AMAR UJALA : Nov 07, 2019, 11:07 AM
वाराणसी. हवा में घुलते जहर से इंसान ही नहीं, भगवान भी परेशानी में हैं। काशी में वायु प्रदूषण की स्थिति बेहद खराब हो चुकी है। खुली हवा में सांस लेना खतरनाक साबित हो रहा है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में देवी देवताओं की प्रतिमा को मास्क पहना दिया गया है, ताकि उन्हें प्रदूषण के खतरे से बचाया जा सके।दीपावली के बाद दिल्ली समेत भारत के कई शहरों में वायु प्रदूषण का कहर जारी है। बनारस के लोग प्रदूषित हवा से बचने के लिए इन दिनों मास्क पहने नजर आ रहे हैं। वाराणसी के सिगरा में काशी विद्यापीठ विद्यालय के नजदीक स्थित भगवान शिव-पर्वती के मंदिर में स्थापित प्रतिमाओं को यहां के पुजारी और कुछ भक्तों ने मास्क पहना दिया है।हालांकि वाराणसी के एयर क्वालिटी इंडेक्स में मंगलवार को कुछ सुधार हुआ। सोमवार को एयर क्वालिटी इंडेक्स 354 से 364 था, वहीं मंगलवार को एक्यूआई 292 दर्ज किया गया। विशेषज्ञों के अनुसार, एयर क्वालिटी इंडेक्स अगर 200 से अधिक है तो यह घातक है।प्रदूषण का स्तर कम करने के लिए जिला प्रशासन ने काम शुरू कर दिया है। मंगलवार को फायर ब्रिगेड ने नरिया, डीरेका व कचहरी इलाके में पेड़ पौधों पर जमी धूल पर पानी का छिड़काव किया। चीफ बुधवार को चौकाघाट और लंका में पानी का छिड़काव किया जा रहा है। शिवलिंग को मास्क पहनाकर सपा नेता ने जताया विरोध वाराणसी में सपा के पूर्व पार्षद रविकांत विश्वकर्मा ने मिसिर पोखरा स्थित तारकेश्वर महादेव मंदिर में शिवलिंग को मास्क पहनाकर शहर में बढ़ते वायु प्रदूषण का विरोध किया। इसके बाद लक्सा क्षेत्र में लोगों को मास्क बांटे।उन्होंने कहा कि हम बाबा को सजीव मानते हैं। इसलिए उन्हें मास्क पहनाया। उन्होंने इसके लिए भाजपा सरकार को जिम्मेदार ठहराया। इस दौरान सुधांशु पांडेय, सानू सिन्हा, संदीप मिश्र, रोशन राय आदि मौजूद रहे।