Zee News : Apr 22, 2020, 11:28 AM
वाशिंगटन: अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप (Donald Trump) ने सोमवार को भारतीय मूल के सुदर्शनम बाबू को देश के राष्ट्रीय विज्ञान बोर्ड में नियुक्त किया। व्हाइट हाउस ने सोमवार को कहा, बाबू को छह साल के कार्यकाल के लिए राष्ट्रीय विज्ञान बोर्ड के सदस्य के रूप में नियुक्त किया गया है। बता दें कि बाबू, प्रतिष्ठित ओक रिज नेशनल लेबोरेटरी (ORNL) से जुड़े हुए हैं।
आईआईटी-मद्रास से पढ़े हैं बाबू
बाबू ने 1988 में आईआईटी-मद्रास से टेक्नोलॉजी पोस्ट ग्रेजुएशन (इण्डस्ट्रियल मेटलर्जी- वेल्डिंग) और 1986 में कोयंबटूर के पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग (ई-मेटलर्जी) में ग्रेजुएशन किया है।
इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से मटेरिसल साइंस और मेटलर्जी में पीएचडी की। वर्तमान में वो इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च एंड ग्रेजुएट एजुकेशन के लिए ब्रेडसेन सेंटर के निदेशक हैं, साथ ही ORNL के एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग के गर्वनर भी हैं।
बोर्ड में तीसरे भारतीय-अमेरिकी
बाबू इस प्रतिष्ठित बोर्ड में तीसरे भारतीय अमेरिकी होंगे। अन्य दो भारतीय-अमेरिकियों में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी से सेथुरमन पंचनाथन और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्मोंट से सुरेश वी गरिमेला शामिल हैं।बता दें कि बाबू को एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, फिजिकल मेटालिटीज और कम्प्यूटेशनल मैटेरियल्स मॉडलिग में 21 साल का अनुभव है।
आईआईटी-मद्रास से पढ़े हैं बाबू
बाबू ने 1988 में आईआईटी-मद्रास से टेक्नोलॉजी पोस्ट ग्रेजुएशन (इण्डस्ट्रियल मेटलर्जी- वेल्डिंग) और 1986 में कोयंबटूर के पीएसजी कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग (ई-मेटलर्जी) में ग्रेजुएशन किया है।
इसके बाद उन्होंने कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से मटेरिसल साइंस और मेटलर्जी में पीएचडी की। वर्तमान में वो इंटरडिसिप्लिनरी रिसर्च एंड ग्रेजुएट एजुकेशन के लिए ब्रेडसेन सेंटर के निदेशक हैं, साथ ही ORNL के एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग के गर्वनर भी हैं।
बोर्ड में तीसरे भारतीय-अमेरिकी
बाबू इस प्रतिष्ठित बोर्ड में तीसरे भारतीय अमेरिकी होंगे। अन्य दो भारतीय-अमेरिकियों में एरिजोना स्टेट यूनिवर्सिटी से सेथुरमन पंचनाथन और यूनिवर्सिटी ऑफ वर्मोंट से सुरेश वी गरिमेला शामिल हैं।बता दें कि बाबू को एडवांस्ड मैन्युफैक्चरिंग, एडिटिव मैन्युफैक्चरिंग, फिजिकल मेटालिटीज और कम्प्यूटेशनल मैटेरियल्स मॉडलिग में 21 साल का अनुभव है।