COVID-19 Update / क्या है R-value? दिल्ली, मुंबई और चेन्नई से भाग रहा कोरोना

NavBharat Times : Aug 04, 2020, 08:37 AM
Delhi: अमेरिका में पिछले 24 घंटे में 47 हजार से अधिक तो ब्राजील में 25 हजार से अधिक नए मामले सामने आए हैं। वहीं, देश में बढ़ते कोरोना वायरस के संक्रमण को लेकर कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने पीएम मोदी पर हमला किया है। दरअसल, एक अध्ययन में पता चला है कि कोविड-19 के आर-वैल्यू या रिप्रोडक्टिव वैल्यू में दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में गिरावट आयी है जो दर्शाती है कि देश के तीन बड़े शहरों में इस महामारी का कहर थमने की राह पर है।

R-value में गिरावट


हाल ही में सामने आए एक अध्ययन में पता चला है कि कोविड-19 की आर-वैल्यू यानी रि-प्रोडक्टिव वैल्यू (R-value) में दिल्ली (Delhi), मुंबई (Mumbai) और चेन्नई (Chennai) में गिरावट आयी है। यह दर्शाती है कि देश के तीन बड़े शहरों में इस महामारी का कहर थमने की राह पर है। हालांकि, विशेषज्ञों ने इसके साथ चेतावनी भी दी है कि इस स्तर पर आकर अगर लापरवाही की गई तो संक्रमण फिर से बढ़ सकता है। इस बीच, ‘स्टैटिस्टिक्स एंड एप्लिकेशंस' पत्रिका में प्रकाशित ताजा आर-वैल्यू कुछ इस प्रकार हैं... दिल्ली में यह 0.66, मुंबई में 0.81 और चेन्नई में 0.86 है जो राष्ट्रीय औसत 1.16 से काफी कम है।


क्या होता है R-Value?


आर-वैल्यू का अर्थ है, एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आकर औसतन संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या। फिलहाल देश में सबसे ज्यादा आर-वैल्यू 1.48 आंध्रप्रदेश की है। दिल्ली के 0.66 आर-वैल्यू को और बेहतर तरीके से समझाते हुए इस अध्ययन का नेतृत्व करने वाली चेन्नई के गणितीय विज्ञान संस्थान में भौतिकी की प्रोफेसर सीताभ्रा सिन्हा ने बताया, इसका अर्थ है कि राष्ट्रीय राजधानी में कोरोना वायरस से संक्रमित किन्हीं 100 लोगों का समूह औसतन 60 लोगों को यह संक्रमण दे सकता है।


आसान भाषा में समझिए R-Value


भारतीय विज्ञान शिक्षा एंव अनुसंधान संस्थान, कोलकाता में भौतिकी के प्रोफेसर दिव्येन्दु नंदी ने कहा ‘‘समुदाय में आर-वैल्यू का इतना कम बने रहने का अर्थ है कि महामारी का मौजूदा कहर थम रहा है और इसे नियंत्रित करने वाले उपायों की मदद से निकट भविष्य में काबू किया जा सकता है।’’ उन्होंने बताया कि सामान्य तरीके से समझें तो, अगर आर-वैल्यू एक से कम है तो इसका सीधा मतलब है कि एक संक्रमित व्यक्ति ज्यादा से ज्यादा एक अन्य व्यक्ति को संक्रमित कर रहा है।


सतर्क रहना होगा...


मेनन का कहना है कि शहरों में हो रहे सीरो-सर्वे से पता चलता है कि मुंबई और दिल्ली के करीब 40 प्रतिशत या उससे ज्यादा निवासी इस वायरस से संक्रमित हो चुके हैं। मेनन ने कहा, ‘दूसरे देशों से हमने जो देखा/सीखा है, उससे पता चला है कि समुदाय के स्तर पर किसी बीमारी विशेष के प्रति रोग प्रतिरोधक क्षमता विकसित होने के लिए आबादी के कम से कम 20 प्रतिशत का संक्रमित होना आवश्यक है।’ उन्होंने कहा, ‘ऐसे में, यह सच है कि कहर थम रहा है, लेकिन अगर हम सतर्क नहीं रहे और एहतियात छोड़ा तो यह फिर बढ़ सकता है।’


दिल्ली, मुंबई और चेन्नई में घटता जा रहा है कोरोना


महामारी के पूरी तरह से समाप्त होने तक फिलहाल जारी पाबंदियों को लागू रखने पर जोर देते हुए नंदी ने कहा, ‘हमें अपनी सावधानी नहीं छोड़नी चाहिए।’ हरियाणा के अशोक विश्वविद्यालय में प्रोफेसर गौतम मेनन ने कहा, सामान्य भाषा में कहें तो आर-वैल्यू इसकी गिनती करता है कि औसतन कितने लोग एक संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने से बीमारी का शिकार हो सकते हैं। उनका मानना है कि रोजाना के आंकड़ों के विश्लेषण के अनुसार, दिल्ली, चेन्नई, मुंबई में यह दिख रहा है कि महामारी का कहर थमने लगा है।

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