AajTak : May 04, 2020, 04:48 PM
अफ्रीका: अब आप चाहें तो अपने किसी प्रिय को चांद का टुकड़ा लाकर दे सकते हैं। बस आपकी जेब में होनी चाहिए अच्छी रकम। लंदन में इस चांद के टुकड़े की नीलामी होने वाली है। बस आपको जाकर उसे खरीद लेना है। आइए जानते हैं चांद के इस खूबसूरत पत्थर के बारे में।।।
वैज्ञानिकों का मानना है कि चांद का यह टुकड़ा किसी एस्टेरॉयड या धूमकेतु ने चांद पर टक्कर मारी होगी। उसके बाद यह टुकड़ा अंतरिक्ष में तेजी से निकल गया होगा। जो धरती पर अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में आकर गिरा।चांद के इस टुकड़े का वजन करीब 13.5 किलोग्राम है। इसकी नीलामी ब्रिटेन का नीलामीघर क्रिस्टी कर रहा है। नीलामी की शुरआती कीमत 2.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 19 करोड़ रुपए है।
माना जाता है कि जो एस्टेरॉयड या चांद का टुकड़ा धरती पर सहारा रेगिस्तान में कभी गिरा था। वह 26 हजार किलोग्राम का था। इसके कुछ टुकड़े सहारा के साथ-साथ कालाहारी रेगिस्तान तक भी पहुंचे थे।
वैज्ञानिकों का मानना है कि चांद का यह टुकड़ा किसी एस्टेरॉयड या धूमकेतु ने चांद पर टक्कर मारी होगी। उसके बाद यह टुकड़ा अंतरिक्ष में तेजी से निकल गया होगा। जो धरती पर अफ्रीका के सहारा रेगिस्तान में आकर गिरा।चांद के इस टुकड़े का वजन करीब 13.5 किलोग्राम है। इसकी नीलामी ब्रिटेन का नीलामीघर क्रिस्टी कर रहा है। नीलामी की शुरआती कीमत 2.5 मिलियन डॉलर यानी करीब 19 करोड़ रुपए है।
इस टुकड़े का नाम है NWA 12691। यह पृथ्वी पर पाया जाने वाला चांद का पांचवां सबसे बड़ा टुकड़ा है। धरती पर 650 किलोग्राम चांद के टुकड़े हैं जिसमें यह भी शामिल है। NWA 12691 का आकार फुटबॉल के बराबर है। क्रिस्टी के विज्ञान और प्राकृतिक इतिहास के प्रमुख जेम्स हिसलोप ने बताया कि आपके हाथों में ऐसा टुकड़ा रखने का मौका है जिसे आप कभी नहीं भूलेंगे।जेम्स ने कहा कि यह चंद्रमा का एक वास्तविक टुकड़ा है। यह इंसान के सिर से कुछ बड़ा है। यह टुकड़ा अंतरिक्ष इतिहास या मून एक्सप्लोरेशन में रुचि रखने वाले व्यक्ति के लिए अद्भुत संग्रहणीय वस्तु है। जो टुकड़े इसके साथ धरती पर गिरे थे वो सहारा रेगिस्तान, अल्जीरिया में गिरे थे। अब तक 30 से ज्यादा टुकड़े खोजे जा चुके हैं। इनमें से ज्यादातर क्लासीफाइड हैं। यानी किसी को इनके बारे में ज्यादा जानकारी नहीं है।जांच में सामने आया है कि यह चंद्रमा का ही असली टुकड़ा है। अमेरिका स्पेस एजेंसी नासा के अपोलो मिशन द्वारा चंद्रमा से लाए गए पत्थरों से अलग और वजनी है।‘This is the fifth largest piece of the Moon on Earth,’ explains Christie’s Head of Science and Natural History James Hyslop. ‘Weighing over 13.5kg, it is much larger than any example returned by the Apollo programme.’ Discover more here: https://t.co/evIPlJPlRF pic.twitter.com/y0K1w8qg06
— Christie's (@ChristiesInc) May 4, 2020
माना जाता है कि जो एस्टेरॉयड या चांद का टुकड़ा धरती पर सहारा रेगिस्तान में कभी गिरा था। वह 26 हजार किलोग्राम का था। इसके कुछ टुकड़े सहारा के साथ-साथ कालाहारी रेगिस्तान तक भी पहुंचे थे।