News18 : Jun 05, 2020, 05:34 PM
देहरादून। उत्तराखंड में कोरोना के मामले तो बढ़ ही रहे हैं एक और खतरा पैदा हो गया है। मानसून तो अभी नहीं आया है लेकिन बारिश लगातार जारी है और इसलिए डेंगू का खतरा भी पैदा हो गया है। मानसून में डेंगू तेज़ी से फैलता है। पिछले सालों के आंकड़े देखें तो अकेले देहरादून में ही डेंगू के हज़ारों मामले आ गए थे। कोरोना के साथ अगर डेंगू भी फैला तो प्रदेश का स्वास्थ्य ढांचा ढह सकता है इसलिए राज्य सरकार ने डेंगू से बचने के लिए एक एडवाइज़री जारी की है। इसमें डेंगू से बचने के उपाय तो बताए ही गए हैं एक टोल फ़्री हेल्पलाइन नंबर भी जारी किया गया है जिससे डेंगू के मामले में और जानकारी ली जा सकती है।
21 को आएगा मानसूनउत्तराखंड और देश दुनिया में कोरोनावायरस का खतरा लगातार बना हुआ है बल्कि उत्तराखंड और भारत में तो यह वायरस बढ़ रहा है। ऐसे में डेंगू का खतरा चिंता में डाल रहा है। पिछले साल उत्तराखंड में, खासकर मैदानी इलाकों में डेंगू बड़ी तेजी से फैला था। अब मानसून सिर पर है तो डेंगू की चिंता भी सिर पर चढ़ने लगी है।मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 21 जून के आसपास उत्तराखंड में मानसून पहुंच जाएगा। इसलिए राज्य सरकार ने डेंगू लेकर एक एडवाइज़री जारी की है जिसमें कहा गया है कि सावधानी बरतें और डेंगू से न घबराएं। दरअसल इस समय सबसे ज़्यादा ज़रूरत सावधान रहने की है क्योंकि अगर डेंगू भी फैला तो मुश्किल हो जाएगी।बचाव के उपायडेंगू से बचाव के लिए सबसे सरल उपाय डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को पनपने से रोकना है। घर और आसपास पानी एकत्र न होने दिया जाए। अगर आसपास एकत्र पानी को हटाना सम्भव न हो तो उसमें मिट्टी का तेल छिड़क दें। पानी की टंकी, जल भंडारण की वस्तुओं को ढक कर रखें।सभी गुलदस्तों, पानी के बर्तनों और कूलर का सारा पानी सप्ताह में एक बार अवश्य पूरी तरह से खाली कर दें। ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक सकें। प्रयोग में न लाए जाने वाले बर्तनों, कबाड़, टायर, नारियल के खोखे आदि को नष्ट कर दें। मच्छर से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।
डेंगू के लक्षण और क्या करेंतेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले भाग में दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, जी मिचलाना और उल्टी, डेंगू बुखार के लक्षण हैं।डेंगू के लक्षण होने पर घबराएं नहीं। डॉक्टरी सलाह लेते हुए दवा लें। अधिक मात्रा में पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा से आराम करें। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 104 पर सम्पर्क करें। डेंगू से बचाव के लिए जांच व उपचार की सुविधाएं सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध हैं।
21 को आएगा मानसूनउत्तराखंड और देश दुनिया में कोरोनावायरस का खतरा लगातार बना हुआ है बल्कि उत्तराखंड और भारत में तो यह वायरस बढ़ रहा है। ऐसे में डेंगू का खतरा चिंता में डाल रहा है। पिछले साल उत्तराखंड में, खासकर मैदानी इलाकों में डेंगू बड़ी तेजी से फैला था। अब मानसून सिर पर है तो डेंगू की चिंता भी सिर पर चढ़ने लगी है।मौसम विज्ञान केंद्र के मुताबिक 21 जून के आसपास उत्तराखंड में मानसून पहुंच जाएगा। इसलिए राज्य सरकार ने डेंगू लेकर एक एडवाइज़री जारी की है जिसमें कहा गया है कि सावधानी बरतें और डेंगू से न घबराएं। दरअसल इस समय सबसे ज़्यादा ज़रूरत सावधान रहने की है क्योंकि अगर डेंगू भी फैला तो मुश्किल हो जाएगी।बचाव के उपायडेंगू से बचाव के लिए सबसे सरल उपाय डेंगू फैलाने वाले मच्छरों को पनपने से रोकना है। घर और आसपास पानी एकत्र न होने दिया जाए। अगर आसपास एकत्र पानी को हटाना सम्भव न हो तो उसमें मिट्टी का तेल छिड़क दें। पानी की टंकी, जल भंडारण की वस्तुओं को ढक कर रखें।सभी गुलदस्तों, पानी के बर्तनों और कूलर का सारा पानी सप्ताह में एक बार अवश्य पूरी तरह से खाली कर दें। ऐसे कपड़े पहनें जो शरीर को ज्यादा से ज्यादा ढक सकें। प्रयोग में न लाए जाने वाले बर्तनों, कबाड़, टायर, नारियल के खोखे आदि को नष्ट कर दें। मच्छर से बचाव के लिए मच्छरदानी का प्रयोग करें।
डेंगू के लक्षण और क्या करेंतेज बुखार, सिर दर्द, बदन दर्द, मांसपेशियों और जोड़ों में दर्द, आंखों के पिछले भाग में दर्द, शरीर पर लाल चकत्ते, जी मिचलाना और उल्टी, डेंगू बुखार के लक्षण हैं।डेंगू के लक्षण होने पर घबराएं नहीं। डॉक्टरी सलाह लेते हुए दवा लें। अधिक मात्रा में पानी पिएं और पौष्टिक आहार लें। इसके साथ ही ज्यादा से ज्यादा से आराम करें। अधिक जानकारी के लिए टोल फ्री नम्बर 104 पर सम्पर्क करें। डेंगू से बचाव के लिए जांच व उपचार की सुविधाएं सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क उपलब्ध हैं।