खुदकुशी / सब्जी लेने निकली महिला ने पुल से लगाई छलांग, बोट से गोताखोरों ने की तलाश, तीन घंटे बाद मिला शव

Dainik Bhaskar : Dec 09, 2019, 03:38 PM
बड़वानी | छोटी कसरावद में नर्मदा पुल की टूटी रेलिंग से एक महिला ने रविवार सुबह 11 बजे नदी में छलांग दी। कुक्षी निवासी हंसा पति अश्विन पाटीदार (31) सुबह करीब 9 बजे घर से सब्जी लेने जाने का कहकर निकली थी लेकिन 2 घंटे बाद पुल की टूटी रेलिंग से नदी में छलांग दी। मौके पर महिला की थैली व चप्पल मिली है। थैली में महिला का दुपट्‌टा (स्टाल) व मोबाइल मिला है। मोबाइल के कवर में कुछ रुपए रखे थे। पुलिस के अनुसार दोपहर करीब 2.30 बजे कुछ दूर महिला का शव मिला है। मामला निसरपुर चौकी क्षेत्र का है। आगे की कार्रवाई निसरपुर पुलिस करेगी।

प्रत्यक्षदर्शियों के अनुसार महिला बस से उतरी और रेलिंग पर चप्पल उतारकर थैली रखी। बाइक खड़ी कर उन्होंने उसे बचाने के लिए दौड़ लगाई लेकिन जब तक वे वहां पहुंचे, महिला ने नदी में छलांग दी थी। नदी में कूदने के बाद कुछ देर तक महिला ने हाथ-पैर मारे लेकिन तेज बहाव में वह बह गई। बोट से गोताखोरों ने तलाश शुरू की है। तीन घंटे बाद महिला का शव मिला। जानकारी अनुसार हंसा व अश्विन का 8 साल का बेटा है। महिला सुबह करीब 9 बजे सब्जी लेने का कहकर घर से निकली थी। इसके बाद बस से नर्मदा पुल पर उतरी और नदी में कूद गई। दंपत्ति की कुक्षी में निजी स्कूल है। महिला का मायका पिपलिया का है। लोगों ने बताया 15 से 20 दिन पहले महिला के ससुर की मौत हो गई थी। परिजन ने बताया घटना से पहले महिला ने बड़ी बहन से फोन पर बात की थी। इसके बाद यहां आकर पुल से नदी में कूद गई। घटना का कारण अभी पता नहीं चला है।

पिता ने फोन किया था, प्रत्यक्षदर्शी ने दी जानकारी

घटना के कुछ देर बाद महिला के पिता कैलाश पाटीदार निवासी पिपलिया ने बेटी को फोन किया था, जो मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शी ने अटैंड किया। उन्होंने महिला के पिता को नदी में कूदने की जानकारी दी। माता-पिता मौके पर पहुंचे। मां का रो-रोकर बुरा हाल था। पुल पर लोगों की भीड़ लगी रही। बोट व गोताखोरों की व्यवस्था न होने पर परिजनों ने पुलिस के समक्ष नाराजगी भी जाहिर की। राजघाट से बोट बुलाना पड़ी, जो करीब एक घंटा देरी से आई। इसके बाद तलाशी शुरू हुई।

इधर... सुसाइड पाइंट बना पुल, छोटी कसरावद में घाट है न बोट, इसलिए नहीं बच पाती लोगों की जान

पुल पर गड्‌ढे, रेलिंग भी क्षतिग्रस्त, कुकरा-राजघाट में नर्मदा किनारे तैनात रहते थे नाविक, इसलिए ज्यादातर हादसों में बच जाती थी जान

छाेटी कसरावद में नर्मदा नदी पर बना पुल सुसाइड पाइंट बन गया है। पुल से कूदने वाले लोगों की जान नहीं बच पाती। नदी में कूदे लोगों का शव ही मिलता है। सूत्रों के अनुसार 5 साल में 100 से ज्यादा लोगों ने नदी में कूदकर आत्महत्या की है।

यहां सीसीटीवी कैमरा लगा है, जो कलेक्टोरेट से भी जुड़ा है। रस्से की व्यवस्था भी है। इसकाे लेकर इंटकवेल पर फ्लेक्स भी लगा है। बावजूद लोगों को बचाने में सफलता नहीं मिलती, क्योंकि यहां कुकरा-राजघाट की तरह घाट नहीं बना है। इसलिए यहां कोई मौजूद नहीं रहता। दुर्भाग्य की बात है कि यहां बोट की सुविधा भी नहीं है। उधर, कुकरा-राजघाट में घाट बना होने के साथ चहल-पहल बनी रहती थी। वहीं नाविक भी मौजूद रहते थे। यही वजह है कि राजघाट पुल से कूदने वालों को बचाने में नाविकों को सफलता मिलती थी लेकिन नए पुल पर कोई व्यवस्था न होने से लोग यहां से कूदने वालों की संख्या बढ़ रही है।

रेलिंग क्षतिग्रस्त, विभाग का ध्यान नहीं, हो सकता है हादसा

राजघाट पुल से आवाजाही बंद होने के बाद नए पुल पर यातायात का दबाव बढ़ गया है। यहां से रोजाना सैकड़ों वाहन गुजरते हैं। पुल पर जगह-जगह गड्‌ढे हो गए हैं। वहीं रेलिंग भी क्षतिग्रस्त हो चुकी है। बावजूद संबंधित विभाग इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है। ऐसे में किसी दिन बड़ा हादसा हो सकता है।

राष्ट्रपति व पीएम तक पहुंची जाली लगाने की मांग

मां नर्मदा आदिवासी समाज सेवा संगठन ने राष्ट्रपति व प्रधानमंत्री को आवेदन भेजकर जनहित में पुल पर जाली लगाने की मांग की है। संगठन के कार्यकारी अध्यक्ष संजय गुप्ता ने प्रधानमंत्री कार्यालय से पत्र आया है। इसमें मुख्य सचिव ने सेक्शन अधिकारी से कार्रवाई करने की अपेक्षा के साथ पोर्टल पर पत्र अपलोड करने के निर्देश दिए हैं।

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