AajTak : Apr 23, 2020, 08:08 PM
बीकानेर | देश में 25 मार्च से चल रहे लॉकडाउन के चलते जोधपुर के रहने वाले एक डॉक्टर, अपनी मंगेतर से मिलने बीकानेर जिले में गए तो वहीं फंस गए। जैसे ही लॉकडाउन आगे बढ़ा तो परिवार में चिंता होने लगी कि बिना शादी के कब तक होने वाले दामाद घर में रहेंगे। आखिर 30 दिन बिना शादी के ससुराल में रहने के बाद दोनों विवाह बंधन में बंध ही गए।इस गजब शादी की चर्चा हर तरफ हो रही है। जोधपुर के रहने वाले और अहमदाबाद में काम कर रहे डॉक्टर विवेक मेहता की सगाई, बीकानेर की पूजा चोपड़ा से हुई जो पेशे से फैशन डिज़ाइनर हैं।विवेक 21 मार्च को अपनी मंगेतर पूजा से मिलने बीकानेर के गंगाशहर पहुंचे थे। अगले दिन से ट्रेन की आवाजाही बंद हो गई। राजस्थान में 22 मार्च से लॉकडाउन शुरू होने के चलते वह वापस अहमदाबाद नहीं जा सके तो मजबूरन उन्हें होने वाले ससुराल में ही रुकना पड़ा।जब लॉकडाउन दूसरी बार 15 अप्रैल से 3 मई तक बढ़ गया तो पूजा के पिता ने बीकानेर में गंगाशहर के जैन समाज के अध्यक्ष के आगे अपनी समस्या बताई लेकिन डॉक्टर विवेक के परिजन लॉकडाउन के चलते अहमदाबाद से यहां नहीं आ सकते थे। इस लॉकडाउन के दौरान कोर्ट मैरिज करना भी संभव नहीं था।उधर विवेक ने भी सोचा कि वह कब तक ससुराल में रहेंगे, अजब स्थिति बन गई है। आखिरकार दोनों परिवारों की सहमति से ससुराल में 30 दिन रहने के बाद सोमवार को डॉक्टर विवेक और पूजा विवाह बंधन में बंध गए।हालांकि, दूल्हे विवेक के माता-पिता भाई-बहन कोई भी शादी में शामिल नहीं हो सका। दुल्हन के परिजनों की उपस्थिति में विवाह बंधन में बंधे। लॉकडाउन के चलते डॉक्टर विवेक के परिजन व दोस्तों ने वीडियो कॉल पर शादी देखी। फैशन डिज़ाइनर पूजा ने भी अपने सास और ससुर से वीडियो कॉल पर आशीर्वाद लिया।विवेक ने बताया कि शादी से पहले हम लोगों ने घर पर ही प्री वेडिंग शूट भी करवाया। अब जब लॉकडाउन हटेगा, तब ही पूजा अपने ससुराल जाएगी। अभी फिलहाल डॉक्टर विवेक व पूजा दोनों बीकानेर के गंगाशहर में हैं।