Live Hindustan : Oct 06, 2019, 12:40 PM
Aadhar link in Ration card | अपने राशनकार्ड में आधार नंबर लिंक नहीं कराया है तो 25 अक्तूबर तक जरूर करा दें। यदि आप ऐसा करने से चूक गए तो सरकार राशनकार्ड से आपका नाम काट देगी। यह हम नहीं कह रहे, ऐसा आदेश जिला पूर्ति कार्यालय ने जारी किया है। 5 से 25 अक्तूबर के बीच लोगों को अपने राशनकार्ड में आधार लिंक कराने का अंतिम मौका दिया गया है। इस समयसीमा में आधार नंबर लिंक कराने पर ही भविष्य में आपको सरकारी खाद्यान्न मिल पाएगा।
करीब दो साल पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राशनकार्ड को आधार से लिंक करने का काम शुरू किया था। सरकार का स्पष्ट आदेश है कि राशनकार्ड की प्रत्येक यूनिट को आधार नंबर से लिंक करना है। इसी आधार पर आगरा में जिला पूर्ति कार्यालय ने आगरा में सभी 28 लाख से अधिक राशन यूनिटों को आधार से लिंक कराने का काम शुरू किया गया था, परंतु दो साल की मशक्कत के बाद भी आगरा में 90 प्रतिशत यूनिट ही आधार से लिंक हो पाई हैं। जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि अभी भी करीब तीन लाख यूनिट आधार से लिंक नहीं हो पाई हैं।कई बार जागरूकता फैलाने के बावजूद लोग आधार लिंक कराने नहीं आए हैं। इस वजह से अब सरकार ने आगरा सहित पूरे प्रदेश में 5 से 25 अक्तूबर तक विशेष अभियान चलाकर बची हुईं यूनिट से आधार लिंक कराने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने सभी राशन कोटेदारों से अपनी दुकान पर ऐसे यूनिटधारकों के नाम की सूची चस्पा करा दी है जो आधार से लिंक नहीं है। इसके अलावा एक सूची जिला पूर्ति कार्यालय में भी चस्पा की गई है। लोग सूची में अपना नाम देखकर 25 अक्तूबर तक अपना आधार नंबर लिंक करा सकते हैं। यदि किसी के पास आधार नंबर नहीं है तो वह अपनी पहचान का कोई अन्य सबूत भी दे सकता है, परंतु भविष्य में उसे आधार नंबर अवश्य देना होगा।अपने राशनकार्ड में आधार नंबर लिंक नहीं कराया है तो 25 अक्तूबर तक जरूर करा दें। यदि आप ऐसा करने से चूक गए तो सरकार राशनकार्ड से आपका नाम काट देगी। यह हम नहीं कह रहे, ऐसा आदेश जिला पूर्ति कार्यालय ने जारी किया है। 5 से 25 अक्तूबर के बीच लोगों को अपने राशनकार्ड में आधार लिंक कराने का अंतिम मौका दिया गया है। इस समयसीमा में आधार नंबर लिंक कराने पर ही भविष्य में आपको सरकारी खाद्यान्न मिल पाएगा।करीब दो साल पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राशनकार्ड को आधार से लिंक करने का काम शुरू किया था। सरकार का स्पष्ट आदेश है कि राशनकार्ड की प्रत्येक यूनिट को आधार नंबर से लिंक करना है। इसी आधार पर आगरा में जिला पूर्ति कार्यालय ने आगरा में सभी 28 लाख से अधिक राशन यूनिटों को आधार से लिंक कराने का काम शुरू किया गया था, परंतु दो साल की मशक्कत के बाद भी आगरा में 90 प्रतिशत यूनिट ही आधार से लिंक हो पाई हैं। जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि अभी भी करीब तीन लाख यूनिट आधार से लिंक नहीं हो पाई हैं।कई बार जागरूकता फैलाने के बावजूद लोग आधार लिंक कराने नहीं आए हैं। इस वजह से अब सरकार ने आगरा सहित पूरे प्रदेश में 5 से 25 अक्तूबर तक विशेष अभियान चलाकर बची हुईं यूनिट से आधार लिंक कराने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने सभी राशन कोटेदारों से अपनी दुकान पर ऐसे यूनिटधारकों के नाम की सूची चस्पा करा दी है जो आधार से लिंक नहीं है। इसके अलावा एक सूची जिला पूर्ति कार्यालय में भी चस्पा की गई है। लोग सूची में अपना नाम देखकर 25 अक्तूबर तक अपना आधार नंबर लिंक करा सकते हैं। यदि किसी के पास आधार नंबर नहीं है तो वह अपनी पहचान का कोई अन्य सबूत भी दे सकता है, परंतु भविष्य में उसे आधार नंबर अवश्य देना होगा। अब नहीं मिलेगा मौका उमेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि 25 अक्तूबर तक जिन लोगों के आधार नंबर राशनकार्ड से लिंक नहीं हो पाएंगे, उनके नाम राशनकार्ड से काट दिए जाएंगे। आधार लिंक न होने पर यह माना जाएगा कि वह व्यक्ति घर छोड़कर चला गया है अथवा मृत्यु को प्राप्त हो गया है। भविष्य में आधार नंबर लिंक कराने का मौका फिर नहीं मिलेगा।
