Wrestlers Protest / जंतर-मंतर पर बैठे रेसलर्स बोले-अपने पदक लौटाएंगे- देर रात पुलिस से हुई झड़प

Zoom News : May 04, 2023, 10:06 AM
Wrestlers Protest: दिल्ली के जंतर-मंतर पर धरना दे रहे रेसलर्स और पुलिस के बीच बुधवार देर रात झड़प हो गई। कुछ रेसलर्स को चोटें आई हैं। झड़प के बाद विनेश और साक्षी जैसी मेडल जीतने वाली रेसलर्स रोने लगीं। अगली सुबह यानी गुरुवार को बजरंग पूनिया ने कहा कि हम अपने मेडल्स भारत सरकार को लौटा देंगे। बॉक्सर विजेंद्र सिंह ने कहा कि अब यह लड़ाई लंबी चलेगी।

इसी बीच बजरंग पूनिया, विनेश फोगाट और साक्षी मलिक ने गृह मंत्रालय और दिल्ली पुलिस कमिश्नर के नाम चिट्‌ठी लिखकर तुरंत कार्रवाई की मांग की है। ये पहलवान भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह की गिरफ्तारी को लेकर लगातार 12 दिन से धरने पर बैठे हैं। इसी मामले पर सुप्रीम कोर्ट में आज ही सुनवाई भी होनी है।

1. पहलवानों-पुलिस में झड़प की वजह

पहलवानों ने कहा कि बारिश के चलते सड़क गीली हो गई थी। जब धरना स्थल पर बिस्तर लेकर पहुंचे तो पुलिसवालों ने रोक लिया। नशे में पुलिसवालों ने मारपीट की और अपशब्द कहे। पहले रेसलर्स कह रहे थे कि पुलिस ने लाठीचार्ज किया।

2. पुलिस ने एक्शन की क्या वजह बताई

दिल्ली पुलिस के DCP प्रणव तयाल ने देर रात जारी बयान में कहा- जंतर-मंतर पर पहलवानों के धरने के दौरान AAP नेता सोमनाथ भारती बिना इजाजत बेड लेकर धरना स्थल पर पहुंच गए। हमने बीच-बचाव किया तो पहलवानों के समर्थक आक्रामक हो गए और ट्रक से बेड निकालने की कोशिश करने लगे। इसके बाद एक मामूली विवाद हुआ। अभी जंतर-मंतर पर बड़ी संख्या में पुलिस तैनात की गई है।

3. झड़प के बाद पहलवानों ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की

झड़प में रेसलर विनेश फोगाट के भाई दुष्यंत का सिर फट गया। एक और रेसलर राहुल भी घायल हुआ है। हंगामे के कुछ देर बाद रेसलर्स ने प्रेस कॉन्फ्रेंस भी की। इस दौरान विनेश और साक्षी रोने लगीं। उन्होंने कहा कि देश के लिए मेडल क्या यही दिन देखने के लिए लाए थे। सभी ने ज्यादा से ज्यादा लोगों के जंतर-मंतर पहुंचने की अपील की। हालांकि बाद में बजरंग ने वीडियो जारी कर ये अपील वापस ले ली।

बजरंग पूनिया ने गृह मंत्रालय को लिखी चिट्‌ठी

बजरंग पूनिया ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह को चिट्ठी लिखकर जंतर-मंतर पर आंदोलनकारी खिलाड़ियों की परेशानियों का जल्द से जल्द समाधान करने की मांग की है। उन्होंने लिखा कि घटना के जिम्मेदार अधिकारियों पर तत्काल कार्रवाई की जाए।

उन्होंने लिखा कि धरनास्थल पर वाटरप्रूफ टेंट, मजबूत स्टेज, पलंग, साउंड सिस्टम, गद्दे, प्रैक्टिस के लिए कुश्ती मैट और जिम का सामान लाने की अनुमति दी जाए। साथ ही अलग-जगहों से हिरासत में लिए गए हमारे सभी साथियों को तुरंत रिहा किया जाए।

पहलवानों से पुलिस की झड़प पर किसने क्या कहा...

कांगेस- ये हमारे देश की बेटियां हैं, जिन्होंने देश का मान रखा। हमें कई मेडल लाकर दिए। आज इनके साथ गृह मंत्री अमित शाह की पुलिस बदसलूकी कर रही है। इनका गुनाह बस इतना है कि ये शोषण के खिलाफ आवाज़ उठा रही हैं। मोदी जी, आप ऐसा अन्याय क्यों कर रहे हैं?

किसान नेता राकेश टिकैत- पहलवानों के धरने पर दिल्ली पुलिस की बदसलूकी बर्दाश्त नहीं की जाएगी। केंद्र सरकार तुरंत संज्ञान ले। पूरा देश न्याय की इस लड़ाई में पहलवानों के साथ है।

भीम आर्मी चीफ चंद्रशेखर आजाद- आंदोलन को बदनाम नहीं कर पाए तो अब लाठियों से उनके हौसले तोड़ना चाहती है आपकी पुलिस, लेकिन याद रहें इन बेटियों के साथ पूरा देश खड़ा है। प्रधानमंत्री जी, देश की बेटियों को इंसाफ की जगह लाठियों से पिटवाना आपको बहुत भारी पड़ेगा।

लोकसभा सांसद हनुमान बेनीवाल- हठधर्मिता पर अड़ी भारत सरकार को यह नहीं भूलना चाहिए की न्याय के लिए आंदोलन कर रहे पहलवानों के समर्थन में पूरा देश सड़कों पर आ जाएगा। पहलवानों के साथ बदसलूकी करने वाले दोषी पुलिसकर्मियों को तत्काल निलंबित करना चाहिए।

पहलवानों के समर्थन में मार्च निकाल रहे दिल्ली यूनिवर्सिटी के स्टूडेंट्स को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। वहीं स्टूडेंट्स ने पुलिस पर अभद्रता और मारपीट का आरोप लगाया है। दिल्ली पुलिस ने कहा कि उनसे प्रदर्शन के लिए न कोई अनुमति मांगी गई और न ही कोई सूचना दी गई।

शादी वाले दिन बृजभूषण के साथ वाली फोटो पर साक्षी का जवाब

साक्षी मलिक ने बृजभूषण के साथ वायरल हुई फोटो पर सफाई दी है।साक्षी ने कहा, ''बृजभूषण शरण सिंह कुश्ती के अध्यक्ष हैं। हम सिर्फ खेलते हैं। जब हम घर पर रहते हैं, तब हमारा उनसे कभी ट्रायल, कभी नेशनल प्रतियोगिता तो कभी कैंप में लगातार मिलना होता है। अगर हम उन्हें आमंत्रित नहीं करेंगे तो उनकी तरफ से कुछ नकारात्मक चीजें हो सकती हैं। यह उनकी शक्ति मान लो कि उन्हें तो आमंत्रित करना ही होगा, नहीं तो कुछ उल्टा हो सकता है।''

देर रात झड़प के बाद पहलवान बजरंग पूनिया ने कहा है कि जो पदक हमने जीते हैं, वो हम भारत सरकार को वापस लौटा देंगे। अगर देश का नाम रोशन करने पर भी ऐसा सलूक होता है, तो हमें ये पदक नहीं चाहिए। दिल्ली पुलिस और बृजभूषण के आदमी शुरू से ही इस धरने को खराब करना चाहते हैं। कभी जातिवाद, कभी क्षेत्रवाद का नाम दिया जा रहा है

SUBSCRIBE TO OUR NEWSLETTER