देश / परिवहन मंत्री गडकरी ने कहा- हर साल 5 लाख सड़क दुर्घटनाओं में 1.5 लाख लोगों की मौत हो जाती है

Dainik Bhaskar : Jan 12, 2020, 02:25 PM
नागपुर | देश में हर साल पांच लाख सड़क दुर्घटनाएं होती हैं। इस दुर्घटना में डेढ़ लाख लोगों की मौत हो जाती है और करीब 3 लाख लोग घायल हो जाते हैं। केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय नितिन गडकरी ने शनिवार को एक कार्यक्रम में यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि मंत्रालय द्वारा लगातार कई कदम उठाए जाने के बाद भी मृतकों की संख्या में कोई कमी नहीं आ पाई है। गडकरी ने ‘रोड सेफ्टी वीक’ का शुभारंभ किया जो कि देश भर में 17 जनवरी तक चलेगा।

गडकरी ने कहा, “सड़क दुर्घटनाओं के कारण देश के जीडीपी को दो फीसदी का नुकसान होता है। वहीं, इन दुर्घटनाओं में मारे जाने वालों में से 62% लोग 18 से 35 वर्ष आयु वर्ग के होते हैं।” उन्होंने दुर्घटनाओं की संख्या में 29% की कमी और हताहतों में 30% की कमी लाने के लिए उन्होंने तमिलनाडु सरकार की सराहना की। उन्होंने कहा कि लोगों में जागरूकता और यातायात नियमों का पालन करने के साथ ही पुलिस, आरटीओ, एनजीओ एवं अन्य के एकजुट प्रयास से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आ सकती है।

गुजरात की भाजपा सरकार ने अनिवार्य हेलमेट का नियम हटाया

गुजरात सरकार ने दिसंबर में शहरी इलाकों में हेलमेट पहनने की अनिवार्यता का नियम को खत्म कर दिया। हालांकि, स्टेट और नेशनल हाईवे अथवा एप्रोच रोड भी अनिवार्य है। राज्य में 2018 में हेलमेट न पहनने के कारण 1500 लोगों को जान गई। इससे पहले 2017 में हेलमेट न पहनने के कारण 6068 दुर्घटनाएं हुईं। इनमें 2190 की मौत हुई थी।

2018 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 0.46% बढ़ोतरी हुई

इससे पहले, पिछले साल नवंबर में परिवहन मंत्रालय ने ‘भारत में सड़क दुर्घटनाएं-2018' नाम से रिपोर्ट जारी की थी जिसमें कहा गया था कि 2017 के मुकाबले 2018 में सड़क दुर्घटनाओं की संख्या में 0.46% बढ़ोतरी हुई थी। इसमें मृतकों की संख्या में 2.37% बढ़ोतरी हुई थी। वहीं, 2017 की तुलना में 2018 में घायलों की संख्या में 0.33% की कमी दर्ज की गई थी।

कन्नौज में सड़क हादसे में 20 लोग जिंदा जल गए

उत्तर प्रदेश के कन्नौज में शुक्रवार रात ट्रक से टक्कर के बाद एसी बस आग लग गई थी। हादसे में 20 लोगों के जिंदा जलने की खबर है। पुलिस के मुताबिक, बस में करीब 43 यात्री सवार थे। बचाए गए 25 में से 23 अस्पताल में भर्ती हैं। बस फर्रुखाबाद से जयपुर जा रही थी। हादसा इतना भयानक था कि फंसे यात्रियों को निकलने तक का मौका नहीं मिला था।

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