करीब दो साल पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राशनकार्ड को आधार से लिंक करने का काम शुरू किया था। सरकार का स्पष्ट आदेश है कि राशनकार्ड की प्रत्येक यूनिट को आधार नंबर से लिंक करना है। इसी आधार पर आगरा में जिला पूर्ति कार्यालय ने आगरा में सभी 28 लाख से अधिक राशन यूनिटों को आधार से लिंक कराने का काम शुरू किया गया था, परंतु दो साल की मशक्कत के बाद भी आगरा में 90 प्रतिशत यूनिट ही आधार से लिंक हो पाई हैं। जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि अभी भी करीब तीन लाख यूनिट आधार से लिंक नहीं हो पाई हैं।कई बार जागरूकता फैलाने के बावजूद लोग आधार लिंक कराने नहीं आए हैं। इस वजह से अब सरकार ने आगरा सहित पूरे प्रदेश में 5 से 25 अक्तूबर तक विशेष अभियान चलाकर बची हुईं यूनिट से आधार लिंक कराने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने सभी राशन कोटेदारों से अपनी दुकान पर ऐसे यूनिटधारकों के नाम की सूची चस्पा करा दी है जो आधार से लिंक नहीं है। इसके अलावा एक सूची जिला पूर्ति कार्यालय में भी चस्पा की गई है। लोग सूची में अपना नाम देखकर 25 अक्तूबर तक अपना आधार नंबर लिंक करा सकते हैं। यदि किसी के पास आधार नंबर नहीं है तो वह अपनी पहचान का कोई अन्य सबूत भी दे सकता है, परंतु भविष्य में उसे आधार नंबर अवश्य देना होगा।अपने राशनकार्ड में आधार नंबर लिंक नहीं कराया है तो 25 अक्तूबर तक जरूर करा दें। यदि आप ऐसा करने से चूक गए तो सरकार राशनकार्ड से आपका नाम काट देगी। यह हम नहीं कह रहे, ऐसा आदेश जिला पूर्ति कार्यालय ने जारी किया है। 5 से 25 अक्तूबर के बीच लोगों को अपने राशनकार्ड में आधार लिंक कराने का अंतिम मौका दिया गया है। इस समयसीमा में आधार नंबर लिंक कराने पर ही भविष्य में आपको सरकारी खाद्यान्न मिल पाएगा।करीब दो साल पहले उत्तर प्रदेश सरकार ने राशनकार्ड को आधार से लिंक करने का काम शुरू किया था। सरकार का स्पष्ट आदेश है कि राशनकार्ड की प्रत्येक यूनिट को आधार नंबर से लिंक करना है। इसी आधार पर आगरा में जिला पूर्ति कार्यालय ने आगरा में सभी 28 लाख से अधिक राशन यूनिटों को आधार से लिंक कराने का काम शुरू किया गया था, परंतु दो साल की मशक्कत के बाद भी आगरा में 90 प्रतिशत यूनिट ही आधार से लिंक हो पाई हैं। जिला पूर्ति अधिकारी उमेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि अभी भी करीब तीन लाख यूनिट आधार से लिंक नहीं हो पाई हैं।कई बार जागरूकता फैलाने के बावजूद लोग आधार लिंक कराने नहीं आए हैं। इस वजह से अब सरकार ने आगरा सहित पूरे प्रदेश में 5 से 25 अक्तूबर तक विशेष अभियान चलाकर बची हुईं यूनिट से आधार लिंक कराने का फैसला किया है। उन्होंने बताया कि विभाग ने सभी राशन कोटेदारों से अपनी दुकान पर ऐसे यूनिटधारकों के नाम की सूची चस्पा करा दी है जो आधार से लिंक नहीं है। इसके अलावा एक सूची जिला पूर्ति कार्यालय में भी चस्पा की गई है। लोग सूची में अपना नाम देखकर 25 अक्तूबर तक अपना आधार नंबर लिंक करा सकते हैं। यदि किसी के पास आधार नंबर नहीं है तो वह अपनी पहचान का कोई अन्य सबूत भी दे सकता है, परंतु भविष्य में उसे आधार नंबर अवश्य देना होगा। अब नहीं मिलेगा मौका उमेश चन्द्र मिश्र ने बताया कि 25 अक्तूबर तक जिन लोगों के आधार नंबर राशनकार्ड से लिंक नहीं हो पाएंगे, उनके नाम राशनकार्ड से काट दिए जाएंगे। आधार लिंक न होने पर यह माना जाएगा कि वह व्यक्ति घर छोड़कर चला गया है अथवा मृत्यु को प्राप्त हो गया है। भविष्य में आधार नंबर लिंक कराने का मौका फिर नहीं मिलेगा।