टेक / TikTok का नया खुलासा- गरीब, कम खूबसूरत दिखने वाले और दिव्यांग लोगों के हटायेगा वीडियो

News18 : Mar 18, 2020, 11:50 AM
लंदन। एक नए खुलासे में सामने आया है कि चीनी सोशल मीडिया (Social Media) प्लेटफॉर्म TikTok जल्द ही वीडियो कंटेंट को लेकर बड़े बदलाव करने की तैयारी में है। टिकटॉक जल्दी ही ऐसे यूजर्स की वीडियोज को फ़िल्टर करने जा रहा है जो दिखने में बदसूरत, गरीब या फिर दिव्यांग हैं। मिली जानकारी के मुताबिक Tiktok प्रीमियम यूजर्स के बीच अपनी छवि सुधारने के लिए कुछ बदलाव करने जा रहा है।

द गार्जियन में छपी एक रिपोर्ट के मुताबिक द इंटरसेप्ट के हाथ एक ऐसी रिपोर्ट लगी है जिसमें कंपनी की पॉलिसी में होने जा रहे बदलावों का ज़िक्र है। इस रिपोर्ट में टिकटॉक ने अपने मॉडरेटर्स को इसी तरह के ख़ास निर्देश दिए हैं। इसमें स्पष्ट लिखा है कि जब भी यूजर्स अपनी टाइमलाइन पर जाए उसे ऐसा कंटेंट नज़र आना चाहिए जो उसे ऐसा फील कराए कि वो उसके लिए ही बनाया जा रहा है। इसी के तहत बेकार के कंटेंट को फ़िल्टर कर देने के भी निर्देश हैं। बता दें कि टिकटॉक जिस तरह के कंटेंट को हटाने की बात कर रहा है उन पर खासकर तीसरी दुनिया के देशों में मिलियन में व्यूज आते हैं।

ख़ास तरह के वीडियोज को हटाने का निर्देश

TikTok के मॉडरेटर्स को इन वीडियो को फ़िल्टर करने के लिए कई तरह की कैटेगरी भी सुझाई गई हैं। इसमें एबनॉर्मल बॉडी शेप- बहुत मोटे या काफी पतले। इसके अलावा बेहद बदसूरत दिखने वाले या चेहरे पर किसी तरह की बीमारियों वाले लोग शामिल हैं। इसमें उन लोगों पर भी रोक लगाने के लिए कहा गया है जिनकी वेशभूषा अच्छी न हो, या गरीब नज़र आते हों। कंपनी का मानना है कि ख़राब दिखने वालों का वीडियो भी ख़राब दिखेगा और नए यूजर्स को आकर्षित नहीं कर पाएगा। इस रिपोर्ट के मुताबिक अगर वीडियो शूट किए जाने वाली जगह गंदी या फिर ख़राब दिख रही होगी तो भी इस वीडियो को टाइमलाइन से हटा दिया जाएगा।

TikTok का जवाब

हालांकि TikTok ने इस मामले में अपनी सफाई दी है। गार्जियन को दी गई इस सफाई में TikTok के एक प्रवक्ता ने कहा कि कंपनी का उद्देश्य सिर्फ ख़राब कंटेंट जो कि समाज के लिए नुकसानदायक हैं उन्हें हटाना है। TikTok के मुताबिक उन्हें लगातार ऐसी रिपोर्ट्स मिल रही हैं कि प्लेटफॉर्म का गलत इस्तेमाल भी हो रहा है और कंपनी बस इसे ही रोकना चाहती है। कंपनी भेदभाव, बुलिंग और ख़राब कंटेंट को जगह नहीं देना चाहती।

बता दें कि बीते दिसंबर में भी टिकटॉक पर ऐसे आरोप लगे थे कि वो चीन की विदेश नीति के अनुसार ही वीडियोज को प्लेटफॉर्म पर जगह दे रहा है। ऐसे मामले सामने आए थे जिनमें चीनी सरकार की आलोचना वाले वीडियोज खुद ही डिलीट हो जा रहे थे। इसके बाद भी कंपनी ने सफाई देते हुए कहा था कि सिर्फ विवादित कंटेंट को ही रिमूव किया जा रहा है।

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