लाइफस्टाइल / शादी के बाद सेक्स में दिलचस्पी क्यों खो देती हैं महिलाएं, ज्यादातर भारतीय महिलाओं की यही कहानी

AajTak : Nov 06, 2019, 12:15 PM
लाइफस्टाइल डेस्क | शादी के साथ महिलाओं में सेक्स को लेकर उत्साह कम होने लगता है. ज्यादातर भारतीय महिलाओं की यही कहानी है. आखिर इसकी क्या वजह है और सेक्‍स संबंध बनाते वक्‍त महिलाएं अपने पति से क्या चाहती हैं? सेक्स सर्वे में महिलाओं ने खुलकर अपनी इच्छा जाहिर की है.

सर्वे में कई ऐसी बातें सामने आई है जिससे पता चलता है कि ज्यादातर भारतीय महिलाओं की सेक्स लाइफ बोरिंग हो चुकी है या उनकी सेक्स से दिलचस्पी खत्म हो चुकी है.

सेक्स के प्रति महिलाओं के मोहभंग के कई कारण हैं, जैसे घर के कामकाज से थकान, सास-ससुर की सेवा या बच्चों के पीछे पूरा दिन निकाल देना. इसके बाद उन्हें कुछ चाहिए होता है तो वो है, पति का प्यार और उनका कोमल स्पर्श जिससे उनकी दिनभर की थकान दूर हो सके. पति की तरफ से किसी तरह का भावनात्मक समर्थन नहीं मिलने पर पत्नियों में सेक्स के प्रति दिलचस्पी धीरे-धीरे कम होने लगती हैं और वो इसे भी बस एक काम समझ कर निपटाना चाहती हैं.

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इनमें सबसे ज्यादा आंकड़े कामकाजी महिलाओं के हैं. मेंटल सपोर्ट न मिलने पर घर और दफ्तर के बीच झूलती इन महिलाओं की सेक्स से विरक्ति होने लगती है. ऑफिस के बाद घर लौटने पर वो पति से प्यार, आदर और सहयोग की उम्मीद करती हैं और ऐसा न होने पर उन्हें ये महसूस होता है कि उनके पति सिर्फ अपने मतलब के लिए उनके करीब आते हैं.

एक सफल शादीशुदा रिश्ता वही होता है जहां पति-पत्नी दोनों एक दूसरे पर सहज ढंग से प्यार बरसाएं, एक-दूसरे से भावनात्मक लगाव रखें और रोमांस को हमेशा जिंदा रखें. बेड पर आते ही सेक्स की चाह रखने वाले पुरुषों के प्रति पत्नियों का प्यार भी पहले जैसा नहीं रहता है. हर महिला अपनी इच्छाओं का इजहार खुलकर नहीं करती, वो चाहती हैं कि उनका पति बिना कहे उनकी बात को समझे.

ज्यादातर महिलाओं की शिकायत थी कि उनके पति सेक्स को ही प्यार मानते हैं और पत्नी की जरूरतों के प्रति उनका ध्यान ही नहीं जाता जिसकी वजह से उनके मन से सेक्स की भावना कम हो गई है. उन्हें लगता है कि पति सिर्फ अपनी जरूरत पड़ने पर ही उन पर ध्यान देते हैं.

आज्ञाकारी भारतीय पत्नी बनने की कोशिश में महिलाएं अपने पतियों से सेक्स पर बातचीत करने में संकोच करती हैं. उन्हें लगता है कि पति उन्हें कहीं गलत न समझ लें. इसलिए ज्यादातर पत्नियां अपनी सेक्स फैंटसी पतियों से शेयर ही नहींं करती हैं.

सर्वे में ज्यादातर महिलाओं का मानना था कि सेक्स के वक्त उनके पति सिर्फ अपनी संतुष्टि का ख्याल रखते हैं और उन्हें कोई फर्क नहीं पड़ता कि सेक्स के बाद उनकी पत्नी को कैसा महसूस होता है. अपनी इच्छाओं की नजरअंदाजी ही महिलाओं को सेक्स के प्रति उदासीन बनाती है.

इंडिया टुडे के सेक्स सर्वे में भारतीयों के यौन व्यवहार को लेकर कई और सवाल पूछे गए. सर्वे से सामने आया है कि भारतीय अपने पार्टनर की वर्जिनिटी को आज भी एक गंभीर विषय मानते हैं. इनका कहना है कि रिलेशनशिप में आने के लिए पार्टनर की वर्जिनिटी काफी मायने रखती है.

सर्वे के मुताबिक भारत में 53 फीसदी लोग अपने पार्टनर की वर्जिनिटी को बहुत गंभीरता से लेते हैं.

वहीं, वर्जिनिटी खोने की उम्र में भी अंतर आया है. साल 2019 के आंकड़ों में 33 फीसदी लोगों ने माना है कि वे 18 साल से पहले ही फिजिकल हो चुके थे.

सबसे जल्दी वर्जिनिटी खोने वाले लोगों में सबसे आगे है गुवाहाटी शहर. यहां के 61 फीसदी लोगों का कहना था कि उन्हें सेक्स का पहला अनुभव किशोरावस्था में ही हो गया था.

इस साल, बदलते यौन व्यवहार और नजरिए पर सवालों के अलावा, हमने कई नए सवाल भी लोगों से पूछे.

हमने लोगों से सेक्स को लेकर उनकी फैंटसी, वफादारी, पोर्नोग्राफी और सेक्स क्षमता बढ़ाने वाली वियाग्रा जैसी दवाओं के उपयोग के बारे में पूछा.

बता दें कि इंडिया टुडे सेक्स सर्वे 23 जनवरी 2019 से 20 फरवरी 2019 के दौरान 4,028 लोगों से बातचीत पर आधारित है. इसमें तीन आयु वर्ग 14-29, 30-49 और 50-69 वर्ष के लोगों से संपर्क किया गया था.

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