Zoom News : Sep 30, 2020, 04:03 PM
कोलंबो: श्रीलंका ने एक फैसला लिया है वह जल्द ही गोहत्या पर प्रतिबंध लगायेगा। इसके पीछे का कारण सत्तारूढ़ दल में तेजी से बढ़ते बौद्धों का प्रभाव माना जाता है। सरकार ने कहा कि वह उन बूढ़ी गायों की हत्या पर प्रतिबंध लगाएगी जो उनकी देखभाल करने की योजना को अंतिम रूप देने के बाद खेतों की जुताई नहीं कर पाई हैं।आपको बता दें कि श्रीलंका में बीफ की खपत में हाल के सालो में गिरावट आई है क्योंकि वहा बौद्ध और हिंदू धार्मिक कारणों से इसका सेवन नहीं करते हैं। जिसके कारण पिछले कुछ वर्षों में श्रीलंका में बीफ उद्योग में काफी कमी आई है। पिछले साल, एक दशक पहले 38,700 टन की तुलना में केवल 29,870 टन बीफ़ का उत्पादन किया गया था।
इस क्षेत्र में मुसलमानों का वर्चस्व है। श्रीलंका की 21 मिलियन आबादी का 10% मुस्लिम है। जबकि श्रीलंका में 70 प्रतिशत बौद्ध और 12.5 प्रतिशत हिंदू हैं। अधिकारियों ने कहा कि गोमांस आयात पिछले साल सिर्फ 116 टन से जारी रहेगा। देश की प्रमुख मुस्लिम राजनीतिक पार्टी ने सरकार से अपील की है कि वह क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करे।
इस क्षेत्र में मुसलमानों का वर्चस्व है। श्रीलंका की 21 मिलियन आबादी का 10% मुस्लिम है। जबकि श्रीलंका में 70 प्रतिशत बौद्ध और 12.5 प्रतिशत हिंदू हैं। अधिकारियों ने कहा कि गोमांस आयात पिछले साल सिर्फ 116 टन से जारी रहेगा। देश की प्रमुख मुस्लिम राजनीतिक पार्टी ने सरकार से अपील की है कि वह क्षेत्र में काम करने वाले लोगों को वित्तीय सहायता प्रदान करे।