Live Hindustan : Mar 26, 2020, 05:50 PM
नई दिल्ली | कोरोना वायरस के बढ़ते संक्रमण को रोकने के लिए पूरे देश को लॉकडाउन कर दिया गया है। कई हिस्सों में लोगों को इससे परेशानी भी हो रही है। केंद्र और प्रदेश की सरकारें लोगों को हरसंभव राहत पहुंचाने में जुटी हुई है। लॉकडाउन के कारण सबसे ज्यादा परेशानी दिहाड़ी मजदूरों को हो रही है। कई लोग भूख से परेशान हैं।दिल्ली के फतेहपुर बेरी की रहने वाली राजवती भी उनमें से एक है। वह मजदूरी कर अपने परिवार का खर्चा चलाती है। राजवती का कहना है कि हम बिना खाना और पानी के जीने के लिए मजबूर हैं। उसने सरकार से मदद की गुहार लगाई है।न्यूज एजेंसी से एएनआई से बात करते हुए राजवती ने कहा, 'मकान मालिक किराए के लिए परेशना करता है। बिजली बिल भी देना पड़ता है। हमारे पास खाने का एक दाना तक नहीं है, हम कहां से खाएं। पानी आ रहा था, जिसे पीकर हम जिंदा हैं। अब वो भी बंद हो गया।' राजवती ने सरकार से मांग करते हुए कहा कि हमें या तो हमारे गांव भिजवा दें या फिर साधन दें। उसने कहा कि हम भूखे मरें, इससे अच्छा है कि इस बीमारी (कोरोना) से मर जाएं।
बिहार की रहने वाली समीमा का कहना है कि हमरे बच्चे बीते दो दिनों से पानी पीकर रह रहे हैं। मकान मालिक किराया मां रहा है। मैं सरकार से ममद की गुजारिश करती हूं।दिहाड़ी मजदूरों को पांच हजार रुपए देगी दिल्ली सरकारकोरोना के खिलाफ लड़ाई में दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मंगलवार को ऐलान किया कि दिल्ली सरकार दिहाड़ी मजदूरों को पांच हजार रुपए देगी। उन्होंने कहा कि इससे सबसे ज्यादा प्रभावित कामगार तबका ही है, इसलिए सरकार ने यह निर्णय लिया है। दिल्ली में नाइट शेल्टर की संख्या भी बढ़ाने की बात कही गई, ताकि किसी को पैसे के कारण खुले में रहने को मजबूर न होना पड़े।जरूरी सामान देने वालों के लिए दिल्ली में ई-पासदिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में जरूरी सामान देने वालों के लिए ई-पास बनाने की कल घोषणा की। उन्होंने कहा कि दूध, सब्जी, किराने की दुकान, दवा की दुकान चलाने वाले 1031 पर फोन करके ई-पास बनवा सकते हैं। मुख्यमंत्री अरविंद केजवरील ने बताया की जरूरी काम से जुड़े उन सभी लोगों का ई-पास बनाया जाएगा, जिनके पास आईडी कार्ड नहीं है।मुख्यमंत्री ने कहा कि जिनके पास अपना आर्डडी कार्ड उन्हें ई पास की जरूरत नहीं है। लेकिन कई ऐसे लोग होते हैं जिनके पास कोई आर्डडी नहीं होती है। ऐसे लोगों को हम ई-पास देंगे।#WATCH Rajwati, a daily wage labourer, at Delhi's Fatehpur Beri: We are surviving without food & water here. We request the government to help us. It is better to die of this disease (#COVID19) rather than dying of hunger. #CoronavirusLockdown pic.twitter.com/qa19hI7wVC
— ANI (@ANI) March 26, 2020