News18 : Apr 30, 2020, 08:58 AM
उत्तर कोरिया: किम जॉन्ग उन (Kim Jong Un) के शासन काल में उत्तर कोरिया (North Korea) इतना रहस्यमयी बन चुका है कि वहां से आने वाली हर खबर संदेह के घेरे में होती है। मीडिया पर नियंत्रण तो किम जॉन्ग के पिता और दादा के शासन के समय में भी था लेकिन जितनी सख्ती हालिया शासन में है, वैसी पहले नहीं थी। यही वजह है किम जॉन्ग उन की सर्जरी से लेकर मौत की खबरें हर तरफ चल रही हैं और देश की तरफ से कोई स्पष्टीकरण नहीं दिया जा रहा है। उत्तर कोरिया को लेकर सबसे सटीक खबरों का एक मात्र माध्यम दक्षिण कोरिया है। यहीं से अक्सर उत्तर कोरिया द्वारा फैलाए जा रहे भ्रम को तोड़ा जाता है। अब किम जॉन्ग की गुमशुदगी को लेकर भी कुछ ऐसा ही हो रहा है।
दक्षिण कोरिया के मंत्री का दावा-FAKE है मौत की खबर
एक दक्षिण कोरियाई मंत्री Kim Yeon-chul ने किम जॉन्ग उन की मौत की खबरों को झुठला दिया है। उन्होंने कहा है कि किम जॉन्ग उन की मौत नहीं हुई है बल्कि उन्हें कोरोना वायरस के डर से छुपा दिया गया है। उन्होंने कहा है कि किम जॉन्ग उन के जीवित होने की पुख्ता जानकारी दक्षिण कोरियाई इंटेलिजेंस एजेंसीज के पास मौजूद हैं।हार्ट सर्जरी से भी इंकार
दक्षिण कोरियाई मंत्री ने किम जॉन्ग उन की हार्ट सर्जरी से भी इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट्स में उत्तर कोरिया के जिस क्लीनिक का जिक्र किया गया है वहां पर बड़ी हार्ट सर्जरी के लिए पर्याप्त सुविधाएं ही नहीं मौजूद हैं। उन्होंने कहा जिस The Hyangsan Medical Center में सर्जरी होने का दावा किया जा रहा है वो अस्पताल नहीं बल्कि क्लीनिक की तरह है। सर्जरी की खबरों को उन्होंने बिल्कुल अतार्किक बताया है।
गुमशुदगी पर संदेह
हालांकि इस महीने की शुरुआत में गायब हुए किम जॉन्ग उन कहां है, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं मौजूद है। दरअसल किम की सर्जरी की खबरों को तब और बल मिला था जब चीन की तरफ से डॉक्टरों का दल उत्तर कोरिया भेजने की रिपोर्ट्स आई थीं। बीते 15 अप्रैल को किम के दादा की जन्मतिथि पर पूरे देश में उत्सव मनाया गया, लेकिन किम कहीं नजर नहीं आया। किम के दादा किम सुंग ने ही 1948 में कम्युनिस्ट उत्तर कोरिया की स्थापना की थी। इसके बाद से पिछले 72 सालों से देश पर इसी परिवार का शासन है। विश्लेषकों में ज्यादा सुगबुगाहट भी 15 अप्रैल के बाद ही पैदा हुई क्योंकि 2011 में उत्तर कोरिया की गद्दी पर बैठने के बाद किम जॉन्ग ने इस उत्सव में हमेशा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।लेकिन दक्षिण कोरियाई मंत्री का कहना है कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। कोरोना वायरस को लेकर किम जॉन्ग उन के प्रशासन ने ही उत्सव को भी छोटा किया। खुद किम जॉन्ग गायब है। देश के आधिकारिक डेटा के अनुसार अब तक कोरोना का एक भी केस नहीं आया है। हालांकि इस आंकड़े पर भरोसा करना बेहद मुश्किल है। वैसे भी उत्तर कोरिया से वो ही जानकारी सामने आती है जो किम जॉन्ग उन चाहता है।
दक्षिण कोरिया की विदेश मंत्री Kang Kyung-wha भी किम की मौत की खबरों से इंकार कर चुकी हैं। दक्षिण कोरियाई नेतृत्व को पूरा भरोसा है कि किम दुनिया को भरमा रहा है।
