स्पेशल / इस देश ने सैंकड़ों मस्जिदों को बना दिया था चर्च, मुस्लिम मांग रहे हैं नमाज का हक

News18 : Jan 03, 2020, 11:57 AM
ऐसी ही एक चर्च है कैथेड्रल ऑफ कोरडोबा (Cathedral of Córdoba)। इसे ग्रेट मॉस्क ऑफ कोरडोबा के नाम से भी जाना जाता है। पुरानी कहानियों के मुताबिक यहां पर करीब 1300 साल पहले सैंट विंसेंट ऑफ लेरिन्स के नाम पर एक छोटा चर्च हुआ करता था। 784 ईस्वी में अब्द-अल-रहमान नाम के यहां के शासक ने बड़ी मस्जिद बनाने का आदेश दिया। इस चर्च की जगह पर वो उस बड़ी मस्जिद का काम शुरू किया गया। ये इतनी भव्य इमारत है कि इसे कई शासकों ने मिलकर बनवाया। करीब 300 सालों तक यहां नमाज पढ़ी जाती रही।

लेकिन जब 1236 ईस्वी में कोरडोबा मे इसाई शासक ने फिर से कब्जा किया तो इस मस्जिद को चर्च में बदल दिया गया। इसे रोम कैथेड्रल चर्च में बदला गया। साल 2000 से स्पेन कई मुस्लिम संगठन इस चर्च में नमाज पढ़ने की इजाजत मांगते रहे हैं लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिली है। कहा जाता है कि मुस्लिमों को नमाज न पढ़ने देने के पीछे वेटिनक सिटी से दबाव काम करता है। मुस्लिम संगठन चाहते हैं कि कई सौ सालों तक उन्होंने इस चर्च में नमाज पढ़ी है लेकिन इन संगठनों की मांगें नहीं सुनी जा रही हैं।

स्पेन के टोलेडो शहर में स्थित है मॉस्क ऑफ क्रिस्टो। ये भी एक पूर्व मस्जिद है। ये देश के उन दस पुराने चर्च में से है जो स्पेन में इस्लामिक शासन के दौरान थे। इस मस्जिद को साल 1085 में चर्च में वापस बदल दिया गया था। टोलेडो पर भी ईसाइयों ने दोबारा कब्जा कर मस्जिद को दोबारा चर्च बनाया था।

स्पेन के सेविल शहर में मौजूद ला गिरालाडा बेल टॉवर में भी ऐसी ही एक इमारत है। गिरालाडा को साल 1987 में यूनेस्को ने वर्ल्ड हेरिटेज साइट के तौर पर रजिस्टर कर लिया था। सेविल पर जब 1248 में इसाईयों का शासन आया तो इसे चर्च में बदल दिया गया था। हालांकि 13वीं सदी में आए जबरदस्त भूकंप की वजह से इसकी इमारत काफी क्षतिग्रस्त हो गई थी।

स्पेन में 5वीं सदी का एक चर्च था जिसका नाम था विसिगोथ बैसिलिया। मुस्लिम शासन के दौरान इसे नमाज के लिए उपयोग में लाया जाना लगा था। लेकिन जब देश में इसाईयों का शासन दोबारा लौटा तो इसे भी दोबारा चर्च बना दिया गया। साल 1931 में इस इमारत को स्पेन ने नेशनल म्यूजियम बना दिया था।

टोलेडो शहर का सैन सेबेस्चिन चर्च भी ऐसी ही एक इमारत है। साल 1085 में इसाईयों का शासन दोबारा लौटने पर इसे चर्च बनाया गया था। इसे भी स्पेन की विरासत के तौर पर पहचाना जाता है। देश की ऐतिहासिक विरासतों की देखभाल करने वाली एक संस्था इसका खयाल रखती है। इस चर्च में बीते एक हजार सालों में कई बार जीर्णोद्धार कराया गया है। हर बार यह खयाल रखा गया है कि इसके ओरिजिनल स्ट्रक्चर के साथ कोई खिलवाड़ न हो। इसके अलावा भी स्पेन में बड़ी संख्या में ऐसे चर्च हैं जिन्हें मुस्लिम शासन में मस्जिद के तौर पर इस्तेमाल किया जाता था। लेकिन बाद में इसाई शासन के दौरान इन्हें दोबारा मूलस्वरूप में लाया गया।

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