उत्तर प्रदेश / दुनिया के सबसे जहरीले और खतरनाक सांपों का बसेरा है सोनभद्र की सोने की खदान के पास

News18 : Feb 22, 2020, 01:08 PM
सोनभद्र। देश के सबसे पिछड़े जिलों में गिना जाने वाला उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) का सोनभद्र (Sonbhadra) अब दुनिया के नक्शे पर अपनी अलग पहचान के साथ सामने आने वाला है। यहां भू-वैज्ञानिकों को दो जगह सोने के अयस्क (Gold Ore) मिले हैं। लेकिन जिस जगह सोने की खदान होने का पता चला है वहां जहरीले सांपों (Poisonous Snakes) का बसेरा है। यहां विश्व के सबसे जहरीले सांपों की प्रजातियों में से तीन- रसेल वाइपर, करैत और कोबरा बहुतायत में पाए जाते हैं। बताया जा रहा है कि सोनभद्र जिले के जुगल थाना क्षेत्र के सोन पहाड़ी के साथी दक्षिणांचल के दुद्धी तहसील के महोली विंढमगंज चोपन ब्लाक में काफी संख्या में सांप मौजद हैं।

विश्व के सबसे जहरीले सांपों में गिने जाने जाने वाले खतरनाक रसेल वाइपर की प्रजाति प्रदेश के एकमात्र सोनभद्र जिले में पाई जाती है। सोनभद्र के डीएफओ वाइल्ड लाइफ संजीव कुमार ने बताया कि जब वन विभाग से अनापत्ति (NOC) लेने की प्रक्रिया होगी, उस दौरान हम जांच के बाद बता पाएंगे की इन इलाकों में कितने जहरीले सांपों का डेरा है। उन्होंने बताया कि इससे पहले यहां रसेल वाइपर, कोबरा और करैत प्रजाति के सांप मिल चुके है।

दो हेलीकॉप्टरों की मदद से कराई जा रही हवाई सर्वेक्षण

इस बीच सोने का भंडार पता चलने के बाद सरकार ने इन खदानों को लीज पर देने की प्रक्रिया में तेजी ला दी है। इनके खनन के लिए नीलामी प्रक्रिया से पूर्व जिओ टैगिंग (Geo Tagging) की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। इसी क्रम में जीएसआई खदान के इलाके का हवाई सर्वेक्षण करा रही है। इसके लिए दो हेलीकॉप्टर तैनात किए गए हैं।

दरअसल हवाई सर्वेक्षण के पीछे मंशा है कि ये देखा जाए कि क्षेत्र में कहीं कोई जमीन वन विभाग के क्षेत्र में तो नहीं आती है। अगर आती है तो पहले वन विभाग से अनापत्ति (NOC) लेने की प्रक्रिया होगी, इसके लिए अधिग्रहण भी हो सकता है। इसके बाद लीज की प्रक्रिया शुरू होगी। ऐसे में विश्व के सबसे जहरीले सांपों की प्रजातियों के बसेरे पर संकट मंडराना तय है।

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