India-China / कौन हैं अरुणाचल में अगवा हुए 5 भारतीय, चीन पर क्यों शक, जानें अबतक क्या हुआ एक्शन

AajTak : Sep 07, 2020, 09:31 AM
Delhi: चीन के साथ लद्दाख सीमा पर पिछले कई महीनों से तनाव की स्थिति बरकरार है। चीनी साजिश का मुकाबला करने के लिए भारतीय सेना के जवान सीमा पर तैनात हैं। सिर्फ लद्दाख नहीं बल्कि चीन से सटी अन्य सीमाओं पर भी सुरक्षा बढ़ाई गई है। इस बीच अरुणाचल प्रदेश की सीमा पर एक चौंकाने वाला मामला सामने आया। यहां आरोप है कि चीनी सेना पीपुल्स रिपब्लिक आर्मी (PLA) ने बॉर्डर से पांच भारतीयों को पकड़ लिया है और अब छोड़ नहीं रहे हैं। भारतीय सेना की ओर से इस बारे में चीनी सेना को शिकायत भी की गई है। ऐसे में ये पूरा मामला क्या है, एक बार समझिए।।

 

क्या है पूरा विवाद?

जब देश में हर किसी की निगाहें चीन से सटे लद्दाख बॉर्डर पर टिकी थीं, तब अरुणाचल सीमा के पास से हैरान करने वाली खबर आई। अरुणाचल प्रदेश से कांग्रेस विधायक निनॉन्ग इरिंग ने दावा किया कि चीनी सेना PLA ने भारत के पांच युवकों को अगवा कर लिया है। उन्होंने दावा किया कि हमारे यहां के लोग अपने जानवरों को घुमाने के लिए खेतों के पास जाते हैं। इस बार जब कुछ युवक मछली पकड़ने गए तो चीनी सेना ने उन्हें पकड़ लिया। इरिंग ने दावा किया कि इससे साबित होता है कि चीनी सेना सिर्फ लद्दाख नहीं बल्कि अरुणाचल में भी LAC तक आ गई है।


कौन हैं गायब होने वाले लोग?

कांग्रेस नेता ने अपने ट्विटर अकाउंट पर एक फेसबुक पोस्ट साझा किया, जिसमें इन पांच लोगों के अगवा होने का दावा किया गया है। प्रकाश रिंगलिंग द्वारा लिखे इस पोस्ट में कहा गया है, ‘मेरा भाई प्रसाद रिंगलिंग S/O ताको रिंगलिंग और नाचो सर्कल के चार अन्य युवकों को चीनी सेना ने अगवा कर लिया है। चीनी सेना ने इन्हें सीरा-7 (भारत-चीन बॉर्डर) से पकड़ा है। ऐसे में मैं राज्य सरकार और सेना से अपील करता हूं कि वो एक्शन लें और हमारे लड़कों को वापस लाएं।’ 

कांग्रेस नेता ने इस पोस्ट को ट्वीट करते हुए भारत सरकार से मदद मांगी, साथ ही प्रधानमंत्री-विदेश मंत्री-राज्य के मुख्यमंत्री आदि को पोस्ट में टैग किया।

पोस्ट में जो नाम दिए गए हैं, उनके अनुसार अगवा होने वाले ये पांच लोग हैं

1।    तानू बाकर

2।    प्रसाद रिंगलिंग

3।    नगारू डिरी

4।    डोंगतू इबिया

5।    तोच सिंगकाम


क्या कहती है स्थानीय पुलिस?

जिस इलाके के ये युवक हैं वहां के एसपी तारू गुस्सार का कहना है कि फेसबुक पोस्ट सामने आने के बाद हमने छानबीन शुरू की है। हालांकि, आधिकारिक तौर पर ऐसी कोई शिकायत नहीं मिली है। हम लोग अब युवकों के परिवार और बॉर्डर पर सेना को इस बारे में सूचित कर रहे हैं। बता दें कि इससे पहले भी एक घटना सामने आई थी, जहां चीनी सेना ने एक भारतीय युवक को पकड़ा था लेकिन बाद में वो छूट गया था। 


भारत सरकार का क्या है जवाब?

केंद्रीय मंत्री किरण रिजिजू भी अरुणाचल प्रदेश से आते हैं, ऐसे में उन्होंने इस मामले को लेकर ट्वीट किया। उन्होंने लिखा कि भारत ने चीन के सामने इस मसले को उठाया है, बॉर्डर पर सेना ने हॉटलाइन के द्वारा ये बात सामने रखी है। अब भारत को चीन के जवाब का इंतजार है।

बता दें कि लद्दाख की तरह ही अरुणाचल प्रदेश में भारत-चीन सीमा निर्धारित नहीं है, ऐसे में वहां भी इस तरह की घटनाएं होती हैं जहां सेनाएं एक-दूसरे के इलाके में घुसती हैं। हालांकि, कुछ इलाका नो मैंस लैंड है लेकिन आसपास गांव नजदीक होने के कारण गांववाले जानवरों को चराते हुए इधर-उधर निकल जाते हैं। एक तरफ लद्दाख में जहां चीन गुस्ताखी कर रहा है, ऐसे में साफ है कि वो लद्दाख से ध्यान भटकाने के लिए अरुणाचल में इस तरह की हरकत कर सकता है। 

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