Zee News : Jul 05, 2020, 06:14 AM
नई दिल्ली: पाकिस्तान का चीन को समर्थन देना अब उस पर ही भारी पड़ता नजर रहा है। पाक केविदेश विभाग ने पीएम इमरान खान को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर पाकिस्तान चीन का समर्थन नहीं बंद करता तो उसे वैश्विक स्तर पर अलगाव का सामना करना पड़ेगा।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया कि विदेश विभाग ने कहा है कि भारत से तनाव और कोरोना वायरस के कारण चीन वैश्विक स्तर पर आलोचनाओं का सामना कर रहा है। अगर पाकिस्तान चीन के साथ अपनी नीतियों की समीक्षा नहीं करता है तो उसे आर्थिक महाशक्तियों के गुस्सा का खामियाजा भुगतना होगा। कोरोना संकट के कारण यह शक्तियां भारत के साथ तनातनी के बाद चीन को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के प्रयासों में जुटी हैं।चीन का समर्थन कर रहे पाकिस्तान को झटका उस वक्त लगा जब यूरोपीय यूनियन और ब्रिटेन ने पाकिस्तानी एयरलाइंस के विमानों को उड़ान भरने के लिए बैन कर दिया। पाकिस्तान ने देशों को समझाने का प्रयास किया कि उसके चालक (पायलट) काबिल हैं, हालांकि इन बातों का कोई असर नहीं हुआ।
पाकिस्तान में चीन को लेकर गुस्सापाकिस्तानी सूत्रों की मानें तो बलूचिस्तान और गिलगित बाल्टिस्तान में जिस तरह से चीन CPEC के लिए पाक संसाधनों का शोषण और स्थानीय लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है, उससे पाकिस्तानियों में चीन को लेकर गुस्सा है। बलूच और गिलगित बालटिस्तान के लोगों को नौकरियां नहीं दी जाती है, बल्कि चीन की कंपनियां कम पैसों के लिए चाइनीज मजदूरों को प्राथमिकता देती हैं।
न्यूज एजेंसी एएनआई ने सूत्रों के हवाले से एक रिपोर्ट में बताया कि विदेश विभाग ने कहा है कि भारत से तनाव और कोरोना वायरस के कारण चीन वैश्विक स्तर पर आलोचनाओं का सामना कर रहा है। अगर पाकिस्तान चीन के साथ अपनी नीतियों की समीक्षा नहीं करता है तो उसे आर्थिक महाशक्तियों के गुस्सा का खामियाजा भुगतना होगा। कोरोना संकट के कारण यह शक्तियां भारत के साथ तनातनी के बाद चीन को वैश्विक स्तर पर अलग-थलग करने के प्रयासों में जुटी हैं।चीन का समर्थन कर रहे पाकिस्तान को झटका उस वक्त लगा जब यूरोपीय यूनियन और ब्रिटेन ने पाकिस्तानी एयरलाइंस के विमानों को उड़ान भरने के लिए बैन कर दिया। पाकिस्तान ने देशों को समझाने का प्रयास किया कि उसके चालक (पायलट) काबिल हैं, हालांकि इन बातों का कोई असर नहीं हुआ।
पाकिस्तान में चीन को लेकर गुस्सापाकिस्तानी सूत्रों की मानें तो बलूचिस्तान और गिलगित बाल्टिस्तान में जिस तरह से चीन CPEC के लिए पाक संसाधनों का शोषण और स्थानीय लोगों को नुकसान पहुंचा रहा है, उससे पाकिस्तानियों में चीन को लेकर गुस्सा है। बलूच और गिलगित बालटिस्तान के लोगों को नौकरियां नहीं दी जाती है, बल्कि चीन की कंपनियां कम पैसों के लिए चाइनीज मजदूरों को प्राथमिकता देती हैं।