Zee News : Jun 13, 2020, 03:54 PM
नई दिल्ली: 21 जून का दिन बेहद खास होने जा रहा है। इस दिन चंद्रमा सूर्य को आंशिक रूप से ढक लेगा और हम कुंडलाकार ग्रहण या ‘रिंग ऑफ़ फायर’ का गवाह बनेंगे। इसके अलावा, कुछ देर के लिए हमारी परछाई भी हमारा साथ छोड़ देगी। ऐसा सूर्य के कर्क रेखा के ठीक ऊपर पहुंचने के चलते होगा। 21 जून यानी रविवार को सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse) लगने जा रहा है। जब पूर्ण ग्रहण होता है तो चंद्रमा सूर्य को कुछ देर के लिए पूरी तरह ढक लेता है। हालांकि, आंशिक और कुंडलाकार (Annular) ग्रहण में सूर्य का केवल कुछ हिस्सा ही ढकता है। 21 जून को पड़ने जा रहा सूर्य ग्रहण कुंडलाकार है। इस बार का सूर्य ग्रहण हमें 25 साल पहले की याद दिलाएगा, जब दिन में ही अंधेरा हो गया था। 24 अक्टूबर 1995 को सूर्य ग्रहण पड़ा था और सूर्य चमकती हुई अंगूठी जैसा नजर आ रहा था। कुछ वक्त के लिए ऐसा लगा था मानो रात हो गई हो। हर तरफ अंधेरा छा गया था, पक्षी भी इसे रात समझकर अपने घोंसलों में लौट आये थे। इस ग्रहण को लेकर लोगों में काफी उत्साह था और स्कूली बच्चों को इसका गवाह बनाने के लिए विशेष इंतजाम किये गए थे। लोगों ने काला चश्मा या फिल्म लगाकर इसका दीदार किया था। 25 साल बाद 21 जून को एक बार फिर वह दृश्य नजर आएगा। विशेषज्ञों के अनुसार, इस खगोलीय घटना के बाद दिन छोटे और रातें लंबी होना शुरू हो जाएंगी। साथ ही मौसम में भी बदलाव होगा। 21 जून को दिन की अवधि 13:45 घंटे और रात 10।35 घंटे की होगी। 21 जून का दिन इसलिए भी ख़ास है क्योंकि इस दिन योग दिवस होता है। ऐसे में देश तीन घटनाओं का गवाह बनेगा। यानी योग दिवस, सूर्य ग्रहण और कुछ देर के लिए परछाई का साथ छोड़ जाना।
कुंडलाकार ग्रहण ‘रिंग ऑफ़ फायर’ बनाता है, लेकिन यह पूर्ण ग्रहण से अलग होता है। इस बार पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कांगो, इथियोपिया, पाकिस्तान और चीन सहित अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। इस ग्रहण की अवधि 3 घंटे 25 मिनट की होगी। इसके बाद साल के अंत में एक और सूर्य ग्रहण होगा। कब देखा जा सकता है सूर्य ग्रहण पूर्ण ग्रहण शुरू होगा 21 जून सुबह 10 बजकर 17 मिनट परग्रहण का मध्य दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगा पूर्ण ग्रहण की समाप्ति दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर होगी आंशिक ग्रहण की समाप्ति दोपहर 3 बजकर 4 मिनट पर होगी
इस बात का रखें ख्यालयदि आप सूर्य ग्रहण का गवाह बनना चाहते हैं, तो इसे नग्न आंखों से देखने का प्रयास न करें। कई बार लोग इस सलाह को मजाक में उड़ा देते हैं, लेकिन यह आपकी आंखों के लिए बेहद ज़रूरी है। नग्न आंखों से ग्रहण देखने पर आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। दूरबीन, टेलीस्कोप, ऑप्टिकल कैमरा व्यूफाइंडर से ग्रहण को देखना सुरक्षित है।
कुंडलाकार ग्रहण ‘रिंग ऑफ़ फायर’ बनाता है, लेकिन यह पूर्ण ग्रहण से अलग होता है। इस बार पड़ने वाला सूर्य ग्रहण भारत, मध्य अफ्रीकी गणराज्य, कांगो, इथियोपिया, पाकिस्तान और चीन सहित अफ्रीका के कुछ हिस्सों में दिखाई देगा। इस ग्रहण की अवधि 3 घंटे 25 मिनट की होगी। इसके बाद साल के अंत में एक और सूर्य ग्रहण होगा। कब देखा जा सकता है सूर्य ग्रहण पूर्ण ग्रहण शुरू होगा 21 जून सुबह 10 बजकर 17 मिनट परग्रहण का मध्य दोपहर 12 बजकर 10 मिनट पर होगा पूर्ण ग्रहण की समाप्ति दोपहर 2 बजकर 2 मिनट पर होगी आंशिक ग्रहण की समाप्ति दोपहर 3 बजकर 4 मिनट पर होगी
इस बात का रखें ख्यालयदि आप सूर्य ग्रहण का गवाह बनना चाहते हैं, तो इसे नग्न आंखों से देखने का प्रयास न करें। कई बार लोग इस सलाह को मजाक में उड़ा देते हैं, लेकिन यह आपकी आंखों के लिए बेहद ज़रूरी है। नग्न आंखों से ग्रहण देखने पर आंखों को नुकसान पहुंच सकता है। दूरबीन, टेलीस्कोप, ऑप्टिकल कैमरा व्यूफाइंडर से ग्रहण को देखना सुरक्षित है।