Zoom News : Mar 25, 2022, 09:49 PM
वारसाः रूस और यूक्रेन के बीच जंग (Russia Ukraine War) जारी है. इसी बीच अमेरिका के राष्ट्रपति (US President) जो बाइडेन (Joe Biden) यूक्रेन की सीमा (Ukraine Border) से लगे पोलैंड पहुंच गए हैं. वह यहां सीमा के पास तैनात अमेरिकी सैनिकों (American Soldiers) से बातचीत करेंगे. वहीं, रूस के हमले से बचने के लिए पोलैंड (Poland)भागकर आए लाखों यूक्रेनी (Ukraine Refugees) लोगों की प्रतिक्रियाओं को भी जानेंगे. जो बाइडेन के इस दौरे के बाद कयास लगाए जा रहे हैं कि अमेरिका, रूस के खिलाफ जल्द कोई ठोस कदम उठा सकता है.बाइडेन पहुंचे रेजजो एयरपोर्टबाइडेन पोलैंड (Poland) में अमेरिकी सेना (US Army) के 82वें एयरबोर्न डिवीजन के सदस्यों से मिलेंगे, जो पोलिश सैनिकों के साथ सेवा कर रहे हैं. वह दक्षिण-पूर्वी पोलैंड के सबसे बड़े शहर रेजजो के हवाई अड्डे पहुंचे, जहां से यूक्रेन की सीमा एक घंटे की दूरी पर है. वह वारसॉ में पोलैंड के राष्ट्रपति आंद्रेजेज डूडा और अन्य के साथ भी बातचीत करेंगे.जमीनी स्तर की लेंगे जानकारीहालांकि, पोलिश नेता ने हवाई अड्डे पर बाइडेन (Joe Biden) का स्वागत करना था, लेकिन तकनीकी समस्या के कारण, उनके विमान में देरी हो गई. व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार जेक सुलिवन ने कहा कि बाइडेन अमेरिकी सैनिकों और मानवीय विशेषज्ञों से जमीनी स्थिति के बारे में सुनेंगे और यह सुनिश्चित करेंगे कि क्या कदम उठाने की जरूरत है. दो दिवसीय यात्रा पर बाइडेनवहीं, बाइडेन संकट के इस समय में उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) के एक प्रमुख सदस्य की मदद को लेकर अमेरिकी प्रतिबद्धता दोहराएंगे. ब्रसेल्स में, यूक्रेन के मुद्दे पर नाटो, सात औद्योगिक देशों के समूह और 27-सदस्यीय यूरोपीय परिषद की आपातकालीन बैठक में हिस्सा लेने के बाद बाइडेन दो दिवसीय यात्रा पर पोलैंड आए हैं.13 बिलियन डॉलर की सहायताबता दें कि अमेरिकी कांग्रेस ने इस महीने यूक्रेन के लिए मानवीय और सैन्य सहायता पर 13 बिलियन अमेरीकी डालर से अधिक खर्च करने को मंजूरी दी है. बाइडेन प्रशासन ने इस सहायता राशि को भेजना भी शुरू कर दिया है.2014 से तैनान हैं अमेरिकी सैनिकबता दें कि यूक्रेन में रूसी आक्रमण (Russian Invasion) के बाद से 35 लाख से अधिक लोगों ने देश छोड़ा है, जिसमें से 20 लाख से अधिक लोगों ने पोलैंड में शरण ली है. पोलैंड में हजारों अमेरिकी सैनिक तैनात हैं. रूस के 2014 में पहली बार यूक्रेन में घुसने की कोशिश करने के बाद अमेरिकी सैनिकों को पोलैंड में तैनात किया गया था.