News18 : Sep 13, 2020, 09:23 AM
नई दिल्ली। कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) ने कांग्रेस कार्यसमिति (CWC) का पुनर्गठन किया है। संगठन में कई नए चेहरों की एंट्री हुई है, जबकि पार्टी के खिलाफ आवाज़ उठाने वाले कई नेता दरकिनार कर दिए गए प्रतीत होते हैं। ऐसे में एक बार फिर से पार्टी में विरोध की आवाजें उठने लगी हैं। कहा जा रहा है कि कांग्रेस के वो 23 नेता, जिन्होंने सोनिया गांधी को पिछले महीने पार्टी में बड़े बदलाव की मांग करते हुए चिट्ठी लिखी थी वो फिर से नाराज़ हैं। पार्टी के खिलाफ इनका अगला कदम क्या होगा इसको लेकर इन नेताओं ने शनिवार को दिल्ली में एक अहम बैठक की।
मौजूदा बदलाव से नाराज़ है ये नेताअंग्रेजी अखबार हिंन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक बैठक में अंसुष्ट नेताओं ने कहा कि 7 अगस्त को लिखी गई चिट्टी में बदलाव को लेकर जो मांग की गई थी उसे एक बार फिर से नजरअंदाज कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि शनिवार को हुई बैठक में चिट्ठी लिखने वाले 23 में से 18 नेता मौजूद थे। इनकी तरफ से ये भी दावा किया जा रहा है कि संगठन में मौजूदा बदलाव से नेता इतने नाराज हैं कि इस बैठक में कई नए चेहरे भी शामिल हुए। बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि नए नेताओं के नाम का ऐलान सही वक्त पर किया जाएगा। बता दें कि संगठन में बदलाव के तुरंत बाद कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए नाराजगी जताई थी।
मॉनसून सत्र के बाद उठ सकता है मुद्दाकहा जा रहा है कि पार्टी के असंतुष्ट नेता फिलहाल थोड़े दिन के लिए शांत रह सकते हैं। संसद के मॉनसून सत्र के बाद जब सोनिया अपना हेल्थ चेकअक कराकर लौटेंगी तो फिर जाकर उनके सामने ये मुद्दा उठाया जा सकता है। शनिवार को सोनिया और राहुल गांधी डॉक्टर से मिलने के लिए अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से संगठन में किए गए बड़े बदलाव के जरिए दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद और तारिक अनवर समेत कई ऐसे नेताओं की पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में वापसी हुई है जो लंबे समय से 24-अकबर रोड पर सक्रिय भूमिका में नहीं थे।
राहुल के करीबियों को मौका!आरोप लगाया जा रहा है कि नए CWC में भी राहुल गांधी और सोनिया के करीबी नेताओं को जगह दी गई है। कई वरिष्ठ नेताओं ने संगठन में वापसी की है तो इस फेरबदलव में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की साफ छाप दिखती है। उनके करीबी माने जाने वाले कई नेताओं को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। राहुल गांधी के करीबियों में शुमार पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला को महासचिव, कर्नाटक का प्रभारी और सोनिया गांधी के सहयोग के लिए बनी विशेष समिति का सदस्य बनाया गया है। राहुल के पसंदीदा माने जाने वाले मधुसूदन मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया है।
मौजूदा बदलाव से नाराज़ है ये नेताअंग्रेजी अखबार हिंन्दुस्तान टाइम्स के मुताबिक बैठक में अंसुष्ट नेताओं ने कहा कि 7 अगस्त को लिखी गई चिट्टी में बदलाव को लेकर जो मांग की गई थी उसे एक बार फिर से नजरअंदाज कर दिया गया है। कहा जा रहा है कि शनिवार को हुई बैठक में चिट्ठी लिखने वाले 23 में से 18 नेता मौजूद थे। इनकी तरफ से ये भी दावा किया जा रहा है कि संगठन में मौजूदा बदलाव से नेता इतने नाराज हैं कि इस बैठक में कई नए चेहरे भी शामिल हुए। बैठक में मौजूद लोगों ने कहा कि नए नेताओं के नाम का ऐलान सही वक्त पर किया जाएगा। बता दें कि संगठन में बदलाव के तुरंत बाद कपिल सिब्बल ने ट्वीट करते हुए नाराजगी जताई थी।
मॉनसून सत्र के बाद उठ सकता है मुद्दाकहा जा रहा है कि पार्टी के असंतुष्ट नेता फिलहाल थोड़े दिन के लिए शांत रह सकते हैं। संसद के मॉनसून सत्र के बाद जब सोनिया अपना हेल्थ चेकअक कराकर लौटेंगी तो फिर जाकर उनके सामने ये मुद्दा उठाया जा सकता है। शनिवार को सोनिया और राहुल गांधी डॉक्टर से मिलने के लिए अमेरिका के लिए रवाना हो गए हैं। कांग्रेस नेतृत्व की ओर से संगठन में किए गए बड़े बदलाव के जरिए दिग्विजय सिंह, सलमान खुर्शीद और तारिक अनवर समेत कई ऐसे नेताओं की पार्टी के राष्ट्रीय संगठन में वापसी हुई है जो लंबे समय से 24-अकबर रोड पर सक्रिय भूमिका में नहीं थे।
राहुल के करीबियों को मौका!आरोप लगाया जा रहा है कि नए CWC में भी राहुल गांधी और सोनिया के करीबी नेताओं को जगह दी गई है। कई वरिष्ठ नेताओं ने संगठन में वापसी की है तो इस फेरबदलव में पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी की साफ छाप दिखती है। उनके करीबी माने जाने वाले कई नेताओं को महत्वपूर्ण भूमिका दी गई है। राहुल गांधी के करीबियों में शुमार पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला को महासचिव, कर्नाटक का प्रभारी और सोनिया गांधी के सहयोग के लिए बनी विशेष समिति का सदस्य बनाया गया है। राहुल के पसंदीदा माने जाने वाले मधुसूदन मिस्त्री को केंद्रीय चुनाव प्राधिकरण का अध्यक्ष बनाया गया है।