AajTak : Apr 17, 2020, 09:49 AM
दिल्ली: अभी आप अक्सर सुन रहे होंगे कि कोरोना वायरस से ठीक हो चुके मरीज को दोबारा कोरोना वायरस से संक्रमित पाया गया। दक्षिण कोरिया में हाल ही में 141 लोग दोबारा कोरोना पॉजिटिव पाए गए। आखिर ऐसा क्यों हो रहा है। क्यों लोग दोबारा इस बीमारी की चपेट में आ जा रहे हैं। इसका जवाब खोजा है दक्षिण कोरिया के डॉक्टरों ने।
दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने यह पता लगाया है कि आखिर क्यों कोरोना वायरस की चपेट में लोग दोबारा आ रहे हैं। दक्षिण कोरिया में दोबारा कोरोना पॉजिटिव हुए 141 मामलों का अध्ययन किया जा रहा है।यह अध्ययन चल रहा है कोरिया सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (KCDC) की प्रयोगशाला में। यहां के वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरस इंसानी शरीर में मौजूद इम्यून सेल्स यानी प्रतिरोधक कोशिका टी-लिम्फोसाइट्स (T-Lymphocytes) पर हमला कर उन्हें निष्क्रिय कर दे रहा है।टी-लिम्फोसाइट्स के निष्क्रिय होने की वजह से दोबारा संक्रमण का खतरा बढ़ जा रहा है। क्योंकि एक बार किसी इंसान के शरीर की इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाए तो उसे वापस ठीक करने में कई महीने लग सकते हैं। डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार वैज्ञानिकों ने बताया कि कोरोना वायरस एक बार शरीर पर हमला करने के बाद शरीर के अंदर ही सो जाता है। या यूं कहें कि कुछ दिन के लिए अपनी हरकतें बंद कर देता है।
दक्षिण कोरिया के वैज्ञानिकों और डॉक्टरों ने यह पता लगाया है कि आखिर क्यों कोरोना वायरस की चपेट में लोग दोबारा आ रहे हैं। दक्षिण कोरिया में दोबारा कोरोना पॉजिटिव हुए 141 मामलों का अध्ययन किया जा रहा है।यह अध्ययन चल रहा है कोरिया सेंटर्स फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन (KCDC) की प्रयोगशाला में। यहां के वैज्ञानिकों का कहना है कि वायरस इंसानी शरीर में मौजूद इम्यून सेल्स यानी प्रतिरोधक कोशिका टी-लिम्फोसाइट्स (T-Lymphocytes) पर हमला कर उन्हें निष्क्रिय कर दे रहा है।टी-लिम्फोसाइट्स के निष्क्रिय होने की वजह से दोबारा संक्रमण का खतरा बढ़ जा रहा है। क्योंकि एक बार किसी इंसान के शरीर की इम्यूनिटी यानी प्रतिरोधक क्षमता कम हो जाए तो उसे वापस ठीक करने में कई महीने लग सकते हैं। डेली मेल में प्रकाशित खबर के अनुसार वैज्ञानिकों ने बताया कि कोरोना वायरस एक बार शरीर पर हमला करने के बाद शरीर के अंदर ही सो जाता है। या यूं कहें कि कुछ दिन के लिए अपनी हरकतें बंद कर देता है।
जैसे ही कोरोना वायरस को दिखता है कि इस इंसान के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो गई है। या हो रही है। वह तत्काल हमला कर देता है। यानी कोरोना का संक्रमण दोबारा आपके शरीर पर दिखने लगता है। कोरिया यूनिवर्सिटी कॉलेज ऑफ फार्मेसी के वायरोलॉजिस्ट किम जियोंग की ने कहा कि करीब एक महीने पहले हमने जिस मरीज को ठीक किया था, अब वह दोबारा कोरोना संक्रमित होकर सामने आ रहा है। जब उसकी इम्यूनिटी की जांच की गई तो पता चला कि वह बेहद कमजोर हुई पड़ी है। इसी का फायदा उठा रहा है कोरोना वायरस।दक्षिण कोरिया, अमेरिका और चीन में एकसाथ हुए अध्ययन में यह बात स्पष्ट हो गई है कि कोरोना वायरस शरीर के टी-लिम्फोसाइट्स पर सीधा हमला कर रहा है। इससे इंसान के शरीर की प्रतिरोधक क्षमता कम हो रही है। टी-लिम्फोसाइट्स इंसान के शरीर में मौजूद वो प्रतिरोधक कोशिकाएं होती हैं जो किसी भी बीमारी से लड़ने में हमारी मदद करती हैं। अगर वायरस इन्हें कमजोर कर रहा है तो मानकर चलिए कि आपको अपनी इम्यूनिटी को बनाए रखना होगा। ताकि आप कोरोना से की चपेट में आने से बचे रहेंCoronavirus can disable immune cells that fight off infections - and it could allow the virus to 'reactivate' in some patients https://t.co/9SPcQWAZaP
— Daily Mail Online (@MailOnline) April 16, 2020