AajTak : Apr 22, 2020, 09:08 AM
ब्रिटेन, गुरुवार से इंसानों के ऊपर कोरोना वायरस के खिलाफ तैयार की गई वैक्सीन का ट्रायल शुरु करने जा रहा है। इस वैक्सीन को ऑक्सफोर्ड विश्वविद्यालय ने तैयार किया है और इसके लिए ब्रिटिश सरकार ने मंगलवार को 20 मिलियन पाउंड्स (189 करोड़ रुपये के करीब) खर्च करने की घोषणा की है।
ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस वैक्सीन तैयार करने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार है। क्योंकि यह कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। हैनकॉक ने आगे कहा कि अगले फेज की तैयारी के लिए ब्रिटिश सरकार इंपीरियल कॉलेज लंदन को वैक्सीन पर रिसर्च करने के लिए 22।5 (210 करोड़ से ज्यादा) मिलियन पाउंड देगी।
उन्होंने कहा, 'वैसे तो इस वैक्सीन को तैयार करने में वर्षों लग जाते। लेकिन ब्रिटेन इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे खड़ा है। हमने किसी भी देश की तुलना में इसकी वैक्सीन ढूंढ़ने के लिए सबसे अधिक पैसे खर्च किए हैं। इससे ज्यादा जरूरी और कुछ नहीं हो सकता है। वैक्सीन का उत्पादन ट्रायल और गलतियों के लिए ही होता है। लेकिन ब्रिटेन इसका पुख्ता इलाज पाने के लिए कुछ भी न्योछावर करने को तैयार है।'
ब्रिटिश सरकार की इस घोषणा से पहले तक ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17,337 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को और 828 लोगों के मरने की जानकारी दी। वहीं ब्रिटेन में अब तक कुल 1,25,856 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं।कोरोना वायरस महामारी के कारण अब तक दुनिया भर में कुल 1,70,226 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से 1,06,737 यूरोप से हैं। अमेरिका में 42,364 लोगों की जान जाने के साथ ही सबसे ज्यादा मृत्यु-दर दर्ज की गई जिसके बाद 24,114 लोगों की जान इटली में और 21,282 लोगों की जान स्पेन में गई। फ्रांस में 20,265 लोगों ने तो ब्रिटेन में 16,509 लोगों ने इस बीमारी से प्राण गंवाए हैं।
दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 24,83,086 मामले दर्ज किये गए हैं, हालांकि इस संख्या के और ज्यादा होने की आशंका है क्योंकि बहुत से देश सिर्फ बेहद गंभीर मामलों की ही जांच कर रहे हैं।
ब्रिटेन के हेल्थ सेक्रेटरी मैट हैनकॉक ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय इस वैक्सीन तैयार करने के लिए हर तरह की कुर्बानी देने को तैयार है। क्योंकि यह कोरोना वायरस महामारी से लड़ने में निर्णायक भूमिका निभा सकता है। हैनकॉक ने आगे कहा कि अगले फेज की तैयारी के लिए ब्रिटिश सरकार इंपीरियल कॉलेज लंदन को वैक्सीन पर रिसर्च करने के लिए 22।5 (210 करोड़ से ज्यादा) मिलियन पाउंड देगी।
उन्होंने कहा, 'वैसे तो इस वैक्सीन को तैयार करने में वर्षों लग जाते। लेकिन ब्रिटेन इस महामारी के खिलाफ लड़ाई में सबसे आगे खड़ा है। हमने किसी भी देश की तुलना में इसकी वैक्सीन ढूंढ़ने के लिए सबसे अधिक पैसे खर्च किए हैं। इससे ज्यादा जरूरी और कुछ नहीं हो सकता है। वैक्सीन का उत्पादन ट्रायल और गलतियों के लिए ही होता है। लेकिन ब्रिटेन इसका पुख्ता इलाज पाने के लिए कुछ भी न्योछावर करने को तैयार है।'
ब्रिटिश सरकार की इस घोषणा से पहले तक ब्रिटेन में कोरोना वायरस से मरने वालों की संख्या बढ़कर 17,337 हो गई है। स्वास्थ्य मंत्रालय ने मंगलवार को और 828 लोगों के मरने की जानकारी दी। वहीं ब्रिटेन में अब तक कुल 1,25,856 लोग कोविड-19 से संक्रमित हुए हैं।कोरोना वायरस महामारी के कारण अब तक दुनिया भर में कुल 1,70,226 लोगों की मौत हो चुकी है जिनमें से 1,06,737 यूरोप से हैं। अमेरिका में 42,364 लोगों की जान जाने के साथ ही सबसे ज्यादा मृत्यु-दर दर्ज की गई जिसके बाद 24,114 लोगों की जान इटली में और 21,282 लोगों की जान स्पेन में गई। फ्रांस में 20,265 लोगों ने तो ब्रिटेन में 16,509 लोगों ने इस बीमारी से प्राण गंवाए हैं।
दुनिया भर में कोरोना वायरस संक्रमण के अब तक 24,83,086 मामले दर्ज किये गए हैं, हालांकि इस संख्या के और ज्यादा होने की आशंका है क्योंकि बहुत से देश सिर्फ बेहद गंभीर मामलों की ही जांच कर रहे हैं।