Zoom News : Oct 23, 2020, 03:57 PM
आगरा। आगरा के आगरा शहर में सेंट जॉन चौराहे के पास एमजी रोड पर रोटी वली अम्मा की खबर के बाद उनकी किस्मत बदल गई है। इस खबर के जाने के बाद, अम्मा, जिनके पास आगरा की रोटी थी, ने खुले दिल से उनकी मदद की। 80 वर्षीय देवी, जो फुटपाथ पर चूल्हे पर गर्म रोटियां बनाती हैं, अब एक शानदार ढंग से सजे हुए ठेले पर अपना ढाबा चला रही हैं। लोग रोटी के साथ अम्मा की मदद के लिए आगे आए और सार्वजनिक सहयोग से अम्मा फुटपाथ से उठकर नई व्यवस्था के साथ उसी स्थान पर अपना ढाबा चलाने लगीं। रोटी के साथ अम्मा के हाथ पर शहर के लोगों की भारी भीड़ भी है। हर कोई अम्मा द्वारा बनाई गई रोटियों और सब्जियों को रोटी के साथ चख रहा है।भगवान देवी, जिन्होंने 15 साल से सेंट जॉन चौराहे पर स्टोव रोटियां बेची हैं, शहर में रोटा अम्मा के रूप में प्रसिद्ध हैं। रोटी वाली अम्मा 80 साल की हैं। अम्मा के बेटे उसे अपने साथ नहीं रखते हैं, इसलिए वह जीने के लिए रोटियां बेचती है। अम्मा की दुकान पर 10 रुपये में एक थाली चावल और दाल मिलती है, जबकि 20 रुपये में चार रोटियों वाली दो सब्जियाँ मिलती हैं। 24 घंटे पहले तक, रोटी के साथ अम्मा की दुकानदारी मुश्किल से दस या बीस रुपये थी, लेकिन अब उम्मीद की एक किरण पैदा हुई है।रोटी देने वाली अम्मी ने कहा कि दो घंटे में उनकी 400 रुपये से अधिक की रोटी बिकी है। स्वदेशी शैली से बने चूल्हे में पके हुए दाने आ रहे हैं और कार को पैक कर रहे हैं। न्यूज 18 की खबर के बाद अम्मा का चेहरा एक बार फिर चमक रहा है। कई लोग ऐसे हैं जो सालों तक सिर्फ सुबह और शाम अम्मा के हाथ का खाना खाते हैं।