मुंबई / जब मरते समय भी अपनों के साथ के लिए तरस गया 200 करोड़ की संपत्ति का मालिक

Live Hindustan : Oct 19, 2019, 07:19 AM
मुंबई | देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में 200 करोड़ रुपये की संपत्ति रखने वाले निखिल झावेरी की बुधवार को निमोनिया से मौत हो गई। झावेरी दो साल से अस्पताल में भर्ती थे। मानसिक रूप से बीमार होने के कारण परिजनों ने उनसे नाता तोड़ दिया था। अंतिम सांस लेते समय भी वह अपनों के साथ के लिए तरसते रहे। पुलिस ने काफी मशक्कत के बाद झावेरी के बेटे से संपर्क साधा और उनकी मौत की जानकारी दी।

झावेरी कई वर्षों से गंभीर शारीरिक और मानसिक बीमारियों से जूझ रहे थे। 2013 में वह कांदीवली स्थित अपनी बहन के घर से अचानक गायब हो गए। बाद में उन्हें बोरीवली पुलिस थाने के पास से बरामद करते हुए एक एनजीओ की ओर से संचालित आश्रम में भेज दिया गया। जनवरी 2014 में उनकी पहचान निखिल विट्ठलदास झावेरी के रूप में की गई। उसी साल अगस्त में उन्हें गिरगांव के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया। 2017 में अदालत ने झावेरी को जेजे अस्पताल में स्थानांतरित करने का आदेश दिया। यही नहीं, उसने किसी थर्ड पार्टी के झावेरी की संपत्ति को लेकर सौदा करने पर रोक लगा दी। साथ ही संपत्ति के संरक्षण के लिए रिसीवर नियुक्त कर दिया। 

दो शादियां की, दोनों टूटीं

झावेरी ने दो शादियां की थीं। हालांकि, दोनों ही पत्नियों से उनका रिश्ता ज्यादा दिनों तक नहीं टिक पाया था। दूसरी पत्नी से झावेरी का एक बेटा (रेयान) है, जो विदेश में रहता है। झावेरी की मौत के बाद पुलिस ने काफी मशक्कत से रेयान से संपर्क किया। वह शुक्रवार को झावेरी का शव लेने के लिए मुंबई पहुंचेंगे।

संपत्ति पर परिजनों में विवाद

झावेरी की पहली पत्नी दिप्ती पांचाल ने उनकी संपत्ति पर दावा ठोकते हुए अदालत नें हलफनामा दाखिल किया था। इसके बाद रेयान ने पांचाल और अपनी तीनों बुआ के पतियों के खिलाफ झावेरी के फर्जी दस्तखत कर हलफनामा तैयार करने का आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज करा दी। मामले की जांच जारी है।

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