News18 : Apr 25, 2020, 08:59 AM
लंदन। ब्रिटेन (UK) में कोरोना संक्रमण (Coronavirus) के अभी तक 1,43,000 से ज्यादा मामले सामने आ चुके हैं, जबकि करीब 19,500 लोगों की इससे मौत हो गयी है। शुक्रवार को भी यहां संक्रमण (Covid-19) के 5000 से ज्यादा नए मामले सामने आए, जबकि 768 लोगों की इससे मौत हो गयी। ब्रिटेन के सभी बड़े शहरों में मौजूद अस्पतालों में कोरोना पीड़ितों का इलाज चल रहा है और हर दिन सैंकड़ों मौतें भी हो रही हैं। इस मुश्किल समय में प्रशासन की मदद के लिए बर्मिंघम की एक मस्जिद सामने आई है और उसने अपने कार पार्किंग एरिया में अस्थायी मुर्दाघर बना दिया है।
मस्जिद के ट्रस्टी मोहम्मद जाहिद ने AFP से बातचीत में कहा कि शहर में कोरोना संक्रमण से लगातार हो रही मौतों के चलते शवों को रखने के लिए एक अस्थायी मोर्चरी की ज़रूरत थी। कोरना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से लोग काफी दुखी हैं क्योंकि इस वजह से अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या सीमित कर दी गई हैं। किसी परिवार में छह बेटे तो किसी में चार बेटियां हैं और सभी अंतिम संस्कार में नहीं जा पा रहे। यह परिवारों के लिए कठिन वक्त है। इसे देखते हुए हमने यहीं अस्थायी मोर्चरी बनाने का फैसला लिया। जाहिद ने बताया कि इस सप्ताह मौतों की संख्या में काफी कमी आई है, बीते हफ्ते हर दिन 6 या ज्यादा लोगों को यहां लाया जा रहा था
कोरोना पीड़ितों के अंतिम संस्कार में सामान्य से ज्यादा सावधानी बरती जा रही है। न्यूयॉर्क और ब्राजील में तो कोरोना से मारे गए लोगों को सामूहिक कब्रों में दफनाया जा रहा है। ब्रिटेन के बर्मिंघम में भी हो रही सैंकड़ों मौतों के चलते लगातार शवों के अंतिम संस्कार को लेकर प्रशासन को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। यहां मौत के बाद शवों को रखने की जगह नहीं थी, जिसे देखते हुए इलाके की मस्जिद ने मदद के लिए हाथ आगे बढ़ाया है।VIDEO: A mosque in Birmingham has set up a temporary mortuary for COVID-19 victims in its carpark, staffed largely by volunteers pic.twitter.com/et5Vo3e9xd
— AFP news agency (@AFP) April 24, 2020
मस्जिद के ट्रस्टी मोहम्मद जाहिद ने AFP से बातचीत में कहा कि शहर में कोरोना संक्रमण से लगातार हो रही मौतों के चलते शवों को रखने के लिए एक अस्थायी मोर्चरी की ज़रूरत थी। कोरना संक्रमण के बढ़ते मामलों के मद्देनज़र सोशल डिस्टेंसिंग की वजह से लोग काफी दुखी हैं क्योंकि इस वजह से अंतिम संस्कार में लोगों की संख्या सीमित कर दी गई हैं। किसी परिवार में छह बेटे तो किसी में चार बेटियां हैं और सभी अंतिम संस्कार में नहीं जा पा रहे। यह परिवारों के लिए कठिन वक्त है। इसे देखते हुए हमने यहीं अस्थायी मोर्चरी बनाने का फैसला लिया। जाहिद ने बताया कि इस सप्ताह मौतों की संख्या में काफी कमी आई है, बीते हफ्ते हर दिन 6 या ज्यादा लोगों को यहां लाया जा रहा था