News18 : Apr 22, 2020, 02:57 PM
जयपुर। कोरोना (COVID-19) संकट काल में अशोक गहलोत सरकार ने बड़ा निर्णय लिया है। प्रदेश में अब मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत बनाने पर काम किया जाएगा। इसके लिए अगले 2 साल तक एमएलए लेड का पैसा केवल मेडिकल सेक्टर (Medical sector) से जुड़े कार्यों पर ही खर्च किया जा सकेगा। इस तरह की पहल करने वाला राजस्थान देश का पहला राज्य होगा।
मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होने के बाद आदेश जारी कर दिए जाएंगे
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ। सुभाष गर्ग का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया जा चुका है। जल्द ही इस सम्बन्धी फाइल पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होने के बाद आदेश जारी कर दिए जाएंगे। आदेश जारी होने के बाद विधायक निधि कोष की राशि अन्य कार्यों पर खर्च नहीं की जा सकेगी और केवल मेडिकल से जुड़ी सुविधाओं पर ही इसका उपयोग किया जा सकेगा। प्रत्येक विधायक को लोकल एरिया डवलपमेंट योजना के तहत हर साल अपने निर्वाचन क्षेत्र में सवा दो करोड़ की राशि तक के कार्य करवाने की पॉवर है। इस राशि को सार्वजनिक हित के कार्यों पर खर्च किया जा सकता है।विधायक हैं सहमत
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ। सुभाष गर्ग के मुताबिक देश-प्रदेश का मेडिकल सिस्टम दूसरे देशों की तुलना में काफी कमजोर है और कोरोना ने इसे मजबूत बनाने का अवसर दिया है। गर्ग के मुताबिक विधायक इस बात पर सहमत हैं कि पूरा पैसा चिकित्सा सुविधाओं पर खर्च किया जाए और इस फैसले के लिए वो मुख्यमंत्री का आभार भी जता रहे हैं। मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होने से कोरोना समेत ऐसी दूसरी आपदाओं से लड़ने में मदद मिलेगी।
घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत हैउन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह खत्म नहीं होगा बल्कि दूसरे वायरसों की तरह ही सामान्य रूप से चलता रहेगा। लिहाजा इससे घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है। गर्ग ने कहा कि यह वायरस हमें एक नई सीख देकर जाएगा कि हमें अपनी लाइफस्टाइल किस तरह की रखनी है।
मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होने के बाद आदेश जारी कर दिए जाएंगे
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ। सुभाष गर्ग का कहना है कि राज्य सरकार द्वारा यह निर्णय लिया जा चुका है। जल्द ही इस सम्बन्धी फाइल पर मुख्यमंत्री के हस्ताक्षर होने के बाद आदेश जारी कर दिए जाएंगे। आदेश जारी होने के बाद विधायक निधि कोष की राशि अन्य कार्यों पर खर्च नहीं की जा सकेगी और केवल मेडिकल से जुड़ी सुविधाओं पर ही इसका उपयोग किया जा सकेगा। प्रत्येक विधायक को लोकल एरिया डवलपमेंट योजना के तहत हर साल अपने निर्वाचन क्षेत्र में सवा दो करोड़ की राशि तक के कार्य करवाने की पॉवर है। इस राशि को सार्वजनिक हित के कार्यों पर खर्च किया जा सकता है।विधायक हैं सहमत
चिकित्सा राज्यमंत्री डॉ। सुभाष गर्ग के मुताबिक देश-प्रदेश का मेडिकल सिस्टम दूसरे देशों की तुलना में काफी कमजोर है और कोरोना ने इसे मजबूत बनाने का अवसर दिया है। गर्ग के मुताबिक विधायक इस बात पर सहमत हैं कि पूरा पैसा चिकित्सा सुविधाओं पर खर्च किया जाए और इस फैसले के लिए वो मुख्यमंत्री का आभार भी जता रहे हैं। मेडिकल इंफ्रास्ट्रक्चर मजबूत होने से कोरोना समेत ऐसी दूसरी आपदाओं से लड़ने में मदद मिलेगी।
घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत हैउन्होंने कहा कि कोरोना वायरस अभी पूरी तरह खत्म नहीं होगा बल्कि दूसरे वायरसों की तरह ही सामान्य रूप से चलता रहेगा। लिहाजा इससे घबराने की नहीं बल्कि एहतियात बरतने की जरूरत है। गर्ग ने कहा कि यह वायरस हमें एक नई सीख देकर जाएगा कि हमें अपनी लाइफस्टाइल किस तरह की रखनी है।