नई दिल्ली / स्वतंत्रता दिवस पर वीर चक्र से नवाज़े जाएंगे भारतीय वायुसेना पायलट अभिनंदन वर्तमान

Zoom News : Aug 14, 2019, 11:46 AM
नई दिल्ली. पाकिस्तान के बालाकोट में एयर स्ट्राइक के बाद पाक अधिकृत कश्मीर (पीओके) में एफ-16 विमान को मार गिराने वाले विंग कमांडर अभिनंदन वर्तमान को वीर चक्र से नवाजा जाएगा। उन्हें 73वें स्वतंत्रता दिवस पर यह सम्मान मिलेगा। वीर चक्र युद्धकाल में अदम्य साहस के लिए दिया जाने वाला तीसरा सबसे बड़ा सैन्य सम्मान है। पहले नंबर पर परमवीर चक्र और दूसरे पर महावीर चक्र हैं। स्क्वाड्रन लीडर एम. अग्रवाल को युद्ध सेवा मेडल से दिया जाएगा।

इसके अलावा जम्मू-कश्मीर में आतंकियों के खिलाफ अभियान में शहीद प्रकाश जाधव को मरणोपरांत कीर्ति चक्र और 8 सैनिकों को शौर्य चक्र से नवाजा जाएगा। इनमें से 5 को यह सम्मान मरणोपरांत मिलेगा। केंद्र सरकार ने इस बार 96 पुलिसकर्मियों को उत्कृष्ट सेवा पुरस्कार देने का फैसला किया है। इनमें 15 सीबीआई से हैं। 

एयर स्ट्राइक में शामिल रहे पायलटों को भी मिल सकता है सम्मान

वायुसेना ने 26 फरवरी को एयर स्ट्राइक में शामिल रहे मिराज-2000 के पांच पायलटों को वायुसेना मेडल देने का भी ऐलान किया था। हालांकि, अभी इस बारे में आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। भारतीय पायलटों ने आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के ठिकानों पर इजराइल में बने स्पाइस 2000 बम बरसाए थे। इस दौरान करीब 300 आतंकी मारे गए थे। 

सीआरपीएफ काफिले पर फिदायीन हमला हुआ

कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को सीआरपीएफ के काफिले पर हुए फिदायीन हमले की जिम्मेदारी आतंकी मसूद अजहर से संगठन ने ली थी। हमले में 40 जवान शहीद हो गए थे। इसके बाद भारतीय वायुसेना ने बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर एयर स्ट्राइक की थी।

भारतीय विमानों ने पाक के एफ-16 को खदेड़ा

एयर स्ट्राइक से बौखलाए पाकिस्तान ने अगले दिन यानी 27 फरवरी को कुछ एफ-16 विमानों को कश्मीर में भारत के सैन्य ठिकानों पर हमले के लिए भेजा था। पाकिस्तानी विमानों ने घुसपैठ कर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय वायुसेना की मुस्तैदी से उसके नापाक मंसूबे ध्वस्त हो गए। भारत के मिग-21 और मिराज 2000 लड़ाकू विमानों ने उन्हें खदेड़ा था।

भारत ने 1 मार्च को पायलट अभिनंदन को छुड़वाया

मिग-21 के पायलट अभिनंदन ने डॉग फाइट में पाक विमान को मार गिराया था। इस दौरान भारतीय विमान भी पीओके में जा गिरा और पाक सैनिकों ने अभिनंदन को पकड़ लिया था। इसके बाद भारत ने कूटनीतिक तरीके से 1 मार्च को उन्हें छुड़ा लिया था।

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