2014 में भी हुआ था गायब
ऐसा पहली बार नहीं है कि किम जॉन्ग गायब हो गया है। इसके पहले एक बार साल 2014 में भी वो करीब एक महीने के लिए गायब हो गया था। तब भी उसके बारे में मीडिया में कई तरह की खबरें प्रकाशित की गई थीं। अब एक बार फिर वो गायब है और मीडिया में उसके उत्तराधिकारी से लेकर तानाशाही समाप्त होने जैसी न जाने कितनी खबरें चल रही हैं।
दक्षिण कोरिया के मंत्री का दावा-FAKE है मौत की खबर
एक दक्षिण कोरियाई मंत्री Kim Yeon-chul ने किम जॉन्ग उन की मौत की खबरों को झुठला दिया है। उन्होंने कहा है कि किम जॉन्ग उन की मौत नहीं हुई है बल्कि उन्हें कोरोना वायरस के डर से छुपा दिया गया है। उन्होंने कहा है कि किम जॉन्ग उन के जीवित होने की पुख्ता जानकारी दक्षिण कोरियाई इंटेलिजेंस एजेंसीज के पास मौजूद हैं।हार्ट सर्जरी से भी इंकार
दक्षिण कोरियाई मंत्री ने किम जॉन्ग उन की हार्ट सर्जरी से भी इंकार किया है। उन्होंने कहा है कि रिपोर्ट्स में उत्तर कोरिया के जिस क्लीनिक का जिक्र किया गया है वहां पर बड़ी हार्ट सर्जरी के लिए पर्याप्त सुविधाएं ही नहीं मौजूद हैं। उन्होंने कहा जिस The Hyangsan Medical Center में सर्जरी होने का दावा किया जा रहा है वो अस्पताल नहीं बल्कि क्लीनिक की तरह है। सर्जरी की खबरों को उन्होंने बिल्कुल अतार्किक बताया है।
गुमशुदगी पर संदेह
हालांकि इस महीने की शुरुआत में गायब हुए किम जॉन्ग उन कहां है, इसे लेकर कोई जानकारी नहीं मौजूद है। दरअसल किम की सर्जरी की खबरों को तब और बल मिला था जब चीन की तरफ से डॉक्टरों का दल उत्तर कोरिया भेजने की रिपोर्ट्स आई थीं। बीते 15 अप्रैल को किम के दादा की जन्मतिथि पर पूरे देश में उत्सव मनाया गया, लेकिन किम कहीं नजर नहीं आया। किम के दादा किम सुंग ने ही 1948 में कम्युनिस्ट उत्तर कोरिया की स्थापना की थी। इसके बाद से पिछले 72 सालों से देश पर इसी परिवार का शासन है। विश्लेषकों में ज्यादा सुगबुगाहट भी 15 अप्रैल के बाद ही पैदा हुई क्योंकि 2011 में उत्तर कोरिया की गद्दी पर बैठने के बाद किम जॉन्ग ने इस उत्सव में हमेशा बढ़-चढ़ कर हिस्सा लिया।लेकिन दक्षिण कोरियाई मंत्री का कहना है कि इसमें कोई बड़ी बात नहीं है। कोरोना वायरस को लेकर किम जॉन्ग उन के प्रशासन ने ही उत्सव को भी छोटा किया। खुद किम जॉन्ग गायब है। देश के आधिकारिक डेटा के अनुसार अब तक कोरोना का एक भी केस नहीं आया है। हालांकि इस आंकड़े पर भरोसा करना बेहद मुश्किल है। वैसे भी उत्तर कोरिया से वो ही जानकारी सामने आती है जो किम जॉन्ग उन चाहता है।
दक्षिण कोरिया की विदेश मंत्री Kang Kyung-wha भी किम की मौत की खबरों से इंकार कर चुकी हैं। दक्षिण कोरियाई नेतृत्व को पूरा भरोसा है कि किम दुनिया को भरमा रहा है।
2014 में भी हुआ था गायब
ऐसा पहली बार नहीं है कि किम जॉन्ग गायब हो गया है। इसके पहले एक बार साल 2014 में भी वो करीब एक महीने के लिए गायब हो गया था। तब भी उसके बारे में मीडिया में कई तरह की खबरें प्रकाशित की गई थीं। अब एक बार फिर वो गायब है और मीडिया में उसके उत्तराधिकारी से लेकर तानाशाही समाप्त होने जैसी न जाने कितनी खबरें चल रही हैं।