Coronavirus / कोरोना की दवा लाखों में बेच रही है ये कंपनी, मौके का फायदा उठाने में रही है बदनाम

News18 : Jul 01, 2020, 10:22 AM
Coronavirus: कोविड-19 का फिलहाल कोई पक्का इलाज नहीं आ सका है। दवाएं आ रही हैं लेकिन किसी भी दवा के बारे में ये दावा नहीं दिख रहा कि वो मरीज को पूरी तरह से ठीक कर ही देगी। इसी बीच गिलियड लाइफ साइंसेज कंपनी ने रेमडेसिवीर दवा उतारी, जिसे कोरोना का फिलहाल तक बढ़िया इलाज बताया जा रहा है। हालांकि आते ही ये दवा विवादों में घिर गई। दवा की कीमत लगभग पौने दो लाख है। ऐसे में सवाल ये उठ रहा है कि क्या आम आदमी ये दवा अफोर्ड कर पाएगा।

क्या है ये कंपनी

गिलियड साइंसेज एक अमेरिकन बायोफार्मास्यूटिकल कंपनी है। कैलीफोर्निया से काम करने वाली इस कंपनी का असल काम एंटीवायरल ड्रग्स तैयार करना ही है। फिलहाल ये एचआईवी, हिपेटाइटिस और इंफ्लूएंजा के लिए वैक्सीन तैयार करती है। लगभग 33 साल पहले बनी इस कंपनी ने इंटरनेशनल दवा बाजार में काफी तेजी से बढ़त हासिल की। हालांकि इसके पास कोई खास उपलब्धि नहीं है। हां, इसके खाते में विवाद ज्यादा हैं। जैसे जिस रेमडेसिवीर दवा के लिए इतना हल्ला है, वो साल 2014 में इबोला के इलाज के लिए तैयार हुई थी और तब भी ये दवा फर्स्ट ट्रायल में ही फेल हो गई थी। फिलहाल चूंकि यही दवा पहले से ही इंसानों पर ट्रायल की जा चुकी है इसलिए ये दौड़ में सबसे आगे है। हालांकि अब भी ये तय नहीं है कि दवा कोरोना संक्रमितों पर कितना असर करेगी।

क्या है कोरोना का मामला

दवा की कीमत को लेकर काफी बवाल मचा हुआ है। इसके सिंगल डोज की कीमत कंपनी ने 390 डॉलर तय की है, यानी 29,450 रुपए। दवा का पांच दिनों का कोर्स जरूरी है। ऐसे में पांच दिन की खुराक की कीमत हुई 1950 डॉलर यानी लगभग पौने दो लाख रुपए। ये कीमत विकासशील और गरीब देशों के लिए है। अमेरिका में इसकी सिंगल खुराक की कीमत 39,267 रुपए होगी। इस हिसाब से पांच दिनों के लिए उन्हें 2 लाख 35 हजार रुपए देने होंगे।

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