NDTV : Jul 12, 2020, 09:46 AM
वाशिंगटन: अमेरिका ने शनिवार को अपने नागरिकों को चेतावनी दी कि वे चीन में डिटेंशन, एग्जिट बैन सहित स्थानीय कानूनों के मनमाने ढंग से लागू किए जाने को लेकर सतर्कता बरतें। अमेरिकी विदेश विभाग ने चीन में अपने नागरिकों को जारी किए गए सुरक्षा अलर्ट में कहा कि अमेरिकी कांसुलर सेवाओं या उनके कथित अपराध के बारे में जानकारी के बिना अमेरिकी नागरिकों को हिरासत में लिया जा सकता है।
बयान के मुताबिक, "अमेरिकी नागरिकों से लंबी पूछताछ और नज़रबंद तक किया जा सकता है। अमेरिकी नागरिकों को हिरासत में लिया जा सकता है या चीन से निकाला जा सकता है। यदि आपको गिरफ्तार या हिरासत में लिया जाता है, तो पुलिस या जेल अधिकारियों को अमेरिकी दूतावास या निकटतम वाणिज्य दूतावास को तुरंत सूचित करने के लिए कहें।'इससे पहले चीन ने कहा था कि वह उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यक के खिलाफ कथित मानवाधिकार हनन को लेकर चीनी अधिकारियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के जवाब में पारस्परिक प्रतिबंध लागू करेगा।अल जज़ीरा ने झाओ के हवाले से कहा, "अगर अमेरिका घमंड के साथ कार्रवाई करता है, तो चीन निश्चित रूप से लड़ेगा।" "हम अमेरिका से इस गलत निर्णय को सही करने का आग्रह करते हैं। यदि अमेरिका आगे बढ़ना जारी रखता है, तो चीन ठोस जवाबी कार्रवाई करेगा।" ANI के मुताबिक सुरक्षा चेतावनी अमेरिका और चीन के बीच कोरोनोवायरस महामारी, हांगकांग सुरक्षा कानून, व्यापार और शिनजियांग क्षेत्र में उइगरों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों सहित कई मुद्दों के चलते दी गई है।
बयान के मुताबिक, "अमेरिकी नागरिकों से लंबी पूछताछ और नज़रबंद तक किया जा सकता है। अमेरिकी नागरिकों को हिरासत में लिया जा सकता है या चीन से निकाला जा सकता है। यदि आपको गिरफ्तार या हिरासत में लिया जाता है, तो पुलिस या जेल अधिकारियों को अमेरिकी दूतावास या निकटतम वाणिज्य दूतावास को तुरंत सूचित करने के लिए कहें।'इससे पहले चीन ने कहा था कि वह उइगर मुस्लिम अल्पसंख्यक के खिलाफ कथित मानवाधिकार हनन को लेकर चीनी अधिकारियों पर अमेरिकी प्रतिबंधों के जवाब में पारस्परिक प्रतिबंध लागू करेगा।अल जज़ीरा ने झाओ के हवाले से कहा, "अगर अमेरिका घमंड के साथ कार्रवाई करता है, तो चीन निश्चित रूप से लड़ेगा।" "हम अमेरिका से इस गलत निर्णय को सही करने का आग्रह करते हैं। यदि अमेरिका आगे बढ़ना जारी रखता है, तो चीन ठोस जवाबी कार्रवाई करेगा।" ANI के मुताबिक सुरक्षा चेतावनी अमेरिका और चीन के बीच कोरोनोवायरस महामारी, हांगकांग सुरक्षा कानून, व्यापार और शिनजियांग क्षेत्र में उइगरों के खिलाफ मानवाधिकारों के उल्लंघन के आरोपों सहित कई मुद्दों के चलते दी गई है।