Health / तनाव ऐसे प्रभावित करता है आपके खाने की दिनचर्या, जानें क्या करें और क्या न करें

Zee News : Aug 19, 2020, 09:20 AM
नई दिल्ली: तनाव (Tension) की वजह से हमारी खाने की दिनचर्या भी प्रभावित हो जाती है। तनाव के दौरान दिमाग में पाया जाने वाला सेरोटोनिन (Serotonin) ऐसे खाने की मांग करता है, जिसमें सेरोटोनिन की अधिकता हो। इनमें कार्बोहाइड्रेट (Carbohydrate) की मात्रा ज्यादा होती है। पर्याप्त मात्रा में सेरोटोनिन पहुंच जाने पर यह दिमाग को इस बात के सिग्नल देता है कि पेट पूरी तरह भर चुका है और अब आपको खाना बंद कर देना चाहिए। 

इटावा के पूर्व सीएमओ डॉ। अंकुर चक्रवर्ती बताते हैं कि इस तरह के खानों में चाकलेट, पेस्ट्री, पिज्जा, ब्रेड, बर्गर और आइसक्रीम होते हैं। ऐसा खाना खाने के दो घंटे बाद जब खून (Blood) में शर्करा का स्तर, खाने के पहले वाजी स्थिति में पहुंच जाता है, तो शरीर दिमाग को फिर से और खाना खाने की इच्छा के सिगनल भेजता है।

जितनी ज्यादा शक्कर (Suger) आप खाएंगे, उतना ही ज्यादा आप भूखा महसूस करेंगे। शरीर उस शक्कर से ज्यादा से ज्यादा इंसुलिन की मात्रा का उपयोग ऊर्जा के लिए करेगा। जब शरीर ने ऊर्जा की जरूरत महसूस की, तो उसने इसे ग्लाइकोजन के रूप में एकत्र कर दिया और शेष को शरीर में वसा के रूप में स्टोर कर दिया।


क्या करें?

घर में  मसालेदार स्नैक खाने से परहेज करें। ज्यादातर खाने के शौकीन लोगों को पेस्ट्री, चॉकलेट और केक पसंद होता है। इसलिए घर में इन्हें न रखें। इसके बजाय भूख लगने पर दो-तीन चम्मच ग्लूकोज लें। यह मीठा भी होता है और शरीर में सेरोटोनिन के स्तर को जल्दी बढ़ा देता है। जिससे आपका दिमाग आपसे ज्यादा खाने की मांग नहीं करता है।

अगर आप अपना वजन कम करने की तैयारी कर रहे हैं। तो ध्यान रखिए कि इसे पाने के लिए आपको मेहनत की काफी जरूरत है।

अपने भोजन के समय को व्यवस्थित रखें

- सुबह नाश्ता नहीं, दोपहर में हलका खाना और शाम को भारी डिनर, इस डाइट से आप बचने की कोशिश करें।

- ध्यान रखिए कि मांस बढ़ाने के लिए व्यायाम बेहद महत्वपूर्ण है।

- अगर आप रोजाना व्यायाम करते हैं, तो कभी-कभार चॉकलेट, पेस्ट्री खाना और त्यौहारों के दौरान ही ज्यादा तैलीय खाना नुकसान दायक नहीं होता है।

- अपनी मेंटेन डाइट को किसी भी हालत में न त्यागें।


SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER