Zoom News : Mar 21, 2022, 10:11 PM
Special | राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने राष्ट्रपति भवन में देश की तमाम हस्तियों को पद्म पुरस्कारों से सम्मानित किया। इसी कड़ी में वाराणसी के 126 वर्षीय स्वामी शिवानंद जब पद्मश्री लेने पहुंचे तो उन्होंने कुछ ऐसा किया कि पूरा हाल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा। स्वामी शिवानंद ने राष्ट्रपति भवन में पुरस्कार लेने से पहले तीन बार अपना शीश नवाया। उनका यह वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है।दरअसल, वाराणसी के 126 वर्षीय स्वामी शिवानंद को भारतीय जीवन पद्धति और योग के क्षेत्र में विशिष्ट योगदान के लिए पद्मश्री पुरस्कार से सम्मानित किया गया। सोमवार को स्वामी शिवानंद जब पुरस्कार लेने पहुंचे तो उन्होंने सबसे पहले प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को दंडवत प्रणाम किया। स्वामी शिवानंद का यह भाव देखकर प्रधानमंत्री मोदी ने भी झुककर प्रणाम किया। इसके बाद स्वामी शिवानंद ने रेड कारपेट और मंच के पास दो बार झुककर रामनाथ कोविंद को भी दंडवत प्रणाम किया।इसके बाद राष्ट्रपति कोविंद अपनी कुर्सी से उठ खड़े हुए, उन्होंने आगे बढ़कर शिवानंद बाबा को उठाया और पद्मश्री से सम्मानित किया। राष्ट्रपति कोविंद ने मुस्कुराते हुए बाबा से बातचीत भी की। बता दें कि 126 साल की उम्र के शिवानंद बाबा वाराणसी के कबीर नगर इलाके में रहते हैं और 126 साल की उम्र में भी एकदम स्वस्थ हैं। लोग अब उनके बारे में जानने के लिए उत्सुक हैं, लोग यह भी जानना चाहते हैं कि ये बाबा क्या खाते-पीते हैं।कर चुके हैं दुनिया का भ्रमण कुछ रिपोर्ट्स में बताया गया है कि शिवानंद बाबा ने कहा कि उनका जन्म बंगाल के श्रीहट्टी जिले में 8 अगस्त 1896 में हुआ था। भूख के कारण उनके माता-पिता चल बसे थे, तब से लेकर बाबा ने केवल आधा पेट भोजन करने का संकल्प लिया, जिसे वे अब तक निभा रहे हैं। कुछ समय बाद वह बंगाल से काशी पहुंचे और यहीं गुरु ओंकारानंद से शिक्षा ली। 1925 में अपने गुरु के आदेश पर वह दुनिया के भ्रमण पर चले गए थे। करीब 34 साल तक देशविदेश को उन्होंने नाप डाला।दो साल वृंदावन, 1979 से वाराणसी मेंआश्रम में दीक्षा लेने के बाद 1977 में वृंदावन चले गए। दो साल वृंदावन में रहने के बाद 1979 में वाराणसी आ गए। तब से यहीं रह रहे हैं। बाबा कई देशों की यात्रा कर चुके हैं। एयरपोर्ट पर भी इतनी उम्र में बिना किसी सपोर्ट उन्हें देख लोग हैरान भी होते हैं।