कार्रवाई / दलाल काे कई नेताओं का संरक्षण था, 15 दिन से डीआईजी के घर पर रह रहा था

Zoom News : Jun 26, 2020, 08:41 AM

जयपुर  भरतपुर रेंज डीआईजी लक्ष्मण गाैड़ के नाम पर पांच लाख की रिश्वत लेने के आराेपी प्रमाेद शर्मा काे कई राजनेताओं का भी संरक्षण था। मामला खुलने के बाद प्रमाेद शर्मा के साथ राजनेताओं की फाेटाे साेशल मीडिया पर वायरल हाे गई। इधर, एसीबी काे पूछताछ में आराेपी ने बताया कि वह काेराेनाकाल में 15 दिन तक डीआईजी के घर पर ही रहा।

दलाल के मालवीय नगर स्थित घर से बरामद चेक, पर्चियाें के बारे में आराेपी ने कुछ नहीं बताया। गुरुवार दाेपहर काे दलाल काे काेर्ट ने जेल भेज दिया। अब एसीबी आराेपी का काेराेना रिपाेर्ट आने के बाद जेल भेजेगी। तब तक आराेपी एसीबी की हवालात में ही रहेगा। एसीबी ने मामले में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक पृथ्वीराज मीना काे जांच अधिकारी बनाया है।


एसीबी की जांच में भरतपुर के दाे दलाल राकेश और सुभाष का नाम भी सामने आया है। जाे ट्रांसपाेर्टर्स से वसूली करते थे। माना जा रहा है कि एसीबी अब इनकाे भी पूछताछ के लिए बुलाएगी। आरोपी दलाल प्रमाेद शर्मा के पिता सेल टैक्स में बाबू से रिटायर हुए हैं, प्रमाेद शर्मा के पास कराेडाें रूपए कीमत का चार मंजिला लग्जरी बंगला है। ऐसे में एसीबी जांच कर रही है कि कुछ वर्षाें में ही कराेडाें का मालिक कैसे बन गया। 

सोशल मीडिया पर वायरल हो रही प्रमोद के दुस्साहस और रसूख की तस्वीरें
भरतपुर के उद्याेग नगर थाना प्रभारी की एसीआर सही भरने और रेंज डीआईजी का संरक्षण बनाए रखने के लिए पांच लाख रुपए रिश्वत लेते पकड़ा गया आराेपी प्रमाेद शर्मा हवा में फायरिंग करता हुई। दूसरी फोटो में वह डीआईजी भरतपुर लक्ष्मण गौड़ के साथ। प्रमोद की कई फोटो रसूखदार लोगों के साथ वायरल हो रही हैं। 

फोन नहीं करने पर एसएचओ को धमकाता था प्रमोद
एसीबी एडीजी साैरभ श्रीवास्तव ने बताया कि जिन दाे दलालाें के नाम सामने आए हैं  उनकी जांच कर रहे है। आराेपी प्रमाेद शर्मा पहले थाना प्रभारियाें काे फाेन कर बात करता। इसके बाद वाट्स एप काॅलिंग करने काे कहता। वाट्सएप काॅलिंग नहीं करने पर थाना प्रभारियाें काे धमकाता।
आराेपी के पास मिली नाकाें की पर्चियाें, चेक के बारे में जांच कर रहे हैं। आरोपी काे पूछताछ के लिए रिमांड पर लेंगे। आरोपी दलाल की काॅल डिटेल से पता चलेगा कि आरोपी रेंज सहित पुलिस अन्य विभागाें में किस किस से बात करता था। 

एसीबी के राडार पर था भरतपुर, कंप्लेन मिली और कार्रवाई
एसीबी के अनुसार भरतपुर रेंज एसीबी के राडार पर था। एसीबी काे पता चला था कि रेंज में धमकाकर वसूली का खेल चल रहा है। एसीबी इस एंगल पर जांच कर रही थी कि इंस्पेक्टर की ओर से लिखित में शिकायत मिल गई। जिस पर एसीबी ने तत्काल कारवाई कर दलाल काे गिरफ्तार कर लिया। भरतपुर, धाैलपुर और सवाई माधाेपुर में धमकाकर वसूली की शिकायतें एसीबी तक पहुंची थी। 

एसीबी पर विश्वास था तभी अपने डीआईजी की शिकायत की
इस कारवाई के बाद अब चर्चा हाेने लगी है कि एक इंस्पेक्टर अपने ही रेंज डीआईजी के खिलाफ शिकायत लेकर एसीबी में पहुंचा, यह एसीबी के अफसराें का विश्वास था। एसीबी की कार्यशैली पर अगर हल्का सा भी शक हाेता ताे इंस्पेक्टर एसीबी में नहीं जाता।

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