Taarak Mehta / जेठालाल को बबीता से राखी बंधवाने के पीछे पड़े गोकुलधाम वासी, जैसे-तैसे छुड़ाई...

Jansatta : Jul 14, 2020, 08:30 AM
Taarak Mehta Ka Ooltah Chashmah: तारक मेहता… शो में वैसे तो सभी कैरेक्टर्स कमाल के हैं। लेकिन फैंस जेठालाल और बबीता की जोड़ी को सबसे ज्यादा पसंद करते हैं। वहीं जेठालाल भी बबीता से फ्लर्ट करने का कोई मौका नहीं छोड़ते हैं। लेकिन एक बार जेठालाल का ये दांव उन पर ही उल्टा पड़ गया था। दरअसल शो में एक बार दिखाया गया था कि सभी गोकुलधाम वासी एक ये फैसला करते हैं कि सभी त्यौहारों की तरह वो रक्षाबंधन भी इस बार सबके साथ मिलकर मनाएंगे। ये सुनते ही टप्पू के पापा के होश उड़ जाते हैं और वो मन ही मन सोचते हैं कि अगर ऐसा हुआ तो उन्हें बबीता से राखी बंधवानी पड़ेगी।

जिस वजह से जेठालाल सार्वजनिक रक्षाबंधन मनाने का विरोध करते हैं। लेकिन उनके बापू जी यानी चंपक चाचा उनको चुप करवा देते हैं और ये फैसला करते हैं कि कल सुबह सभी गोकुलधाम वासी एक साथ सार्वजनिक रक्षाबंधन मनाएंगे। सार्वजनिक रक्षाबंधन की बात तो जेठालाल की रातों की नींद उड़ा देती है। वो अपनी दुकान में पूरे दिन यही सोचते रहते हैं कि ऐसा क्या बहाना लगाया जाए जिससे वो बबीता से राखी बंधवाने से बच जाएं। लेकिन उन्हें कुछ समझ नहीं आता और उनके दिमाग में बस वही रक्षाबंधन का मंज़र घूमता है जिसमें बबीता उनके राखी बांध रही हैं।

इसके बाध आखिरकार रक्षाबंधन वाली सुबह आती है और सभी गोकुलधाम की बहनें सभी मर्दों के राखी बांध रही होती हैं। वहीं जैसे-जैसे जेठालाल का बबीता से राखी बंधवाने का समय नज़दीक आता है। जेठालाल चिंतित होते जाते हैं। इसके बाद वो खड़े-खड़े ही सपना देखते हैं कि उनके सपनों की रानी बबीता उनकी तरफ राखी लेकर आगे बढ़ रही हैं। जिसे देख कर टप्पू के पापा की तो जान ही निकल जाती है। सपने में ही वो पीछे हटने लगते हैं तो गोकुलधाम वासी जबरदस्ती जेठालाल का हाथ बबीता की तरफ बढ़ा देते हैं।

इसके बाद उनका सपना टूटता है और वो ज़ोर से ‘नहीं- नहीं’ चीखने लगते हैं। तब सभी उनसे पूछते हैं कि क्या हुआ। इसके बाद जेठालाल सपने से जाग कर खुश हो ही रहे होते हैं कि ये सच नहीं सपना था। इतने में भिड़े बबीता से जेठालाल के राखी बांधने को कहता है। जिसके बाद जेठालाल मायुस होकर हाथ आगे बढ़ा ही रहे होते हैं कि तभी बबीता का भाई जतिन 10 साल बाद उनसे मिलने आ जाता है। जिसे देख बबीता, जेठालाल के राखी बांधना भूल कर अपने भाई के पास भागकर चली जाती हैं। वहीं इसके बाद टप्पू के पापा राहत की सांस लेते हैं क्योंकि उनकी जैसे-तैसे राखी बंधने से जान बचती है।

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