News18 : Dec 25, 2019, 04:26 PM
बेंगलुरु। कर्नाटक के मंगलुरु में नागरिकता कानून (CAA) के खिलाफ प्रदर्शनों के दौरान पुलिस की गोलीबारी में मारे गए दो लोगों के परिजन को 10-10 लाख रुपये की सहायता देने का वापस ले लिया है। राज्य के मुख्यमंत्री बीएस येदियुरप्पा (BS Yediyurappa) ने यह जानकारी देते हुए कहा, 'इस मामले में गुन्हे अन्वेषण विभाग (CID) की जांच पूरी होने के बाद ही दोनों परिवारों को सहायता राशि दी जाएगी।'इससे पहले मुख्यमंत्री येडियुरप्पा ने रविवार को एलान किया था कि मेंगलुरू में प्रदर्शन के दौरान मारे लोगों के परिवारवालों को 10 लाख की सहायता प्रदान की जाएगी। बता दें कि 19 दिसंबर को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान दो लोगों की मौत हो गई थी, जिनकी पहचान जलील और नौसुद्दीन के रूप में की गई है।मुख्यमंत्री ने दक्षिण कन्नड़ जिले में वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, 'पुलिस गोलीबारी में मारे गए लोगों के परिजन को अनुग्रह राशि देने के बारे में अभी कोई निर्णय नहीं लिया गया है क्योंकि अपराधियों को अनुग्रह राशि देना अपने आप में अक्षम्य अपराध है।' उन्होंने कहा, 'पहले सरकार ने अनुग्रह राशि देने का निर्णय लिया था लेकिन अब हमने इसे वापस ले लिया है।'
मुख्यमंत्री केरल से मंगलवार रात को लौटे और उन्होंने रात से ले कर सुबह तक अधिकारियों के साथ कई बैठके कीं। उन्होंने कहा कि उन्होंने पुलिस को 19 दिसंबर को दंगा करने वालों की पहचान करने और उनके खिलाफ मामला दर्ज करने और कड़ी कार्रवाई शुरू करने का निर्देश दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा, 'अब यह स्पष्ट है कि यह (मंगलुरु दंगा) षड़्यंत्र था। लोगों ने पुलिस थाने के शस्त्रागार में घुसने की कोशिश की। हम किसी को नहीं बख्शेंगे।' उन्होंने निराधार आरोप लगाने के लिये विपक्ष की आलोचना करते हुए कहा कि जब दिमाग नहीं काम करता है तब विपक्षी सदस्य इसी प्रकार की बात करते हैं।Karnataka Chief Minister BS Yediyurappa:
— ANI (@ANI) December 25, 2019
Compensation announced for the family of the two persons (who died during violence in Mangaluru during the anti-CAA protest) #CitizenshipAmendmentAct in Mangaluru will be decided only after the Crime Investigation Department inquiry. pic.twitter.com/56bY9SpByf