Vikrant Shekhawat : Feb 04, 2025, 10:07 AM
Donald Trump News: राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सत्ता संभालने के बाद अमेरिका में अवैध प्रवासियों के खिलाफ कठोर नीति अपनाई है। ट्रंप प्रशासन ने अमेरिका में अवैध रूप से रह रहे लोगों को देश से बाहर निकालने के लिए एक व्यापक अभियान शुरू किया है। अमेरिकी आव्रजन और सीमा शुल्क प्रवर्तन (ICE) ने 1.5 मिलियन अवैध प्रवासियों की एक सूची तैयार की है, जिसमें 18,000 भारतीय नागरिक भी शामिल हैं।
अमेरिका में भारतीय अवैध प्रवासियों की स्थिति
प्यू रिसर्च सेंटर के आंकड़ों के अनुसार, अमेरिका में लगभग 725,000 भारतीय अवैध प्रवासी रह रहे हैं। यह आंकड़ा मेक्सिको और अल सल्वाडोर के बाद तीसरा सबसे बड़ा है। यह दर्शाता है कि अमेरिका में रहने वाले अवैध प्रवासियों की संख्या में भारतीयों का भी महत्वपूर्ण योगदान है। ट्रंप प्रशासन की नई नीतियों से इन भारतीय प्रवासियों के भविष्य पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है।पीएम मोदी और ट्रंप के बीच हुई वार्ता
राष्ट्रपति ट्रंप और भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के बीच इस विषय पर चर्चा हो चुकी है। ट्रंप ने कहा था कि उन्होंने इमिग्रेशन से जुड़े मुद्दों पर पीएम मोदी से बात की और उम्मीद जताई कि भारत अवैध अप्रवासियों को वापस लेने में सहयोग करेगा। इसके अलावा, अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रुबियो और भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर के बीच भी इस विषय पर बातचीत हुई।एस जयशंकर ने स्पष्ट किया कि भारत अवैध तरीके से किसी भी देश में रहने का समर्थन नहीं करता है। उन्होंने कहा कि यदि भारत के नागरिक अवैध रूप से अमेरिका में रह रहे हैं और उनकी भारतीय नागरिकता की पुष्टि हो जाती है, तो भारत उनकी वैध वापसी सुनिश्चित करने के लिए तैयार रहेगा।ट्रंप प्रशासन की नीति और संभावित प्रभाव
ट्रंप प्रशासन की इस नीति से भारतीय प्रवासियों को कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। विशेष रूप से उन लोगों के लिए यह एक बड़ा झटका है जो अमेरिका में स्थायी रूप से बसने की योजना बना रहे थे। इस नीति के प्रभाव निम्नलिखित हो सकते हैं:- विस्थापन और असुरक्षा: अवैध प्रवासियों को देश से निकाले जाने की नीति से वे भारतीय नागरिक जो वर्षों से अमेरिका में रह रहे हैं, अचानक विस्थापित हो सकते हैं।
- कानूनी चुनौतियाँ: अमेरिका में अवैध प्रवासी कानूनी सहायता लेने का प्रयास कर सकते हैं, जिससे लंबी कानूनी प्रक्रियाओं का सामना करना पड़ेगा।
- भारत-अमेरिका संबंधों पर असर: यदि इस नीति को सख्ती से लागू किया जाता है, तो यह भारत और अमेरिका के द्विपक्षीय संबंधों को भी प्रभावित कर सकता है।
- भारतीय अर्थव्यवस्था पर प्रभाव: बड़ी संख्या में भारतीय प्रवासियों की वापसी से भारत की अर्थव्यवस्था पर भी प्रभाव पड़ सकता है, विशेष रूप से उन परिवारों पर जो प्रवासियों द्वारा भेजी गई धनराशि पर निर्भर हैं।