जबलपुर / रामराजा मंदिर में दर्शऩ करने पहुंचे ब्रिटिश प्रधानमंत्री के माता-पिता, बोले- यहां आकर सुकून मिला

Dainik Bhaskar : Nov 14, 2019, 08:39 PM
ओरछा | ब्रिटेन के प्रधानमंत्री वोरिस जॉनसन के पिता स्टेनली अपनी पत्नी जैनिफर जॉनसन के साथ के अलावा 10 सदस्यों के साथ 12 दिवसीय इंडिया टूर के तहत ग्वालियर से पर्यटन नगरी ओरछा के स्मारक देखने के लिए पहुंचे। यहां उन्होंने रामराजा मंदिर में भगवान के दर्शन के बाद कहा कि उन्हें यहां काफी सुकून मिला। उन्होंने अपने साथियों के साथ ओरछा के चतुर्भुज मंदिर, जहांगीर महल, राजा महल और बेतवा किनारे स्थित बुंदेला राजाओं की छतरियों को देखा। 

वरिष्ठ गाइड हेमंत गोस्वामी ने बताया कि ब्रिटेन के प्रधानमंत्री वोरिस जॉनसन के माता-पिता ने ओरछा नगर की साफ-सफाई को देखकर खुशी जाहिर की। उन्होंने कहा- भारत में लोग स्वच्छता को लेकर काफी जागरूक दिखने लगे हैं, यह अच्छी बात है। गोस्वामी ने बताया कि स्टेनली जाॅनसन ने ओरछा के इतिहास को विस्तार से जाना और उससे प्रभावित भी हुए। इतिहास की जानकारी को बारीकी से समझने के बाद उसे डायरी में नोट भी किया।

इसके अलावा कई ऐतिहासिक धरोहरों के साथ फोटोग्राफी भी की। स्टेनली ने बताया कि इस बार के मेरे 12 दिवसीय इंडिया भ्रमण टूर के दौरान मुझे ओरछा घूमने का अवसर मिला। इंडिया के अधिकांश एेतिहासिक स्थलों को घूमा, लेकिन आेरछा प्लेस सबसे अच्छा लगा। स्टेनली इसके पहले मप्र के बांधवगढ़ और पैंच नेशनल पार्क में पर्यावरणविद के रूप में काम कर चुके हैं। 

प्रधानमंत्री वोरिस की माता जैनिफर ने कहा- ओरछा में भारतीय संस्कृति को देखकर काफी अच्छा लगा। उन्होंने कहा कि ओरछा मंदिरों की भव्यता दुनिया में सबसे अलग लगी। उन्होंने कहा- यहां की भारतीय महिलाओं की वेशभूषा और यहां के व्यंजनों में भी अलग स्वाद चखने को मिला। अगर दूसरी बार मौका मिला तो ओरछा जरूर आऊंगी। 

कैबिनेट मंत्री राठौर ने की मुलाकात

इस दौरान मप्र के वाणिज्यकर मंत्री बृजेंद्र सिंह राठौर ने ब्रिटेन के प्रधानमंत्री वोरिस जॉनसन के माता-पिता से ओरछा पहुंचकर मुलाकात की। इस दौरान राठौर ने जनसंख्या व पर्यावरण संबंधी मुद्दों पर स्टेनली जॉनसन से चर्चा की। राठौर ने ओरछा को और बेहतर और सुंदर ऐतिहासिक स्थल के रूप में विकसित करने के लिए उनसे सुझाव मांगे। ज्ञात हो स्टेनली जॉनसन के द्वारा पर्यावरण और जनसंख्या मुद्दों पर कई किताबें लिखी गई हैं। उन्होंने विश्व बैंक और यूरोपीय आयोग में भी काम किया है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER