Donald Trump News / ट्रंप के एक्शन से वर्ल्ड ट्रेड हिल जाएगा, भारत कर रहा कानूनी समीक्षा

डोनाल्ड ट्रंप की नई ट्रेड पॉलिसी पर भारत कानूनी समीक्षा कर रहा है। ट्रंप ने एक्स्ट्रा टैरिफ और ट्रेड एग्रीमेंट की पुनर्रचना का आदेश दिया है। भारत-अमेरिका व्यापार पर असर को देखते हुए मंत्रालय विस्तृत रिव्यू कर रहा है। अगले महीने मोदी-ट्रंप मुलाकात में यह मुद्दा अहम रहेगा।

Vikrant Shekhawat : Jan 29, 2025, 07:40 PM

Donald Trump News: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की व्यापार नीतियों को लेकर दुनिया भर में लगातार चर्चाएं हो रही हैं। उनके द्वारा लागू की गई ‘America First Trade Policy’ के प्रभाव को लेकर भारत भी सतर्क है और इसकी कानूनी समीक्षा कर रहा है। भारत सरकार यह समझने का प्रयास कर रही है कि इस नीति के चलते भारत-अमेरिका व्यापार संबंधों पर क्या असर पड़ेगा।

भारत कर रहा विस्तृत समीक्षा

भारत का केंद्रीय वाणिज्य और उद्योग मंत्रालय ट्रंप की इस व्यापार नीति की पैराग्राफ-वाइज समीक्षा कर रहा है। पिछले हफ्ते जारी किए गए एक एग्जीक्यूटिव ऑर्डर के तहत ट्रंप ने उन देशों की पहचान करने का आदेश दिया है जिनके साथ अमेरिका द्विपक्षीय स्तर पर व्यापार समझौते कर सकता है। इसके अलावा, उन्होंने अमेरिका के व्यापार घाटे को संतुलित करने के लिए कई व्यापारिक साझेदारों पर अतिरिक्त टैरिफ लगाने की भी घोषणा की है।

भारत-अमेरिका व्यापार पर संभावित असर

वर्तमान में अमेरिका के साथ भारत का व्यापार अधिशेष लगभग 35 अरब डॉलर का है। ऐसे में यह नीति भारत के लिए महत्वपूर्ण हो जाती है।

डोनाल्ड ट्रंप प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अधिक हथियार और सुरक्षा उपकरण खरीदने का अनुरोध कर चुके हैं। दोनों नेताओं के बीच अगले महीने संभावित मुलाकात इस नीति की दिशा को स्पष्ट कर सकती है।

WTO और वैश्विक व्यापार पर असर

डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी नीति के तहत विश्व व्यापार संगठन (WTO) के व्यापार समझौतों की भी समीक्षा करने की बात कही है। उनका मानना है कि भारत, चीन और ब्राजील जैसे देशों में अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे शुल्क लगाने से अमेरिका को नुकसान होता है। उन्होंने BRICS देशों पर 100 प्रतिशत टैरिफ लगाने की भी चेतावनी दी है, यदि वे डॉलर के बजाय किसी अन्य मुद्रा में व्यापार करते हैं।

क्या है भविष्य की राह?

ट्रंप की नीतियों के चलते भारत को अपनी व्यापारिक रणनीति को और मजबूत करने की आवश्यकता है। अमेरिका भारत के लिए एक महत्वपूर्ण व्यापारिक साझेदार है और दोनों देशों के बीच आपसी सहयोग आवश्यक बना रहेगा। इस नीति के मद्देनजर भारत को अपनी निर्यात रणनीति को मजबूत करना होगा और व्यापारिक वार्ताओं में संतुलन साधना होगा।