AajTak : Jan 16, 2020, 06:16 PM
सोशल मीडिया कंपनी फेसबुक थर्ड पार्टी ऐप ऐक्सेस और इससे जुड़े प्राइवेसी पॉलिसी को लेकर कई बार विवादों में रही है। इसे ठीक करने को लेकर कंपनी ने कई तरह के कदम उठाए भी हैं, लेकिन अब भी ये पूरी तरह से इस बात की गारंटी नहीं है कि थर्ड पार्टी ऐप से आपका फेसबुक डेटा सुरक्षित है।फेसबुक एक नया फीचर लेकर आया है जो थर्ड पार्टी ऐप्स ऐक्सेस और लॉगइन को लेकर है। ये फीचर लॉग इन नोटिफिकेशन का है। यानी फेसबुक क्रेडेंशियल से अगर आप किसी थर्ड पार्टी ऐप्स में लॉग इन करते हैं तो फेसबुक आपको नोटिफिकेशन भेज कर इसकी जानकारी देगा।
ये लॉग इन नोटिफिकेशन आपको ई-मेल के जरिए भी भेजा जा सकता है। इस नोटिफिकेशन में ये भी लिखा होगा कि किस तरह की जानकारियां थर्ड पार्टी ऐप के साथ शेयर की जा रही हैं। इससे यूजर को काफी फायदा होगा।
इस नोटिफिकेशन के साथ आपको एक बटन दिखेगा डहां से आप ऐक्सेस को रिवोक भी कर सकते हैं। इस नोटिफिकेशन पर क्लिक करके आप उस थर्ड पार्टी ऐप से अपना फेसबुक का क्रेडेंशियल रिवोक कर सकते हैं।
नोटिफिकेशन नहीं मिला है, लेकिन फिर भी आपको ये जानना है कि आपने अपने फेसबुक क्रेंडेंशियल के जरिए कौन से थर्ड पार्टी ऐप्स को ऐक्सेस किया है तो आप फेसबुक सेटिंग्स में जा कर प्राइवेसी चेकअप सेलेक्ट करके ये जान सकते हैं, अगर आप रिवोक चाहते हैं तो यह भी यहां से संभव है।
आम तौर पर कई ऐप्स या वेबसाइट फेसबुक के जरिए लॉग इन करने का ऑप्शन देते हैं। जैसे ही आप इन्हें ऐक्सेस देते हैं तो आपके फेसबुक का डेटा इन्हें दिया जाता है। इस स्थिति में आपको लिए ये जानना जरूरी है कि आप किस तरह की जानकारी थर्ड पार्टी ऐप्स के साथ शेयर कर रहे हैं।
ये लॉग इन नोटिफिकेशन आपको ई-मेल के जरिए भी भेजा जा सकता है। इस नोटिफिकेशन में ये भी लिखा होगा कि किस तरह की जानकारियां थर्ड पार्टी ऐप के साथ शेयर की जा रही हैं। इससे यूजर को काफी फायदा होगा।
इस नोटिफिकेशन के साथ आपको एक बटन दिखेगा डहां से आप ऐक्सेस को रिवोक भी कर सकते हैं। इस नोटिफिकेशन पर क्लिक करके आप उस थर्ड पार्टी ऐप से अपना फेसबुक का क्रेडेंशियल रिवोक कर सकते हैं।
नोटिफिकेशन नहीं मिला है, लेकिन फिर भी आपको ये जानना है कि आपने अपने फेसबुक क्रेंडेंशियल के जरिए कौन से थर्ड पार्टी ऐप्स को ऐक्सेस किया है तो आप फेसबुक सेटिंग्स में जा कर प्राइवेसी चेकअप सेलेक्ट करके ये जान सकते हैं, अगर आप रिवोक चाहते हैं तो यह भी यहां से संभव है।
आम तौर पर कई ऐप्स या वेबसाइट फेसबुक के जरिए लॉग इन करने का ऑप्शन देते हैं। जैसे ही आप इन्हें ऐक्सेस देते हैं तो आपके फेसबुक का डेटा इन्हें दिया जाता है। इस स्थिति में आपको लिए ये जानना जरूरी है कि आप किस तरह की जानकारी थर्ड पार्टी ऐप्स के साथ शेयर कर रहे हैं।