Coronavirus / फट गया था कोरोना से मरने वाले पहले अमेरिकी मरीज का दिल

कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में 10।11 लाख लोग बीमार हो चुके हैं। जबकि, 58,351 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अभी एक अमेरिकी फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट ने दावा किया है कि कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में सबसे पहले जिस शख्स की मौत हुई थी, उसका दिल फट गया था। इस मामले के सामने आने के बाद पता चला कि अमेरिका में कोरोना वायरस से हुई पहली मौत ये थी।

AajTak : Apr 29, 2020, 08:08 AM
Coronavirus: कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में 10।11 लाख लोग बीमार हो चुके हैं। जबकि, 58,351 लोगों की मौत हो चुकी है। लेकिन अभी एक अमेरिकी फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट ने दावा किया है कि कोरोना वायरस की वजह से अमेरिका में सबसे पहले जिस शख्स की मौत हुई थी, उसका दिल फट गया था। इस मामले के सामने आने के बाद पता चला कि अमेरिका में कोरोना वायरस से हुई पहली मौत ये थी।

ये मामला है 6 फरवरी 2020 का, जब कैलिफोर्निया के सैन जोस इलाके में रहने वाली 57 वर्षीय महिला की मौत फ्लू की वजह से उनके घर में हुई थी। लेकिन अब पता चला है कि उन्हें कोरोना वायरस था। साथ ही कोरोना वायरस की वजह से उनका दिल फट गया था।  द मर्करी न्यूज के मुताबिक 25 अप्रैल यानी शनिवार को पैट्रिशिया की दोबारा अटॉप्सी यानी पोस्टमॉर्टम कराया गया। जिसमें यह खुलासा हुआ कि कोरोना वायरस की वजह से उनका दिल फट गया था। जबकि, पैट्रिशिया को दिल संबंधी कोई बीमारी भी नहीं थी।

पैट्रिशिया के पति ने बताया कि उनकी पत्नी बेहद सेहतमंद थी। रोज एक्सरसाइज करती थीं। कोलेस्ट्रॉल या ब्लडप्रेशर भी नहीं था। इसके बावजूद बीमार की चपेट में कैसे आईं, समझ नहीं आया। लेकिन शुरुआत में माना गया था कि पैट्रिशिया की मौत दिल का दौरा पड़ने से हुई है।  लेकिन दोबारा अटॉप्सी कराने पर पता चला कि कोरोना वायरस की वजह से पैट्रिशिया के दिल का वॉल्व फट गया था। फोरेंसिक पैथोलॉजिस्ट डॉ। जूडी मेलिनेक ने बताया कि पैट्रिशिया के शरीर के इम्यून सिस्टम और कोरोना वायरस में भयावह लड़ाई हुई है। 

डॉ। जूडी ने बताया कि कोरोना वायरस पैट्रिशिया के दिल की मांसपेशियों तक पहुंच गया था। जिसकी वजह से उनके दिल के वॉल्व फटने के बाद काम करना बंद कर दिया था। इसी वजह से पैट्रिशिया की मौत हुई थी।  डॉ। जूडी ने बताया कि आमतौर पर दिल उन लोगों का फटता है जिन्हें ज्यादा कोलेस्ट्रॉल हो। या फिर ब्लड प्रेशर की बीमारी हो या दिल की मांसपेशियों से जुड़ी कोई दिक्कत हो। लेकिन पैट्रिशिया का दिल एकदम दुरुस्त था। उसका आकार और वजन भी नहीं बढ़ा था।

डॉ। जूडी ने बताया कि सामान्य दिल कभी फटता नहीं है। पैट्रिशिया डो का वजन थोड़ा ज्यादा जरूर था लेकिन वो सामान्य और सेहतमंद महिला थीं। उन्हें कोलेस्ट्रॉल या दिल संबंधी किसी भी प्रकार की बीमारी नहीं थी। दुनिया भर के वैज्ञानिकों ने शोध करके पता लगाया है कि कोरोना वायरस से मरने वाले पांच में से एक मरीज की मौत दिल संबंधी दिक्कतों की वजह से हो रही है। क्योंकि कोरोना वायरस दिल पर हमला कर रहा है।