशन

यार दो-तीन लोगों के हिसाब से तो सामान ज्यादा लाना पड़ेगा... पता नहीं उसने सामान लिया या नहीं वो परेशान न हो जाए....। इस तरह के टेंशन से भी सिंगल और अकेले रह रहे लोग फ्री हैं। उन्हें सिर्फ अपने हिसाब से सामान लाना है, जिसे वह अपनी जरूरत के मुताबिक उपयोग भी कर सकते हैं। वहीं उन्हें इस बात का भी टेंशन नहीं लेनी है कि उनकी गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड के पास सामान है या नहीं।

झगड़े का नो टेंशन

कोई रोकने-टोकने वाला नहीं, किसी के मुताबिक कोई काम करने की बाध्यता नहीं, किसी के लिए अलग से टाइम निकालने का टेंशन नहीं, ऐसे में झगड़े का भी कोई लफड़ा नहीं। सिंगल्स के लिए इससे बड़ा फायदा तो शायद ही कोई हो। लॉकडाउन के कारण न जाने कितने कपल्स के बीच तना-तनी शुरू हो गई है क्योंकि काम में डूबे रहने वाले दो लोग अब पल-पल साथ बिता रहे हैं, ऐसे में कुछ चीजें ज्यादा खटकने लग जाती हैं। वहीं ऑफिस का काम निपटाकर भी खुद के लिए समय न निकाल पाना क्योंकि घर में हाथ बंटाना है, यह स्थिति भी फ्रस्टेट कर देती है। ऐसे में आप खुद ही सोचिए कि सिंगल और अकेले रहते हुए आप कितने खुश हैं।

जो मर्जी करे पहनो

जब फैमिली के साथ रहते हैं तो सभी कपड़ों को लेकर कुछ खास बातों का ध्यान रखते हैं। लेकिन अकेले रहने वालों को इससे कोई टेंशन नहीं है क्योंकि वह जो चाहे वो पहनकर दिनभर रह सकते हैं, फिर चाहे वो ट्रैकसूट में रहें, जिमवेअर में, पजामा टी-शर्ट में, शॉर्ट गाउन में या जो उनका दिल चाहे। अब इस पर अगर कोई सिंगल भी है तब तो और भी ज्यादा सुकून है क्योंकि गर्लफ्रेंड या बॉयफ्रेंड का अचानक विडियो कॉल आ जाए और आप कल की ही टी-शर्ट में बैठे हों तो इस स्थिति में कपड़े बदलने के लिए भागना पड़ता है, पर सिंगल्स को ऐसा कोई टेंशन नहीं है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER