राजस्थान / सचिन पायलट और 18 बागी विधायकों के बिना भी हम विश्वास मत जीत सकते थे: अशोक गहलोत

Live Hindustan : Aug 13, 2020, 08:44 PM
राजस्थान | आगामी विधानसभा सत्र में विश्वास प्रस्ताव को लेकर राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा कि हम सचिन पायलट सहित 19 असंतुष्ट विधायकों के बिना भी बहुमत साबित कर सकते थे। गुरुवार (13 अगस्त) को कांग्रेस विधायक दल की बैठक में उन्होंने यह बात कही। उन्होंने कहा, "इन 19 विधायकों (सचिन पायलट और 18 विधायक जो उनका समर्थन कर रहे थे) के बिना भी हम बहुमत साबित कर सकते थे, लेकिन इससे हमें खुशी नहीं मिलती। हम विश्वास मत लाएंगे।"

अशोक गहलोत की अगुवाई वाली कांग्रेस सरकार ने विधानसभा के शुक्रवार (14 अगस्त) से शुरू हो रहे सत्र में विश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया है। पार्टी के एक नेता ने कहा, 'विधायक दल की यहां हुई बैठक में यह घोषणा की गई कि विधानसभा में विश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा।' विधायक दल की बैठक में मुख्यमंत्री गहलोत ने विधायकों से अब तक हुई बातों को भूलकर आगे बढ़ने को कहा। वहीं, विधायक दल की बैठक के बाद  के. सी. वेणुगोपाल ने कहा कि सबकुछ अच्छे से हो गया। अब कांग्रेस परिवार एक साथ है, हम मिलकर भाजपा की गंदी राजनीति के खिलाफ लड़ेंगे। विधानसभा में कांग्रेस पार्टी एकजुटता से खड़ी होगी।

उल्लेखनीय है कि सचिन पायलट एवं कांग्रेस के 18 अन्य विधायक मुख्यमंत्री गहलोत के नेतृत्व से कथित तौर पर नाराज थे और वे सोमवार (10 अगस्त) को नई दिल्ली में कांग्रेस नेता राहुल गांधी और प्रियंका गांधी से मुलाकात के लगभग एक महीने बाद जयपुर लौटे हैं। राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी राजनीतिक घटनाक्रम के बीच विधानसभा का सत्र शुक्रवार (14 अगस्त) से शुरू हो रहा है।

एक अन्य कांग्रेस विधायक विश्वेंद्र सिंह ने भी प्रदेश में कांग्रेस के एकजुट होने की बात कही। उन्होंने कहा, "कांग्रेस एकजुट है। मुख्यमंत्री कांग्रेस विधायक दल के नेता हैं और सब उनका सम्मान करते हैं। अगर भाजपा चाहती हो तो वो अविश्वास प्रस्ताव ला सकती है ये उनका काम है।" इसके आगे उन्होंने कहा, "एक महीने तक हमने जो भी सुना और सहा वो आपके सामने है, लेकिन हम लोग अपनी मर्यादा में रहे। मैं स्पष्ट करना चाहता हूं, मैं पहले भी कांग्रेस में था जब कांग्रेस से हटाया गया तब भी और आज भी कांग्रेस में हूं और आगे भी कांग्रेस में रहूंगा।" 

राजस्थान विधानसभा का सत्र 14 अगस्त से, भाजपा लाएगी अविश्वास प्रस्ताव

राजस्थान में लगभग एक महीने से जारी सियासी खींचतान के बाद विधानसभा का सत्र शुक्रवार (14 अगस्त) से शुरू होगा। मुख्य विपक्षी दल भाजपा द्वारा सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाए जाने की घोषणा के बीच विधानसभा का यह सत्र काफी हंगामेदार रहने की संभावना है। विधानसभा सत्र शुरू होने से ठीक एक दिन पहले बृहस्पतिवार (13 अगस्त) को सत्तारूढ़ कांग्रेस व उसके सहयोगी दलों के विधायकों की बैठक हुई, तो भाजपा व उसके घटक दल ने भी बैठक की। कांग्रेस ने अपने दो विधायकों विश्वेंद्र सिंह तथा भंवरलाल शर्मा का निलंबन रद्द किया, लेकिन दिन की सबसे महत्वपूर्ण घटना पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट की मुख्यमंत्री अशोक गहलोत से मुलाकात रही। लगभग एक महीने की सियासी खींचतान का एक तरह से पटाक्षेप करते हुए दोनों नेता मुख्यमंत्री निवास में मिले।

इससे पहले भाजपा की विधायक दल में पार्टी ने कांग्रेस सरकार के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव लाने का फैसला किया। बैठक के बाद नेता प्रतिपक्ष गुलाब चंद कटारिया ने कहा कि विधानसभा के शुक्रवार से शुरू हो रहे सत्र में अविश्वास प्रस्ताव लाया जाएगा। कटारिया ने कहा, "हम अपनी तरफ से अविश्वास प्रस्ताव लेकर आ रहे हैं। हमने अपने प्रस्ताव में उन सारे बिंदुओं को लिया है जो आज राजस्थान में ज्वलंत हैं।" सुबह मुख्यमंत्री गहलोत ने ट्वीट किया कि 'हमें फॉरगेट एन्ड फॉरगिव, आपस में भूलो और माफ करो और आगे बढ़ो की भावना के साथ लोकतंत्र को बचाने की लड़ाई में लगना है।'

विधानसभा सत्र को लेकर तैयारी पूरी

इस बीच अधिकारियों ने बताया कि विधानसभा सत्र को लेकर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं। विधानसभा सूत्रों ने बताया पन्‍द्रहवीं राजस्‍थान विधानसभा का पांचवां सत्र शुक्रवार 14 अगस्‍त को 11 बजे से होगा। इसमें कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए बरती जाने वाली सावधानियों को ध्‍यान में रखते हुए विधानसभा में पुख्‍ता व्‍यवस्‍थाएं की गई हैं । इस बार विधानसभा सत्र के दौरान दर्शक, विशिष्‍ट और अध्‍यक्ष दीर्घा के लिए प्रवेश पत्र नहीं बनाए जाएंगे।

कोरोना से बचाव के लिए जरूरी व्‍यवस्‍था

राजस्‍थान विधानसभा के सचिव प्रमिल कुमार माथुर ने बताया कि प्रवेश द्वारों पर हाथ धोने और सेनेटाइज किए जाने वाली मशीनें पर्याप्‍त संख्‍या में लगाई गई है। चार पहिया वाहन को भी विधानसभा परिसर में प्रवेश करते ही सेनेटाइज मशीन से निकालना होगा। उन्‍होनें बताया कि कोरोना से बचाव के लिए अपनाई जाने वाली सभी सावधानियों को दृष्टिगत रखते हुए विधानसभा सत्र के लिए आवश्‍यक व्‍यवस्‍थाएं पूरी कर ली गई हैं।

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