Coronavirus India / महाराष्ट्र-छत्तीसगढ़-पंजाब में कोरोना क्यों नहीं हो रहा कंट्रोल, केंद्र ने बताईं खामियां

Zoom News : Apr 12, 2021, 09:36 AM
नई दिल्ली: देश में कोरोना वायरस (Coronavirus) के बढ़ते मामलों के बीच राज्यों में भेजी गई 50 उच्च-स्तरीय स्वास्थ्य टीमों के फीडबैक के आधार पर केंद्र सरकार ने महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़ और पंजाब को पत्र लिखा है। केंद्र ने कोविड-19 (Covid-19) के संक्रमण पर काबू पाने में आ रही कमियों का जानकारी दी है। केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने कोविड-19 मामलों की अचानक वृद्धि की जांच के लिए टीमों के सुझावों को लागू करने के लिए तीन राज्यों के स्वास्थ्य सचिवों से अनुरोध किया। बता दें कि महाराष्ट्र के अलावा छत्तीसगढ़ और पंजाब में कोरोना वायरस के मामले तेज से बढ़े हैं और रोजाना रिकॉर्ड मामले सामने आ रहे हैं।

केंद्रीय टीमों ने महाराष्ट्र को लेकर दिए ये सुझाव

केंद्र सरकार की टीमों ने बताया है कि महाराष्ट्र (Maharashtra) के कम से कम आठ जिलों में कोरोना वायरस की टेस्टिंग स्लो हैं, जिनमें सतारा, भंडारा, पालघर, अमरावती, जालना, नांदेड़, बुलढाणा और लातूर शामिल हैं। टीमों ने बताया कि भंडारा जिले में कंटेनमेंट जोन (Containment Zone) के बाहर बड़ी संख्या में कोविड-19 के मामले सामने आए हैं। महाराष्ट्र भेजी गई केंद्र सरकार की 30 टीमों ने बताया कि कोविड उपयुक्त बिहेवियर का पालन नहीं किया जा रहा है। इसके बाद केंद्र ने राज्य सरकार के कोविड-19 के नियमों का सख्ती से पालन करने का सुझाव दिया।

केंद्रीय टीमों ने बताया कि महाराष्ट्र के सतारा, सांगली और औरंगाबाद जिलों में कंटेनमेंट जोन का संचालन तय नियमों के अनुसार नहीं किया जा रहा है, जबकि बुलढाणा, सतारा, औरंगाबाद और नांदेड़ में कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग सही तरीके से नहीं किया जा रहा है। इसके अलावा औरंगाबाद, नंदुरबार, यवतमाल, सतारा, पालघर, जलगांव और जालना जिलों में स्वास्थ्यकर्मियों की भारी कमी है।

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER