दुनिया / अमेरिका-ब्रिटेन ने जारी की नई ट्रेवल एडवाइजरी, चीन न जाने की सलाह दी

News18 : Sep 17, 2020, 08:19 AM
लंदन/न्यूयॉर्क। भारतीय सीमा (India-China Standoff), साउथ चाइना सी, हांगकांग और ताइवान (Taiwan) में आक्रामक रवैये के चलते चीन (China) के प्रति कई देशों ने कड़े कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अब अमेरिका (US) और ब्रिटेन (UK) ने चीन के खिलाफ एक ट्रेवल एडवाइजरी जारी कर दी है और नागरिकों को वहां न जाने की सलाह दी है। दोनों देशों ने नागरिकों से कहा है कि अगर आप चीन की यात्रा करते हैं तो वहां आपको मनमाने तरीके से गिरफ्तार किया जा सकता है।

दोनों देशों ने एक साथ चीन के खिलाफ ट्रेवल एडवाइजरी जारी की है और बताया जा रहा है कि आने वाले दिनों में कई और देश ऐसा कर सकते हैं। दोनों देशों ने अपने-अपने नागरिकों को चीन और हॉन्ग कॉन्ग की यात्रा करने को लेकर चेतावनी दी है। अमेरिका और ब्रिटेन ने अपने नागरिकों से कहा है कि अगर वह चीन या हॉन्ग कॉन्ग की यात्रा करते हैं तो उन पर मनमाने तरीके से हिरासत में लिए जाने और मनमाने तरीके से स्थानीय कानून थोपे जाने का खतरा है।


अमेरिका-चीन में बढ़ेगा तनाव

कोरोना वायरस को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के हमलावर रहने के चलते चीन और अमेरिका में बीते कई महीनों से तनावपूर्ण हालात बने हुए हैं। इस ट्रेवल एडवाइजरी से तनाव का बढ़ना तय माना जा रहा है। हाल में ही अमेरिका ने चीनी छात्रों और नागरिकों के लिए वीजा नियमों को कड़ा कर दिया है। चीनी सरकार के मुताबिक, अमेरिका ने इस साल जुलाई में केवल 145 चीनी छाज्ञों को ही वीजा जारी किया है। यह पिछले साल जुलाई की तुलना में केवल 0।7 फीसदी ही है।

नई एडवाइजरी में अमेरिकी नागरिकों को चेतावनी दी गई है कि चीन जांचकर्ताओं से सहयोग करने को मजबूर करने के लिए मनमाने तरीके से हिरासत में ले सकता है। इसके अलावा अमेरिका और ब्रिटेन के लोगों पर बाहर जाने पर भी प्रतिबंधित लग सकता है। विदेश से परिवार के सदस्यों को चीन लौटने के लिए दबाव डाल सकता है और दीवानी विवादों को प्रभावित कर सकता है।

हांगकांग को लेकर ज्यादा सतर्कता

इस एडवाइजरी में कहा गया है कि चीन या हांगकांग में रहने वाले या वहां की यात्रा पर जाने वाले अमेरिकी नागरिकों को वह हिरासत में ले सकता है और ना उन्हें राजनयिक पहुंच देगा और न ही उनके कथित अपराध के बारे में कोई सूचना देगा। अमेरिकी नागरिकों से लंबे समय तक पूछताछ की जा सकती है और बिना कानूनी प्रक्रिया के उनकी हिरासत को बढ़ाया जा सकता है। हांगकांग में चीन एकतरफा और मनमाने ढंग से पुलिस और सुरक्षा शक्तियों का प्रयोग कर सकता है। बता दें कि हाल के महीनों में चीन ने कनाडाई, ऑस्ट्रेलियाई, जापानी नागरिकों को हिरासत में लिया है। इन लोगों में से कई पर ड्रग्स, सीक्रेट डेटा चुराने का मनगढ़ंत आरोप भी लगाए गए हैं।

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